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ओडिशा विधानसभा कार्यवाही के दौरान विधायक ने स्पीकर पर फेंका जूता - odisha assembly speaker

भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने विधानसभा के अध्यक्ष पर मनमानी से सदन चलाने का आरोप लगाते हुए उन पर जूता फेंक दिया, जिसके बाद भाजपा के तीन विधायकों को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. पढ़िए जूता फेंकने के बाद उन्होंने क्या कहा...

जयनारायण मिश्रा
जयनारायण मिश्रा
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Published : Apr 3, 2021, 4:48 PM IST

Updated : Apr 3, 2021, 9:19 PM IST

भुवनेश्वर : भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने बजट सत्र के दौरान स्पीकर पर जूता फेंक दिया. जिस दौरान विधायक ने जूता फेंका उस समय स्पीकर एक विधेयक पारित कर रहे थे.

विपक्षी दल भाजपा के कुछ सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए अध्यक्ष के आसन की तरफ चप्पल, माइक्रोफोन और कागज फेंके.

विधायक जयनारायण मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से स्पीकर विधानसभा चला रहे हैं, वह नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष मनमाने ढंग से सदन को चला रहे हैं.

जयनारायण ने कहा कि स्पीकर पर माइक्रोफोन को फेंकना और जूते फेंकना ठीक है क्योंकि वे उन्हें विधेयक पारित होने के दौरान बोलने की अनुमति नहीं दे रहे थे.

इस मामले में भाजपा के तीन विधायक जयनारायण मिश्रा, मोहन माझी और बिष्णु सेठी को विधानसभा के पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है.

सदन द्वारा ओडिशा लोकायुक्त (संशोधन) विधेयक को बिना चर्चा के मिनटों में पारित किए जाने से नाराज भाजपा सदस्यों ने अध्यक्ष एस. एन. पात्रो के प्रति आक्रोश व्यक्त किया.

कांग्रेस सदस्यों ने भी खनन गतिविधियों में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा का नोटिस दिया था जिसे अध्यक्ष द्वारा खारिज किए जाने पर कांग्रेस सदस्य खफा थे.

भोजन अवकाश के पहले के सत्र में विधेयक पारित होने के तुरंत बाद भाजपा के नेता खड़े हो गए और शोर-शराबा करने लगे.

इसके बाद भाजपा सदस्यों की ओर से अध्यक्ष पर चप्पलें, माइक्रोफोन और कागज के गोले फेंके गए जो विपक्षी दलों के सदस्यों की बेंच और अध्यक्ष के आसन के पास गिरे.

इस घटना के बाद सदन में अराजकता का माहौल पैदा हो गया और विधानसभा को भोजन अवकाश तक के लिए स्थगित करना पड़ा.

सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद अध्यक्ष पात्रो ने सदन में भाजपा के उपनेता बी. सी. सेठी, मुख्य सचेतक मोहन माझी और विधायक जे. एन. मिश्रा को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया और तत्काल सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए.

पढ़ें :- परेश बरुआ गुट ने 2 क्विप्को अधिकारियों को तीन महीने बाद किया रिहा

ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 22 विधायक हैं. घटना का वीडियो पात्रो, संसदीय कार्यमंत्री बी. के. अरुखा, सरकार की मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक, नेता प्रतिपक्ष पी. के. नाइक और कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने देखा जिसके बाद भाजपा के विधायकों को निलंबित किया गया.

निलंबित किए गए विधायकों ने इस निर्णय के विरोध में विधानसभा परिसर में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया.

भाजपा के नेता प्रतिपक्ष पी. के. नाइक ने कहा, हमारे सदस्यों को बिना उनका पक्ष सुने निलंबित कर दिया गया. हमारा धरना कल तक जारी रहेगा.

निलंबित विधायक मिश्रा और माझी ने कहा कि उन्हें अध्यक्ष के आसन की ओर चप्पल फेंकने का कोई मलाल नहीं है. माझी ने कहा, हमें बोलने का अवसर नहीं दिया गया. हमने कोई गलत काम नहीं किया. विधायकों द्वारा फेंकी गई वस्तुएं अध्यक्ष के आसन के पास भी नहीं गिरी.

मिश्रा ने अध्यक्ष पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने और बीजद सदस्य की तरह काम करने का आरोप लगाया.

भुवनेश्वर : भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने बजट सत्र के दौरान स्पीकर पर जूता फेंक दिया. जिस दौरान विधायक ने जूता फेंका उस समय स्पीकर एक विधेयक पारित कर रहे थे.

विपक्षी दल भाजपा के कुछ सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए अध्यक्ष के आसन की तरफ चप्पल, माइक्रोफोन और कागज फेंके.

विधायक जयनारायण मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से स्पीकर विधानसभा चला रहे हैं, वह नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष मनमाने ढंग से सदन को चला रहे हैं.

जयनारायण ने कहा कि स्पीकर पर माइक्रोफोन को फेंकना और जूते फेंकना ठीक है क्योंकि वे उन्हें विधेयक पारित होने के दौरान बोलने की अनुमति नहीं दे रहे थे.

इस मामले में भाजपा के तीन विधायक जयनारायण मिश्रा, मोहन माझी और बिष्णु सेठी को विधानसभा के पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है.

सदन द्वारा ओडिशा लोकायुक्त (संशोधन) विधेयक को बिना चर्चा के मिनटों में पारित किए जाने से नाराज भाजपा सदस्यों ने अध्यक्ष एस. एन. पात्रो के प्रति आक्रोश व्यक्त किया.

कांग्रेस सदस्यों ने भी खनन गतिविधियों में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा का नोटिस दिया था जिसे अध्यक्ष द्वारा खारिज किए जाने पर कांग्रेस सदस्य खफा थे.

भोजन अवकाश के पहले के सत्र में विधेयक पारित होने के तुरंत बाद भाजपा के नेता खड़े हो गए और शोर-शराबा करने लगे.

इसके बाद भाजपा सदस्यों की ओर से अध्यक्ष पर चप्पलें, माइक्रोफोन और कागज के गोले फेंके गए जो विपक्षी दलों के सदस्यों की बेंच और अध्यक्ष के आसन के पास गिरे.

इस घटना के बाद सदन में अराजकता का माहौल पैदा हो गया और विधानसभा को भोजन अवकाश तक के लिए स्थगित करना पड़ा.

सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद अध्यक्ष पात्रो ने सदन में भाजपा के उपनेता बी. सी. सेठी, मुख्य सचेतक मोहन माझी और विधायक जे. एन. मिश्रा को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया और तत्काल सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए.

पढ़ें :- परेश बरुआ गुट ने 2 क्विप्को अधिकारियों को तीन महीने बाद किया रिहा

ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 22 विधायक हैं. घटना का वीडियो पात्रो, संसदीय कार्यमंत्री बी. के. अरुखा, सरकार की मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक, नेता प्रतिपक्ष पी. के. नाइक और कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने देखा जिसके बाद भाजपा के विधायकों को निलंबित किया गया.

निलंबित किए गए विधायकों ने इस निर्णय के विरोध में विधानसभा परिसर में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया.

भाजपा के नेता प्रतिपक्ष पी. के. नाइक ने कहा, हमारे सदस्यों को बिना उनका पक्ष सुने निलंबित कर दिया गया. हमारा धरना कल तक जारी रहेगा.

निलंबित विधायक मिश्रा और माझी ने कहा कि उन्हें अध्यक्ष के आसन की ओर चप्पल फेंकने का कोई मलाल नहीं है. माझी ने कहा, हमें बोलने का अवसर नहीं दिया गया. हमने कोई गलत काम नहीं किया. विधायकों द्वारा फेंकी गई वस्तुएं अध्यक्ष के आसन के पास भी नहीं गिरी.

मिश्रा ने अध्यक्ष पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने और बीजद सदस्य की तरह काम करने का आरोप लगाया.

Last Updated : Apr 3, 2021, 9:19 PM IST
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