मेरठ : पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत है. भाकियू ने पिछले माह ही घोषणा कर दी थी कि 10 मार्च को मेरठ के चौधरी चरण सिंह पार्क पर महापंचायत बुलाई जाएगी. महापंचायत को लेकर जनसंपर्क भी किया गया था. जिसके चलते महापंचायत में भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाकर कमिश्नरी स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क पहुंचे. उनके काफिले में कई ट्रैक्टर ट्रॉलियां थीं, जिन पर किसान सवार थे.
दिल्ली में 20 मार्च से जुटेंगे किसानः ईटीवी भारत से खास बातचीत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि उनकी मुख्य रूप से एमएसपी की मांग है. साथ ही अन्य भी किसानों से जुड़ी मांग भी हैं, लेकिन जब तक किसानों की एमएसपी की मांग पूरी नहीं होगी इसी तरह से देश भर में महापंचायत होती रहेंगी. साथ ही उन्होंने बताया कि 20 मार्च से दिल्ली में डेरा डाला जाएगा.
सरकार किसानों की जमीन लूटने पर आमादाः ट्रैक्टर पर आने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि अभी कुछ साल तक तो यह ट्रैक्टर रहेगा. लेकिन, उसके बाद यह ट्रैक्टर किसानों का टैंक बन जाएगा. क्योंकि सरकार 2047 तक किसानों की जमीन लूट लेगी. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों को कर्जा देना चाहती है, फसलों का दाम देना नहीं चाहती, किसान की जमीन लूटना चाहती है. सरकार की मंशा है कि किसान की जमीन लूट ली जाए.
जिन्होंने महात्मा गांधी पर गोली चलाई, वही लोग अब मुझे धमकी दे रहेः राकेश टिकैत को बीते दिनों धमकी मिली थी. इसके बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी शांति के पुजारी थे और गोली के शिकार हुए थे. अब वही लोग हैं जो उन्हें भी धमकी दे रहे हैं. ये वही लोग हैं जिन्होंने पंजाब में हिंदू-मुस्लिम, हिंदू-सिख कराया है और हमने बहुत दिन पहले आगाह भी किया था कि कुछ लोग पंजाब में हिंदू-सिख के बीच दंगा कराएंगे. उन्होंने कहा कि ये लोग बड़े ही खतरनाक हैं जिनसे बचकर रहना है.
आंदोलन ही देश को बचाने का एक रास्ताः टिकैत ने कहा कि आंदोलन ही एक रास्ता है जो देश को बचा सकता है, दूसरा कोई रास्ता नहीं है. महापंचायत में यही मांग है कि एमएसपी गारंटी का कानून हो और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए. राकेश टिकैत ने कहा कि 20 मार्च को दिल्ली में किसान जुटेंगे, अगर सरकार सुध नहीं लेती तो दिल्ली जाएंगे. बता दें कि भारतीय किसान यूनियन किसानों के नलकूपों पर बिजली मीटर लगाए जाने, गन्ना मूल्य न बढ़ाए जाने, आवारा पशुओं की समस्या का समाधान न होने समेत अन्य समस्याओं को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन करती आ रही है.