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VIP को झटका देकर बीजेपी बनी बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी

बिहार में वीआईपी चीफ मुकेश साहनी ( VIP Chief Mukesh Sahni) को झटका देने के बाद बीजेपी अब विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. इसके साथ ही कल तक सबसे बड़ी पार्टी का दम भरने वाला आरजेडी दूसरे नंबर पर आ गया है. जानें अब विधानसभा में क्या है दलगत स्थिति...

largest party in Bihar Assembly
largest party in Bihar Assembly
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Published : Mar 24, 2022, 3:39 PM IST

पटनाः वीआईपी के तीन विधायक के बीजेपी में शामिल (Three VIP MLAs join BJP) होने के बाद अब बिहार विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 2020 विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी (BJP Became Single Largest Party In Bihar Assembly) बनी और बीजेपी दूसरे स्थान पर आई थी. लेकिन 3 विधायकों के शामिल होने के बाद बीजेपी के सदस्यों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है और आरजेडी 75 सदस्यों के साथ दूसरे स्थान पर आ गई है. इस तरह बीजेपी को पहली बार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने का तमगा मिला है.

बिहार विधानसभा में ऐसे तो बीजेपी को 2010 में सबसे अधिक 91 सीट प्राप्त हुई थीं. लेकिन उस समय जदयू 115 सीटों के साथ सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना था. पहली बार ऐसा हो रहा है, जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 1980 से अब तक बीजेपी को जो सीटें मिली हैं. वह इस प्रकार से हैं.

BJP became single largest party in Bihar Assembly
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में पिछले 40 में कई उतार चढ़ाव देखे हैं.

आरजेडी से छीना बड़ी पार्टी का तमगाः 2020 चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और आरजेडी के तरफ से इसको लेकर कई बार निशाना भी साधा जाता रहा. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के बाद आरजेडी से बड़ी पार्टी का तमगा बीजेपी ने छीन लिया.

बीजेपी ने अपने कोटे से किया था वीआईपी को एडजस्टः बता दें कि मुकेश साहनी ( VIP Chief Mukesh Sahni) की पार्टी वीआईपी को 2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे से एडजस्ट किया था और जदयू ने जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' को एडजस्ट किया था. विधानसभा चुनाव में वीआईपी के चार विधायक जीते थे. इन चारों के बारे में कहा जाता रहा है कि वे बीजेपी के ही नेता हैं. विधानसभा चुनाव में मुकेश साहनी खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाए थे. उसी समय से मुकेश सहनी पर दबाव बना हुआ था.

मुकेश सहनी के रवैया से नाराज थी बीजेपीः उत्तर प्रदेश चुनाव में मुकेश सहनी के रवैया के बाद स्थिति साफ हो गई कि अब बीजेपी मुकेश सहनी को भाव नहीं देने वाली है. वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुए बोचहां सीट पर भी बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया. मुकेश सहनी ने भी वहां से अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया. अब वीआईपी के पास एक भी विधायक नहीं बचे हैं. वीआईपी के तीनों विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद बिहार विधानसभा में दलगत स्थिति इस तरह हो गई है.

BJP became single largest party in Bihar Assembly
भाजपा के सदस्यों की संख्या 77 हो गई है. अब वीआईपी के पास कोई विधायक नहीं है.

वहीं, बोचहां विधानसभा उपचुनाव (Bochaha Assembly By Election) में अगर बीजेपी सीट जीत जाती है, तो उसकी सदस्यों की संख्या विधानसभा में बढ़कर 78 हो जाएगी यदि हार भी जाती है तब भी बीजेपी बड़ी पार्टी बनी रहेगी.

पढ़ें : BJP दफ्तर में मुकेश साहनी की 'नाव' डूबी, तीनों MLA के शामिल होने पर बोले जायसवाल- '..ये तो हमारे ही थे'

ये भी पढ़ें: बिहार में VIP अध्यक्ष मुकेश सहनी को बड़ा झटका, तीनों विधायक BJP में हुए शामिल


पटनाः वीआईपी के तीन विधायक के बीजेपी में शामिल (Three VIP MLAs join BJP) होने के बाद अब बिहार विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 2020 विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी (BJP Became Single Largest Party In Bihar Assembly) बनी और बीजेपी दूसरे स्थान पर आई थी. लेकिन 3 विधायकों के शामिल होने के बाद बीजेपी के सदस्यों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है और आरजेडी 75 सदस्यों के साथ दूसरे स्थान पर आ गई है. इस तरह बीजेपी को पहली बार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने का तमगा मिला है.

बिहार विधानसभा में ऐसे तो बीजेपी को 2010 में सबसे अधिक 91 सीट प्राप्त हुई थीं. लेकिन उस समय जदयू 115 सीटों के साथ सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना था. पहली बार ऐसा हो रहा है, जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 1980 से अब तक बीजेपी को जो सीटें मिली हैं. वह इस प्रकार से हैं.

BJP became single largest party in Bihar Assembly
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में पिछले 40 में कई उतार चढ़ाव देखे हैं.

आरजेडी से छीना बड़ी पार्टी का तमगाः 2020 चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और आरजेडी के तरफ से इसको लेकर कई बार निशाना भी साधा जाता रहा. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के बाद आरजेडी से बड़ी पार्टी का तमगा बीजेपी ने छीन लिया.

बीजेपी ने अपने कोटे से किया था वीआईपी को एडजस्टः बता दें कि मुकेश साहनी ( VIP Chief Mukesh Sahni) की पार्टी वीआईपी को 2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे से एडजस्ट किया था और जदयू ने जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' को एडजस्ट किया था. विधानसभा चुनाव में वीआईपी के चार विधायक जीते थे. इन चारों के बारे में कहा जाता रहा है कि वे बीजेपी के ही नेता हैं. विधानसभा चुनाव में मुकेश साहनी खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाए थे. उसी समय से मुकेश सहनी पर दबाव बना हुआ था.

मुकेश सहनी के रवैया से नाराज थी बीजेपीः उत्तर प्रदेश चुनाव में मुकेश सहनी के रवैया के बाद स्थिति साफ हो गई कि अब बीजेपी मुकेश सहनी को भाव नहीं देने वाली है. वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुए बोचहां सीट पर भी बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया. मुकेश सहनी ने भी वहां से अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया. अब वीआईपी के पास एक भी विधायक नहीं बचे हैं. वीआईपी के तीनों विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद बिहार विधानसभा में दलगत स्थिति इस तरह हो गई है.

BJP became single largest party in Bihar Assembly
भाजपा के सदस्यों की संख्या 77 हो गई है. अब वीआईपी के पास कोई विधायक नहीं है.

वहीं, बोचहां विधानसभा उपचुनाव (Bochaha Assembly By Election) में अगर बीजेपी सीट जीत जाती है, तो उसकी सदस्यों की संख्या विधानसभा में बढ़कर 78 हो जाएगी यदि हार भी जाती है तब भी बीजेपी बड़ी पार्टी बनी रहेगी.

पढ़ें : BJP दफ्तर में मुकेश साहनी की 'नाव' डूबी, तीनों MLA के शामिल होने पर बोले जायसवाल- '..ये तो हमारे ही थे'

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