चंडीगढ़ : पंजाब के अम्बाला जिले में हुई गैंगवार में नया खुलासा हुआ है. पहले माना जा रहा था कि ये गैंगवार लॉरेंस बिश्नोई और भुप्पी राणा गैंग के बीच हुई है. अब बंबीहा गैंग की फेसबुक पोस्ट ने मामले में पुलिस को असमंजस में डाल दिया है. बंबीहा गैंग की तरफ से एक पोस्ट सांझा की गई. जिसमें इस घटना पर खेद प्रकट किया गया. पोस्ट में बंबीहा गैंग की तरफ से लिखा गया कि बेकसूर मारे गए. हमें माफ कर दिया जाए.
दरअसल 25 मार्च को अंबाला के कालका चौक पर कार सवार चार युवकों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी. चार कार सवारों में दो की मौत हो गई थी, जबकी दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे. मृतकों की पहचान पंकज और राहुल के रूप में हुई. गंभीर रूप से घायल युवकों की पहचान अश्विनी और गौरव के रूप में हुई.
बंबीहा गैंग ने किया हमला!
अब बंबीहा गैंग की फेसबुक पोस्ट के मुताबिक फायरिंग में पंकज और राहुल नाम के युवक मारे गए, वहीं अश्विनी और गौरव घायल हुए. जबकि गैंग के निशाने पर जमानत पर आए हुए मनीष और मुन्नी नाम के युवक थे. इन चारों का बंबीहा गैंग से कोई वास्ता नहीं था. अब इस मामले में तीन गैंग का नाम सामने आया है. पहला लॉरेंस, दूसरा भुप्पी, तीसरा अब बंबीहा. ये अभी तक नहीं पता चला कि मरने वाले और घायल किस गैंग के सदस्य थे. हालांकि बंबीहा गैंग की फेसबुक पोस्ट से ये साफ हो गया है कि हमला उन्हीं के गैंग के शॉर्प शूटर ने किया था.
पुलिस ने मामले पर साधी चुप्पी
मिली जानकारी के अनुसार जुलाई 2019 में अंबाला शहर जेल में लॉरेंस और भुप्पी राणा गैंग के गुर्गों के बीच में जेल में खूनी संघर्ष हो गया था. इस खूनी संघर्ष में दोनों ही पक्ष के लोग घायल हुए थे. मामले में करीब 84 लोगों के खिलाफ बलदेव नगर पुलिस ने मामला दर्ज किया था. इसी मामले में राहुल और प्रदीप पेशी पर आए थे. इसलिए पुलिस इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ मान रही थी, लेकिन अब मामले में दूसरे गैंग का नाम सामने आया है.
अभी की कहानी ये है कि 25 मार्च के दिन जिन चार युवकों पर हमला हुआ उनमें से राहुल और प्रदीप पेशी पर चंडीगढ़ आए थे. उसी दिन मन्नी और मनीष भी पेशी पर आए थे. जिन चार युवकों पर हमला हुआ उनकी कार चंडीगढ़ नंबर प्लेट की थी. जिससे हमलावरों को लगा कि मुन्नी और मनीष उसी कार में हैं. जबकि उस कार में दूसरे गैंग के चार युवक सवार थे.
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इतना तो साफ हो गया है कि चंडीगढ़ नंबर की गाड़ी की फेर में बंबीहा गैंग के शूटरों ने दूसरे लोगों पर गोलियां चला दी. बंबीहा गैंग ने बाउंसर अमित शर्मा उर्फ मीत हत्याकांड के मन्नी और मनीष की हत्या बदला लेने की पोस्ट सोशल मीडिया पेज पर अपलोड की और कुछ देर बाद ही हटा दी. तब तक बंबीहा गैंग समझ रहा था कि मन्नी और मनीष की मौत हुई है, जबकि मरने वाले पंकज और राहुल थे. ऐसे में बंबीहा गैंग ने फिर से पोस्ट कर कहा कि गलतफहमी में बेकसूरों की हत्या कर दी. इसके लिए उनके परिजनों से माफी मांगते हैं और साथ में चेतावनी भी दी कि जिनका काम करना था, उनको बिल्कुल नहीं छोड़ेंगे.