नई दिल्ली : केजरीवाल की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर भिड़ीं आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तू तू-मैं मैं का दौर शुरू हो गया है और निशाने पर है गुजरात का चुनाव. हालात ये हैं कि एक पार्टी आरोप लगा रही है तो दूसरी पार्टी उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा कर रही है. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने भी आम आदमी पार्टी की चिट्ठी सार्वजनिक की है जिसमें उन्होंने केजरीवाल के दौरे में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने की मांग की थी.
दरअसल अरविंद केजरीवाल सोमवार की रात गुजरात में एक ऑटो चालक के बुलावे पर उसकी बस्ती में ऑटो से पहुंचे थे जहां सुरक्षाकर्मियों ने उनकी जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा का हवाला देते हुए रोक दिया था. केजरीवाल ये आरोप लगा रहे थे कि भाजपा उन्हें जनता के पास पहुंचने से रोकना चाहती है. अब भाजपा ने केजरीवाल की पार्टी की तरफ से कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हो चुके हमलों का जिक्र करते हुए गुजरात पुलिस कमिश्नर को लिखी चिट्ठी सार्वजनिक कर दी है जिसमें उनकी चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी.
आरोप और पलटवार का दौर शुरू : गुजरात में हुए घटनाक्रम के बाद 'आप' आरोपों की झड़ी लगा दी. आप ने कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा चुनाव प्रचार करने से रोक रही है. वह जनता के कार्यक्रमों में जाने नहीं देना चाहते. वहीं भाजपा भी कहां चुप बैठने वाली थी, बीजेपी नेताओं ने आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं की लिस्ट ट्वीट कर दी जिनमें उन्हें दिल्ली और पंजाब की सरकार से सुरक्षा मिल रही है. इनमें मुख्य तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता हैं जिन्हें जेड प्लस, जेड और वाई कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है. इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम सबसे ऊपर है.
भाजपा ने आम आदमी पार्टी की वह चिट्ठी भी ट्वीट की है जिसमें गुजरात पुलिस कमिश्नर से अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी. बावजूद इसके केजरीवाल अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर आरोप लगाते नजर आए कि सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं दे रही. उन्हें जनता के घर और ऑटोवाले के घर जाने से रोकना चाह रही थी.
उन्होंने कहा कि इनका मकसद उन्हें सिक्यॉरिटी देना नहीं, बल्कि जनता के बीच जाने से रोकना था. केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली और पंजाब में भी ऑटो में घूमते हैं. उन्हें जनता के बीच जाने से कोई नहीं रोक सकता है. साथ ही साथ यह भी नसीहत दे डाली कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी अपने बड़े मकानों से निकलकर जनता के घर जाना चाहिए और उनके साथ खाना खाना चाहिए.
कपिल मिश्रा बोले- झूठ बोलते आए हैं केजरीवाल : इस पूरे मुद्दे पर आप से भाजपा में आए कपिल मिश्रा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल शुरू से झूठ बोलते आए हैं उन्हीं की पार्टी ने पहले सुरक्षा मांगी और जब उन्हें गुजरात की पुलिस ने सुरक्षा दी तो वह पुलिस पर ही झूठे आरोप लगाने लगे. भाजपा नेता ने कहा कि जिस ऑटो वाले के घर वह खाना खाने गए थे वह आप का कार्यकर्ता है. वह वहां से खाना खाकर इनोवा में लौटे थे.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि पंजाब और दिल्ली का मॉडल वह गुजरात में देंगे तो पहले वह यह तो समझा दें कि दिल्ली का मॉडल है क्या. उन्होंने कहा कि दिल्ली का मॉडल है सिर्फ ढकोसला है. आरटीआई में यह साबित होता है कि 3:30 हजार लोगों को भी नौकरी नहीं दी गई जबकि वह 40000 लोगों को नौकरी देने का दावा कर रहे हैं. जगह-जगह शराब के ठेके खुलवा दिए गए. ना ही स्कूल बना और ना ही नए टीचरों की नियुक्ति की गई जबकि कागजों पर नए स्कूल दिखा दिए गए. उन्होंने कहा कि वह गुजरात में भी इसी मॉडल पर ठगने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें ढोकला की जगह बियर, फ़ाफड़ा की जगह रम, खाखरा की जगह वाइन, कढ़ी की जगह चरस गांजा, डाबेली की जगह दारू, सुदर्शन चक्र की जगह झाड़ू, यह बातें फैलाई जाएंगी लेकिन गुजरात की जनता 100% भाजपा को ही चुनेगी यह हमें विश्वास है.
मनोज तिवारी बोले-दिल्ली को ऑटो चालकों से पूछें केजरीवाल की हकीकत : वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी का कहना है कि वह गुजरात के ऑटो चालक से यह अपील करते हैं कि वह दिल्ली के किसी भी ऑटो चालक को फोन लगाएं और उससे पूछें कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के ऑटो चालकों का क्या एक भी वादा पूरा किया है. तब उन्हें वास्तविकता का पता चलेगा. मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सिर्फ एक बहरूपिया हैं. 2013 के बाद उन्होंने ऑटो चालकों की एक बात या एक मांग भी नहीं मानी है बल्कि ऑटो चालकों को अपने लाइसेंस रिन्यूअल कराने में भी भारी रिश्वत देना पड़ता है. उन्होंने कहा वह जल्द ही गुजरात जा रहे हैं और वहां अरविंद केजरीवाल की पोल खोलेंगे.