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उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022: भाजपा ने और 45 उम्मीदवार घोषित किये, अमेठी में संजय सिंह और बलिया से दयाशंकर को टिकट

भाजपा द्वारा रविवार की देर शाम जारी 45 उम्मीदवारों की सूची में अमेठी से संजय सिंह को मौका दिया गया है. सीट से पिछली बार भाजपा से संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने चुनाव जीता था, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया.

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Published : Feb 7, 2022, 9:41 AM IST

भाजपा ने और 45 उम्मीदवार घोषित किये
भाजपा ने और 45 उम्मीदवार घोषित किये

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के मद्देनजर रविवार को और 45 उम्मीदवारों की सूची घोषित की है. सूची के अनुसार, पार्टी ने अमेठी में पूर्व सांसद संजय सिंह को मौका दिया है, वहीं बलिया में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह और गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र से अलका राय को उम्मीदवार बनाया है.

भाजपा द्वारा रविवार की देर शाम जारी 45 उम्मीदवारों की सूची में अमेठी से संजय सिंह को मौका दिया गया है. सीट से पिछली बार भाजपा से संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने चुनाव जीता था, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया. पूर्ववर्ती अमेठी रियासत के प्रमुख संजय सिंह ने जुलाई 2019 में कांग्रेस और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था. उनके नजदीकी लोगों के मुताबिक संजय सिंह अमेठी विधानसभा से अपनी पत्नी अमीता सिंह को भाजपा का टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत थे जबकि गरिमा सिंह अपना टिकट बचाने का जद्दोजहद कर रही थीं.

अमेठी में 'महाराज' नाम से संबोधित किये जाने वाले डॉक्टर संजय सिंह ने गरिमा सिंह को तलाक देकर 1995 में अमीता सिंह के साथ शादी कर ली थी. राष्‍ट्रीय स्‍तर की बैडमिंटन खिलाड़ी रहीं अमीता ने 1984 में राष्‍ट्रीय चैंपियन सैयद मोदी से शादी की थी, लेकिन 1988 में सैयद मोदी की हत्‍या के बाद उन्होंने संजय सिंह से विवाह किया और फिर राजनीति में सक्रिय हुईं. 2002 में वह भाजपा तथा 2007 में कांग्रेस से अमेठी से विधायक चुनी गईं. वर्ष 2017 के चुनाव में अमेठी में संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह (भाजपा) और अमीता कांग्रेस की उम्मीदवार थीं.

भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को बलिया नगर से मौका दिया है. लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार में महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह और उनके पति भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के बीच भी टिकट को लेकर खींचतान की स्थिति थी, लेकिन पार्टी ने सीट से पति-पत्नी की टिकट काट कर यहां से राजराजेश्वर को अपना उम्मीदवार बनाया.

स्वाति सिंह सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से 2017 में पहली बार चुनाव जीती थीं. आज जारी सूची के अनुसार, दयाशंकर सिंह को बलिया नगर से टिकट दिया गया है. वह 2007 में भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ चुके हैं. बलिया नगर सीट से पिछली बार पार्टी के टिकट पर जीते संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्‍द स्‍वरूप शुक्ल को पार्टी ने बलिया जिले की ही बैरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है. बैरिया के निवर्तमान विधायक व विवादित बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सुरेंद्र सिंह का टिकट पार्टी ने काट दिया है.

भाजपा ने सुलतानपुर में मौजूदा विधायक सूर्यभान सिंह की जगह इस बार विनोद सिंह और इसी जिले के लंभुआ क्षेत्र में विधायक देवमणि द्विवेदी की जगह सीताराम वर्मा को मौका दिया है. इसके अलावा बस्ती की रुधौली सीट पर मौजूदा विधायक संजय प्रताप जायसवाल की जगह उनकी पत्‍नी संगीता प्रताप जायसवाल को मौका दिया है. भाजपा ने कुशीनगर जिले के पडरौना क्षेत्र में मनीष जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है. पडरौना में पिछली बार भाजपा से स्‍वामी प्रसाद मौर्य चुनाव जीते थे जिन्होंने हाल में राज्‍य सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और उन्हें सपा ने कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है.

हाल में बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई आजमगढ़ जिले की सगड़ी सीट से विधायक वंदना सिंह भाजपा का टिकट पाने में कामयाब हो गई हैं. मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के पुत्र राम विलास चौहान को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है.

पढ़ें: पंजाब में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस की स्थिति पर फर्क नहीं पड़ेगा: भाजपा

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की मंत्री संगीता बलवंत गाजीपुर, अनिल राजभर शिवपुर, रविंद्र जायसवाल वाराणसी उत्‍तर, नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण और रमाशंकर पटेल मड़िहान सीट से भाजपा के उम्मीदवार बनाये गये हैं. ये सभी मंत्री पिछली बार इसी सीट से उम्मीदवार घोषित किये गये थे और चुनाव जीते थे.

पीटीआई-भाषा

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के मद्देनजर रविवार को और 45 उम्मीदवारों की सूची घोषित की है. सूची के अनुसार, पार्टी ने अमेठी में पूर्व सांसद संजय सिंह को मौका दिया है, वहीं बलिया में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह और गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र से अलका राय को उम्मीदवार बनाया है.

भाजपा द्वारा रविवार की देर शाम जारी 45 उम्मीदवारों की सूची में अमेठी से संजय सिंह को मौका दिया गया है. सीट से पिछली बार भाजपा से संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने चुनाव जीता था, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया. पूर्ववर्ती अमेठी रियासत के प्रमुख संजय सिंह ने जुलाई 2019 में कांग्रेस और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था. उनके नजदीकी लोगों के मुताबिक संजय सिंह अमेठी विधानसभा से अपनी पत्नी अमीता सिंह को भाजपा का टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत थे जबकि गरिमा सिंह अपना टिकट बचाने का जद्दोजहद कर रही थीं.

अमेठी में 'महाराज' नाम से संबोधित किये जाने वाले डॉक्टर संजय सिंह ने गरिमा सिंह को तलाक देकर 1995 में अमीता सिंह के साथ शादी कर ली थी. राष्‍ट्रीय स्‍तर की बैडमिंटन खिलाड़ी रहीं अमीता ने 1984 में राष्‍ट्रीय चैंपियन सैयद मोदी से शादी की थी, लेकिन 1988 में सैयद मोदी की हत्‍या के बाद उन्होंने संजय सिंह से विवाह किया और फिर राजनीति में सक्रिय हुईं. 2002 में वह भाजपा तथा 2007 में कांग्रेस से अमेठी से विधायक चुनी गईं. वर्ष 2017 के चुनाव में अमेठी में संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह (भाजपा) और अमीता कांग्रेस की उम्मीदवार थीं.

भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को बलिया नगर से मौका दिया है. लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार में महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह और उनके पति भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के बीच भी टिकट को लेकर खींचतान की स्थिति थी, लेकिन पार्टी ने सीट से पति-पत्नी की टिकट काट कर यहां से राजराजेश्वर को अपना उम्मीदवार बनाया.

स्वाति सिंह सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से 2017 में पहली बार चुनाव जीती थीं. आज जारी सूची के अनुसार, दयाशंकर सिंह को बलिया नगर से टिकट दिया गया है. वह 2007 में भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ चुके हैं. बलिया नगर सीट से पिछली बार पार्टी के टिकट पर जीते संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्‍द स्‍वरूप शुक्ल को पार्टी ने बलिया जिले की ही बैरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है. बैरिया के निवर्तमान विधायक व विवादित बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सुरेंद्र सिंह का टिकट पार्टी ने काट दिया है.

भाजपा ने सुलतानपुर में मौजूदा विधायक सूर्यभान सिंह की जगह इस बार विनोद सिंह और इसी जिले के लंभुआ क्षेत्र में विधायक देवमणि द्विवेदी की जगह सीताराम वर्मा को मौका दिया है. इसके अलावा बस्ती की रुधौली सीट पर मौजूदा विधायक संजय प्रताप जायसवाल की जगह उनकी पत्‍नी संगीता प्रताप जायसवाल को मौका दिया है. भाजपा ने कुशीनगर जिले के पडरौना क्षेत्र में मनीष जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है. पडरौना में पिछली बार भाजपा से स्‍वामी प्रसाद मौर्य चुनाव जीते थे जिन्होंने हाल में राज्‍य सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और उन्हें सपा ने कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है.

हाल में बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई आजमगढ़ जिले की सगड़ी सीट से विधायक वंदना सिंह भाजपा का टिकट पाने में कामयाब हो गई हैं. मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के पुत्र राम विलास चौहान को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है.

पढ़ें: पंजाब में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस की स्थिति पर फर्क नहीं पड़ेगा: भाजपा

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की मंत्री संगीता बलवंत गाजीपुर, अनिल राजभर शिवपुर, रविंद्र जायसवाल वाराणसी उत्‍तर, नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण और रमाशंकर पटेल मड़िहान सीट से भाजपा के उम्मीदवार बनाये गये हैं. ये सभी मंत्री पिछली बार इसी सीट से उम्मीदवार घोषित किये गये थे और चुनाव जीते थे.

पीटीआई-भाषा

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