भोजपुर(जगदीशपुर): बिहार के भोजपुर में पाकिस्तान का रिकॉर्ड तोड़ दिया गया है. 23 अप्रैल का दिन जगदीशपुर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है. वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव (Babu Kunwar Singh Vijyotsav) कार्यक्रम में एक साथ 77900 राष्ट्रीय ध्वज (77900 tricolor hoisted together In bhojpur) फहराए गए. कार्यक्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) शामिल हुए. करीब 57 हजार पाकिस्तानी झंडा एक साथ लहराने का वर्ष 2014 का विश्व रिकॉर्ड आठ साल बाद शनिवार को टूट गया है.
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जगदीशपुर में बना कीर्तिमान: दरअसल, बिहार के भोजपुर जिले का जगदीशपुर बाबू वीर कुंवर सिंह की जन्मस्थली है. यहीं 23 अप्रैल को वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. 50 हजार झंडे एकसाथ फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. लेकिन अब 77900 तिरंगा झंडा फहराने का कीर्तिमान जगदीशपुर के दुलौर गांव में स्थापित किया गया है. इस रिकॉर्ड को दर्ज करने के लिए पहले ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम बिहार पहुंच गई थी. वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का बीड़ा बिहार भाजपा ने उठाया था. 23 अप्रैल यानी शनिवार को बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित विजयोत्सव में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है. बता दें कि सबसे ज्यादा राष्ट्रीय ध्वज फहराने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम पर है, जहां 2004 में 57632 राष्ट्रीय ध्वज एक साथ फहराए गए थे.
इतिहास ने बाबू कुंवर सिंह के साथ अन्याय किया : इस मौके पर उपस्थित देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वीर कुंवर सिंह के वीरता की गाथा की तुलना में इतिहास ने उनके साथ अन्याय किया. उन्होंने कहा कि इस चिलचिलाती धूप में जिस तरह लोग उनके विजयोत्सव कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं, वही इस बात का प्रमाण है कि वे कितने महान थे. जगदीशपुर के दुलौर मैदान में आयोजित विजयोत्सव कार्यक्रम में कुंवर सिंह को श्रद्धाजंलि देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इतिहास ने बाबू कुंवर सिंह के साथ अन्याय किया. उनकी वीरता के अनुरूप उन्हें जगह नहीं दी गई. आज बिहार की जनता पलक पांवड़े बिछाकर उनका नाम एक बार फिर से अमर कर रही है.
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'आरा में राष्ट्रभक्ति का ये उफान देखकर निशब्द हूं' : अमित शाह ने कहा कि 58 साल के सार्वजनिक जीवन में अनेक प्रकार की रैलियों में गया हूं, लेकिन आरा में राष्ट्रभक्ति का ये उफान देखकर नि:शब्द हूं. ऐसा कार्यक्रम जीवन में कभी नहीं देखा. इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जितने लोग इस बडे पंडाल में हैं उससे अलग पांच किलोमीटर तक हाथ में तिरंगा लिए लोग सड़कों पर वंदे मातरम का नारा लगा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कुंवर सिंह की स्मृति में जगदीशपुर में उनका भव्य स्मारक बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि उसमें 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानियों की स्मृति में स्मारक बनाया जाएगा.
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मोदी की तारीफ, निशाने पर विपक्ष : गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि 123 करोड़ लोगों का मुफ्त टीकाकरण नहीं करते तो न जाने कितने लोग कोरोना महामारी से मारे जाते. उन्होंने कहा कि अमीर तो वैक्सीन लगवा लेते, लेकिन दलित, आदिवासी, शोषित कहां लगवाते. उन्होंने कई केंद्र प्रायोजित योजनाओं का भी जिक्र किया. शाह ने इस समारोह में विपक्ष पर निशना साधने से नहीं चूके. उन्होंने राजद शासनकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल को याद कराना जरूरी है. बिहार में जंगलराज को कोई भूल सकता है क्या. यही बिहार था जहां सरेआम हत्या होती थी. बिजली नहीं थी. जाति के नाम पर भेदभाव होता था. नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर ले जाने का काम किया.
गृह मंत्री की मौजूदगी में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड: इससे पूर्व अमित शाह कुंवर सिंह के किला गए जहां कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद समारोह के पूर्व शाह ने तिरंगा झंडा फहराया. इसके बाद पंडाल में बैठे लोगों ने भी तिरंगा लहराया. बता दें कि बिहार में आज वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह मनाया जा रहा है. भोजपुर के जगदीशपुर में इसे लेकर कई दिनों से तैयारी की जा रही थी. गृह मंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. इससे पहले अमित शाह पटना पहुंचे थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे पहले वीर कुंवर सिंह के किले में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद दुलौर में सभा को संबोधित किया.