संबलपुर : ओडिशा के संबलपुर जिले के नकटीदुल वन परिक्षेत्र में एक उग्र टस्कर हाथी को बहादुर फॉरेस्ट गार्ड ने मशाल के दम पर आगे बढ़ने से न केवल रोक दिया बल्कि उसे वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया. इससे लोगों के जानमाल की रक्षा के साथ ही हाथी के द्वारा किए जाने नुकसान से बचाव हो सका. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मिरी की बहादुरी का एक वीडियो वायरल है.
कई मौकों पर, वन अधिकारियों की कथित निष्क्रियता को मानव-पशु संघर्ष के लिए जान-माल के नुकसान के लिए दोषी ठहराया जाता है. बहरहाल, संबलपुर जिले के नाकटीदुल वन परिक्षेत्र में तैनात फॉरेस्ट गार्ड चित्तरंजन मिरी (Chitta Ranjan Miri) के द्वारा मशाल की बदौलत हाथी को भगाने के इस साहसिक कार्य की हर तरफ से प्रशंसा हो रही है.
मिरी ने हाल ही में जिले के चड़चडी गांव में एक नर टस्कर के हमले से न केवल खुद को बल्कि अपने सहयोगियों और कई ग्रामीणों को बचाया था. शुक्रवार को शाम 4 बजे के करीब वनकर्मियों को चड़चडी गांव में एक हाथी के खेत में भटकने की खबर मिली थी. इसके बाद मिरी को हाथी को गांव से दूर जंगल में भगाने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी.
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