ETV Bharat / bharat

भारतीय नौसेना के साथ वार प्रैक्टिस, ब्रिटेन के CSG ने किया हिंद महासागर में प्रवेश - भारतीय नौसेना

ब्रिटेन का युद्धपोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ और इसका विमानवाहक हमलावर समूह भारतीय नौसेना के साथ युद्धाभ्यास करने के लिए हिंद महासागर में पहुंच गया है. भारतीय सैन्य अधिकारियों ने बताया कि 26 जुलाई के आसपास होने वाले युद्धाभ्यास में सिलसिलेवार जटिल अभ्यास किए जाएंगे.

भारतीय नौसेना
भारतीय नौसेना
author img

By

Published : Jul 16, 2021, 6:21 PM IST

नई दिल्ली : ब्रिटेन (britain) का सबसे बड़ा युद्धपोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ (HMS Queen Elizabeth) और इसका विमानवाहक हमलावर समूह (aircraft carrier attack group) भारतीय नौसेना (Indian Navy) के साथ युद्धाभ्यास करने के लिए हिंद महासागर में पहुंच गया है. ब्रिटिश युद्धपोत ने एक खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) के लिए ब्रिटेन (Britain) की प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लक्ष्य के साथ 40 देशों की यात्रा शुरू की है.

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब (UK Foreign Secretary Dominic Raab) ने कहा, विमानवाहक हमलावर समूह की तैनाती ने भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोगियों के साथ रक्षा सहयोग के एक नये युग की शुरूआत की है.

भारतीय सैन्य अधिकारियों (Indian military officer) ने बताया कि 26 जुलाई के आसपास होने वाले युद्धाभ्यास में सिलसिलेवार जटिल अभ्यास किए जाएंगे.

पढ़ें- भारत-बांग्लादेश ने साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की

यह एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ का पहली अभियानगत तैनाती है. युद्धपोत पर एफ 35बी लड़ाकू विमानों का बेड़ा है और इसके साथ छह रॉयल नेवी जहाज, एक पनडुब्बी और नौसेना के 14 हेलीकॉप्टर हैं.

विदेश मंत्री राब ने कहा, 40 देशों की यात्रा कर और अपने साझेदारों के साथ काम कर, ब्रिटेन लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खड़ा है, व्यापार के नये अवसर तलाश रहा तथा साझा खतरों से निपट रहा है.

वहीं, भारत में ब्रिटेन के उच्चायोग ने कहा, एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में विमानवाहक हमलावर समूह (कैरियर स्ट्राइक ग्रुप- CSG) 2021, स्वेज नहर को पार करने के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है.

उच्चायोग ने एक बयान में कहा, भूमध्यसागर में कई सफल अभियानों के बाद अब यह भारत के लिए हिंद महासागर के पूर्व में बढ़ रहा है. इसके बाद नियमित समुद्री अभ्यास करने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों से यह मुलाकात करेगा.

पढ़ें- इजराइली दूतावास के पास विस्फोट मामला : अदालत ने चार आरोपियों को जमानत दी

बयान में कहा गया है कि यह तैनाती भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कूटनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को और मजबूती प्रदान करने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है.

ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने समूह की तैनाती को ब्रिटेन की रक्षा के लिए एक 'बड़ा क्षण' करार दिया.

उन्होंने कहा कि समूह हिंद महासागर में है और जल्द ही भारतीय नौसेना के साथ युद्धाभ्यास में शामिल होगा जो एक मित्र और महत्वपूर्ण साझेदार के साथ पहले से ही मजबूत रिश्तों पर आधारित है.

भारत में नियुक्त ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि विमानवाहक हमलावर समूह की तैनाती भारत और हिंद- प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति ब्रिटेन की प्रतिबद्धता का एक मजबूत प्रदर्शन है.

(भाषा)

नई दिल्ली : ब्रिटेन (britain) का सबसे बड़ा युद्धपोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ (HMS Queen Elizabeth) और इसका विमानवाहक हमलावर समूह (aircraft carrier attack group) भारतीय नौसेना (Indian Navy) के साथ युद्धाभ्यास करने के लिए हिंद महासागर में पहुंच गया है. ब्रिटिश युद्धपोत ने एक खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) के लिए ब्रिटेन (Britain) की प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लक्ष्य के साथ 40 देशों की यात्रा शुरू की है.

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब (UK Foreign Secretary Dominic Raab) ने कहा, विमानवाहक हमलावर समूह की तैनाती ने भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोगियों के साथ रक्षा सहयोग के एक नये युग की शुरूआत की है.

भारतीय सैन्य अधिकारियों (Indian military officer) ने बताया कि 26 जुलाई के आसपास होने वाले युद्धाभ्यास में सिलसिलेवार जटिल अभ्यास किए जाएंगे.

पढ़ें- भारत-बांग्लादेश ने साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की

यह एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ का पहली अभियानगत तैनाती है. युद्धपोत पर एफ 35बी लड़ाकू विमानों का बेड़ा है और इसके साथ छह रॉयल नेवी जहाज, एक पनडुब्बी और नौसेना के 14 हेलीकॉप्टर हैं.

विदेश मंत्री राब ने कहा, 40 देशों की यात्रा कर और अपने साझेदारों के साथ काम कर, ब्रिटेन लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खड़ा है, व्यापार के नये अवसर तलाश रहा तथा साझा खतरों से निपट रहा है.

वहीं, भारत में ब्रिटेन के उच्चायोग ने कहा, एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में विमानवाहक हमलावर समूह (कैरियर स्ट्राइक ग्रुप- CSG) 2021, स्वेज नहर को पार करने के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है.

उच्चायोग ने एक बयान में कहा, भूमध्यसागर में कई सफल अभियानों के बाद अब यह भारत के लिए हिंद महासागर के पूर्व में बढ़ रहा है. इसके बाद नियमित समुद्री अभ्यास करने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों से यह मुलाकात करेगा.

पढ़ें- इजराइली दूतावास के पास विस्फोट मामला : अदालत ने चार आरोपियों को जमानत दी

बयान में कहा गया है कि यह तैनाती भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कूटनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को और मजबूती प्रदान करने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है.

ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने समूह की तैनाती को ब्रिटेन की रक्षा के लिए एक 'बड़ा क्षण' करार दिया.

उन्होंने कहा कि समूह हिंद महासागर में है और जल्द ही भारतीय नौसेना के साथ युद्धाभ्यास में शामिल होगा जो एक मित्र और महत्वपूर्ण साझेदार के साथ पहले से ही मजबूत रिश्तों पर आधारित है.

भारत में नियुक्त ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि विमानवाहक हमलावर समूह की तैनाती भारत और हिंद- प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति ब्रिटेन की प्रतिबद्धता का एक मजबूत प्रदर्शन है.

(भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.