शिमला: दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी आज अपना 44वां स्थापना दिवस मना रही है. 6 अप्रैल 1980 को शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी आज देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा सियासी दल है. आज नरेंद्र मोदी इस पार्टी का राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय चेहरा हैं, बीते करीब एक दशक से केंद्र में बीजेपी की सरकार है. अटल बिहारी वाजपेयी भी कमल खिलाकर केंद्र की सत्ता का शिखर देख चुके हैं. आज देश के कई राज्यों में पार्टी की सरकारें हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीजेपी का पहला कमल किस राज्य में खिला था ?
![कभी अटल और आडवाणी की जोड़ी थी बीजेपी की पहचान](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18184288_image1.jpg)
3 राज्यों में बनी थी बीजेपी की सरकार- जनसंघ से जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी बनने की कहानियां आपने कई बार सुनी होंगी. 1984 लोकसभा चुनाव में 2 सीटों से लेकर राम मंदिर मुद्दे के सहारे 1989 लोकसभा चुनाव में 85 सीटें जीतने का कमाल भी बीजेपी ने किया. हालांकि केंद्र की सत्ता तक पहुंचने में अभी भी कुछ वक्त बाकी था. लेकिन इस बीच बीजेपी ने साल 1990 के विधानसभा चुनावों में कमाल कर दिया, जब तीन राज्यों में कमल खिला दिया. ये राज्य थे हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश.
पहाड़ से लेकर मरुधरा तक खिला कमल- मार्च 1990 में हिमाचल, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री बने. हालांकि इसमें से भी कर सबसे पहले भैरो सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में 4 मार्च 1990 को शपथ ली थी. जबकि अगले दिन 5 मार्च को सुंदरलाल पटवा मध्य प्रदेश और शांता कुमार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने थे. इस तरह हिमाचल के पहाड़ों से लेकर राजस्थान की मरुधरा तक में कमल खिला और बीजेपी की जीत का रथ उस विजय पथ की ओर निकल पड़ा जहां वो आज भी सरपट दौड़ रहा है.
![भैरो सिंह शेखावत (राजस्थान), सुंदरलाल पटवा (मध्य प्रदेश) और शांता कुमार (हिमाचल) थे बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18184288_photoy.jpg)
तीनों मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल रहा अधूरा- बीजेपी के तीनों मुख्यमंत्री जनता पार्टी का हिस्सा रहे और पहले भी तीनों ने अपने-अपने राज्यों की कमान मुख्यमंत्री के रूप में संभाली थी. लेकिन ये भी एक कड़वा सच है कि बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री के रूप में ये तीनों चेहरे अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद केंद्र की नरसिम्हा राव सरकार ने तीनों राज्यों की सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लगा दिया. इस बीच 1991 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में भी सरकार बनाई और कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने. बाबरी विध्वंस की गाज यूपी सरकार पर भी पड़ी, जिसे बर्खास्त किया गया.
1993 के चुनाव- जिसके बाद 1993 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी राजस्थान में सरकार रिपीट कर पाई, जहां भैरो सिंह शेखावत फिर से मुख्यमंत्री बने. लेकिन अन्य 3 राज्यों में सरकार रिपीट नहीं हुई. शांता कुमार और सुंदर लाल पटवा तो उसके बाद फिर कभी भी सत्ता का शिखर नहीं चूम पाए. हालांकि कल्याण सिंह 1997 में एक बार फिर यूपी के मुख्यमंत्री बने.
![कल्याण सिंह और मदन लाल खुराना 1993 में यूपी और दिल्ली के सीएम बने](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18184288_photo.jpg)
1993 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए एक और खास बात हुई. दिल्ली में साल 1956 के बाद से विधानसभा चुनाव नहीं हुए थे. 37 साल बाद साल 1993 में जब दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए तो देश के दिल में भी कमल खिला और मदन लाल खुराना पहली बार मुख्यमंत्री बने. इसके बाद साल 1996, 1998 और 1999 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और अटल-आडवाणी की जोड़ी बीजेपी की सबसे बड़ी पहचान थी. 1993 में अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ 13 दिन के लिए देश के पीएम बने. इसके बाद 1998 में 13 महीने की सरकार चलाई और 1999 में फिर से गठबंधन की सरकार चलाकर कार्यकाल पूरा किया.
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