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प्रचार भी, उपचार भी: वोट मांगने बंदला पहुंचे डॉ. जनक राज तो MRI रिपोर्ट दिखाने आ गई बुजुर्ग महिला

हिमाचल के विख्यात न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज चंबा की भरमौर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. शुक्रवार को डॉ. जनक राज प्रचार के लिए वे भरमौर के बंदला क्षेत्र में थे. इस दौरान एक बुजुर्ग महिला ने डॉ. जनक राज से पीठ दर्द की शिकायत को लेकर उनसे परामर्श लिया.

प्रचार भी, उपचार भी
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Published : Oct 29, 2022, 10:40 AM IST

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव में इस बार चार एलोपैथी और दो आयुर्वेदिक डॉक्टर मैदान में हैं. हिमाचल के विख्यात न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज (Neuro Surgeon Dr Janak Raj) बीजेपी की टिकट पर चंबा की भरमौर सीट (Bharmour assembly seat) से चुनाव लड़ रहे हैं. प्रचार के लिए वे भरमौर के बंदला इलाके में थे कि अचानक एक बुजुर्ग महिला अपनी पीठ दर्द की शिकायत को लेकर उनसे उपचार के लिए मार्गदर्शन को आई. डॉ. जनकराज ने मौके पर ही महिला की सामान्य जांच की और बताया कि पीठ का एमआरआई होना जरूरी है. इस दौरान कई लोग मौके पर मौजूद थे. (himachal pradesh assembly election 2022)

चिकित्सा के क्षेत्र में नसों की जांच के लिए एक उपकरण की जरूरत होती है लेकिन उसकी उपलब्धता न होने पर डॉ. जनक राज ने मोबाइल से ही बुजुर्ग महिला की टांगों व बाजुओं की नसों की स्थिति को जांचा. उन्होंने पर्चे पर कुछ मेडिकल से जुड़ी सलाहें दर्ज की और पीठ का एमआरआई करवाने की सलाह दी. बुजुर्ग महिला के साथ आए परिजनों ने डॉ. जनक राज से आगामी इलाज के लिए भी मार्गदर्शन लिया. महिला का इलाज कांगड़ा के डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.

प्रचार भी, उपचार भी

उल्लेखनीय है कि डॉ. जनक राज ने सर्जरी में मास्टर डिग्री के साथ बनारस हिंदु यूनिवर्सिटी से न्यूरो सर्जरी में सुपर स्पेशेलाइजेशन यानी एमसीएच की डिग्री भी की है. डॉ. जनकराज हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के एमएस और न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के प्रमुख हैं. डॉ, जनकराज ने इस्तीफा दिया है और बीजेपी ने उन्हें भरमौर सीट से उम्मीदवार बनाया है. डॉ. जनक राज इन दिनों प्रचार के दौरान स्थानीय बोली में लोगों से बात कर रहे हैं और उन्हें समझा रहे हैं कि डॉक्टरी छोड़कर वे राजनीति में क्यों आए हैं ?
पढ़ें- बागियों को मनाने के लिए जेपी नड्डा, CM जयराम ने खुद संभाला मोर्चा, कई सीटों पर अभी भी बगावत झेल रही भाजपा

इसलिए राजनीति में आए डॉ. जनक: डॉ. जनक का कहना है कि वे अपने इलाके के विकास के लिए आरंभ से ही चिंतित रहे हैं. वे जनसभाओं में लोगों से चर्चा कर रहे हैं कि लाखों रुपए महीने की सेलेरी वाली नौकरी छोडक़र वे राजनीति में इसलिए आए हैं कि भरमौर भी शेष दुनिया के साथ तेज गति से विकास की राह पकड़े. डॉ. जनक राज आम जनता के बीच ये भी प्रचार कर रहे हैं कि जनजातीय इलाका होने के कारण यहां के विकास के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो नहीं हुआ है. जिस मिट्टी ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है, वे उसका कर्ज उतारना चाहते हैं.

खैर, डॉ. जनक राज प्रचार तो कर रहे हैं, लेकिन गांव-गांव घूमते समय उनसे अपने उपचार के लिए भी कई लोग संपर्क करते हैं. डॉ. जनक पहले ही ये घोषणा कर चुके हैं कि वे डॉक्टरी पेशे की गरिमा भी साथ-साथ निभाएंगे और समय मिलने पर मेडिकल इमरजेंसी भी डील करेंगे.

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव में इस बार चार एलोपैथी और दो आयुर्वेदिक डॉक्टर मैदान में हैं. हिमाचल के विख्यात न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज (Neuro Surgeon Dr Janak Raj) बीजेपी की टिकट पर चंबा की भरमौर सीट (Bharmour assembly seat) से चुनाव लड़ रहे हैं. प्रचार के लिए वे भरमौर के बंदला इलाके में थे कि अचानक एक बुजुर्ग महिला अपनी पीठ दर्द की शिकायत को लेकर उनसे उपचार के लिए मार्गदर्शन को आई. डॉ. जनकराज ने मौके पर ही महिला की सामान्य जांच की और बताया कि पीठ का एमआरआई होना जरूरी है. इस दौरान कई लोग मौके पर मौजूद थे. (himachal pradesh assembly election 2022)

चिकित्सा के क्षेत्र में नसों की जांच के लिए एक उपकरण की जरूरत होती है लेकिन उसकी उपलब्धता न होने पर डॉ. जनक राज ने मोबाइल से ही बुजुर्ग महिला की टांगों व बाजुओं की नसों की स्थिति को जांचा. उन्होंने पर्चे पर कुछ मेडिकल से जुड़ी सलाहें दर्ज की और पीठ का एमआरआई करवाने की सलाह दी. बुजुर्ग महिला के साथ आए परिजनों ने डॉ. जनक राज से आगामी इलाज के लिए भी मार्गदर्शन लिया. महिला का इलाज कांगड़ा के डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.

प्रचार भी, उपचार भी

उल्लेखनीय है कि डॉ. जनक राज ने सर्जरी में मास्टर डिग्री के साथ बनारस हिंदु यूनिवर्सिटी से न्यूरो सर्जरी में सुपर स्पेशेलाइजेशन यानी एमसीएच की डिग्री भी की है. डॉ. जनकराज हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के एमएस और न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के प्रमुख हैं. डॉ, जनकराज ने इस्तीफा दिया है और बीजेपी ने उन्हें भरमौर सीट से उम्मीदवार बनाया है. डॉ. जनक राज इन दिनों प्रचार के दौरान स्थानीय बोली में लोगों से बात कर रहे हैं और उन्हें समझा रहे हैं कि डॉक्टरी छोड़कर वे राजनीति में क्यों आए हैं ?
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इसलिए राजनीति में आए डॉ. जनक: डॉ. जनक का कहना है कि वे अपने इलाके के विकास के लिए आरंभ से ही चिंतित रहे हैं. वे जनसभाओं में लोगों से चर्चा कर रहे हैं कि लाखों रुपए महीने की सेलेरी वाली नौकरी छोडक़र वे राजनीति में इसलिए आए हैं कि भरमौर भी शेष दुनिया के साथ तेज गति से विकास की राह पकड़े. डॉ. जनक राज आम जनता के बीच ये भी प्रचार कर रहे हैं कि जनजातीय इलाका होने के कारण यहां के विकास के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो नहीं हुआ है. जिस मिट्टी ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है, वे उसका कर्ज उतारना चाहते हैं.

खैर, डॉ. जनक राज प्रचार तो कर रहे हैं, लेकिन गांव-गांव घूमते समय उनसे अपने उपचार के लिए भी कई लोग संपर्क करते हैं. डॉ. जनक पहले ही ये घोषणा कर चुके हैं कि वे डॉक्टरी पेशे की गरिमा भी साथ-साथ निभाएंगे और समय मिलने पर मेडिकल इमरजेंसी भी डील करेंगे.

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