भुवनेश्वर : ओडिशा की महानदी में फंसे कई हाथियों को बचाने के दौरान रेस्क्यू टीम की नाव डूब गई. इस हादसे में एक वरिष्ठ पत्रकार की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक महानदी में ओडिशा आपदा राहत बल (ओडीआरएफ) की टीम जिस नाव पर सवार होकर हाथियों को बचाने की कोशिश में जुटी थी, अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया.
वन अधिकारियों के साथ दमकलकर्मी हाथियों के साथ-साथ ओडीआरएफ टीम के सदस्यों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान संतुलन बिगड़ने के बाद नाव पर सवार लोगों को आनन-फानन में नदी से बाहर निकाला गया. बाद में लोगों को अस्पताल भी भेजा गया. इसी दौरान वरिष्ठ पत्रकार की मौत हो गई.
वन अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग, ओडीआरएएफ और दमकल सेवाओं ने हाथी को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है.
अथागढ़ रेंजर, आयशा निशा ने कहा, 'इस हाथी को छोड़कर सभी नदी पार करने में सक्षम रहे. घटनास्थल के पास जल स्तर बहुत अधिक है. हम हाथी को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.'
अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, हाथी को बचाने के लिए ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के छह कर्मियों को ले जा रही एक रबर की नाव नदी के बीच में पलट गई. वन अधिकारियों के साथ दमकलकर्मी अब हाथी की जगह ओडीआरएएफ टीम के सदस्यों को बचाने में लगे हैं. ओडीआरएएफ टीम के कुछ सदस्यों को नदी से बाहर निकाला जा रहा है.
इससे पहले चांडका के वरिष्ठ वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और हाथी को बचाने के लिए 'ऑपरेशन गज' शुरू किया. वन अधिकारियों ने हाथी को पानी से बाहर निकालने के लिए मजबूत रस्सियों के अलावा एक क्रेन तैयार कर रखी है.
इससे पहले ओडिशा के कटक जिले में मुंडाली पुल के पास महानदी के तेज बहाव में दो हाथी फंस गए. इन हाथियों को वन और दमकल विभाग की मदद से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था. इसके अलावा नदी पार करने के दौरान झुंड से चार हाथियों के लापता होने की सूचना मिली थी. इनमें से मुंडाली पुल के पास दो हाथी मिले, जबकि अन्य आठगढ़ रेंज के नुआसन गांव के पास नदी में तैरते पाए गए.