भरतपुर. आज कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है और किस दिशा में जाएगा. देश की जुडिसरी पर दबाव है. इलेक्शन कमीशन पर दबाव है. ईडी, इनकम टैक्स जैसी प्रीमियर एजेंसियों की क्रेडेबिलिटी बहुत हुआ करती थी, लेकिन अब इनका जमकर दुरुपयोग हो रहा है. यही वजह है कि आज हर फैसला प्रभावित हो रहा है. यह बात गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर में मेगा जॉब फेयर के उद्घाटन के अवसर पर मीडिया से बातचीत में कही.
मीर जाफर की भूमिका तो RSS ने निभाई थीः गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की तरह अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी ने कितने ही पॉलिटिकल कमेंट किए होंगे, कोई सोच भी नहीं सकता. उस समय इस तरह के कोर्ट केस नहीं हुआ करते थे. गहलोत ने कहा कि यह लोग राहुल गांधी को मीर जाफर कहते हैं. जबकि हकीकत में मीर जाफर की भूमिका तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने निभाई थी. इन्होंने अंग्रेजों का साथ देकर देश को धोखा दिया था. गुजरात के सूरत जिला न्यायालय द्वारा राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस तरह का कमेंट किया है, इस तरह के पॉलिटिकल कमेंट तो चलते रहते हैं. हम तो 40 -50 साल से देख रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी ने तो इस तरह के पॉलिटिकल कमेंट जाने कितने ही किए होंगे, कोई सोच भी नहीं सकता. वो जमाना और था यह जमाना और है, बस इतना ही फर्क है. उस समय इस तरह के कोर्ट केस नहीं हुआ करते थे.
जुडिसरी पर भरोसाः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरनेम वाले लोग ही ऐसी हरकत क्यों करते हैं, क्योंकि वो समझते हैं कि मोदी उनका अपना आदमी है और उन्हें बचा लेगा. हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कमेंट किया है. वह एक पॉलीटिकल कमेंट है. उसको लेकर कोर्ट में जाना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री बोले, हमें जुडिसरी पर पूरा भरोसा है. आने वाले समय में सही फैसला होगा और विपक्ष जो मैसेज देना चाहता है उसमें वो सफल नहीं हो पाएंगे.
राहुल गांधी ही कर सकते हैं मोदी से मुकाबलाः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी एक बहुत ही साहसी शख्स हैं. मोदी जी जैसे व्यक्ति से वही मुकाबला कर सकते हैं. एनडीए गवर्नमेंट से मुकाबला करने में राहुल गांधी सक्षम हैं. उन्होंने अकेले यात्रा की और पूरे देश को उद्वेलित कर दिया. उन्होंने जनता को बताया कि महंगाई, बेरोजगारी, हिंसा और गरीब, अमीर के बीच में खाई बढ़ती जा रही है. ये चारों महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और इन मुद्दों पर मोदी जी और अमित शाह का ध्यान जाता नहीं है. उनका ध्यान जाता है तो बदला लेने पर.
घमंड में हैं मोदी और अमित शाहः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे हंसी आती है कि उन्होंने दिल्ली पुलिस में केस रजिस्टर्ड कर राहुल गांधी के घर पर भेज दिया. गहलोत ने कहा कि यह 75 साल में पहला कोई केस होगा, जब कोई नेता किसी राज्य की जनता की समस्या को मीडिया के माध्यम से कहे, तो उसके खिलाफ केस भी दर्ज कर दिया. पुलिस भी भेज दी, नोटिस दे रहें है, सवाल पूछ रहे हैं. इसकी पूरा देश निंदा कर रहा है. यह बात उनको अभी समझ में नहीं आ रही है. अभी मोदी जी और अमित शाह बहुत घमंड में चल रहे हैं. इनकी पार्टी में भी यह बहस शुरू हो गई है कि ये पार्टी का मजाक क्यों उड़वा रहे हैं. पार्टी के लोगों की मोदी जी के सामने बोलने की हिम्मत नहीं होती है. राजस्थान के 25 सांसद हैं, लेकिन वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जाकर ईआरसीपी की हकीकत नहीं कह सकते. राजस्थान के ही जल शक्ति मंत्री है, लेकिन वो मोदी को ईआरसीपी के बारे में नहीं बोल सकते. एक तरह से इनकी पार्टी में भी तानाशाही रवैया हो गया है, कोई बोल नहीं पा रहा है.
वो राहुल गांधी को मीर जाफर कहते हैंः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संबित पात्रा जैसे लोग कल परसों से राजनीति में बैठने लगे हैं प्रवक्ता के रूप में. लेकिन किस तरह की निम्न स्तर की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, घटिया स्तर के कमेंट करते हैं, यह बीजेपी का चेहरा हैं. वह भाजपा मुख्यालय में बैठकर राहुल गांधी को कहते हैं कि वो मीर जाफर है. इतिहास गवाह है कि मीर जाफर ने जो कारनामे किए थे, वो वीर सावरकर और आरएसएस ने किए हैं. आजादी की लड़ाई के समय पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी जैसे बड़े-बड़े नेता जेल बंद थे. वीर सावरकर भी जेल में बंद रहे.सावरकर ने कई बार लिखित में माफी मांगी. जिस समय सुभाष चंद्र बोस और देश अंग्रेजों से लड़ाई लड़ रहा था, उस समय इन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया. अंग्रेजों के पक्ष की सेना में लोगों को भर्ती कराया.
RSS के एक भी व्यक्ति ने आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की बात चल रही थी. तब आरएसएस (तत्कालीन जन संघ) के एक भी व्यक्ति ने आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया. इनको शर्म आनी चाहिए. मीर जाफर की भूमिका तो इन लोगों ने निभाई थी. मीर जाफर ने सिराजुद्दोला को जो धोखा दिया था, वो धोखा तो इन्होंने देश को दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएसएस, भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि तुम देश के नागरिक थे और तुम राष्ट्रभक्त होने का दावा करते हो, फिर क्यों अंग्रेजों का साथ दिया था. इतिहास गवाह है आरएसएस ने अंग्रेजों का साथ दिया था. 40 साल से आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है. इन्होंने देश का तिरंगा झंडा नहीं लगाया, अब तिरंगा लगाने लगे हैं. गहलोत ने कहा कि ये राहुल गांधी का क्या मुकाबला करेंगे. राहुल गांधी को मीर जाफर कहकर नई पीढ़ी को क्यों गुमराह कर रहे हो. इनकी हरकतें देश कभी माफ नहीं करेगा. हिंदू-मुसलमान की राजनीति कब तक करोगे. मुख्यमंत्री ने बोला कि हम हिंदू नहीं है क्या. लेकिन ये लोग वोट लेने के लिए जिस तरह की हरकतें कर रहे हैं वो लोकतंत्र के लिए उचित है क्या?
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से घबरा गई है भाजपाः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सांसद राहुल गांधी पार्लियामेंट में बोलना चाहता है, लेकिन रोकने का काम पहली बार देख रहा हूं. सत्ता पक्ष खुद ही पार्लियामेंट को डिस्टर्ब कर रहा है, जबकि सत्तापक्ष की ड्यूटी होती है कि वो पार्लियामेंट को चलवाए. उसके लिए वो समझाइश करे, बातचीत करे. ये कायदा होता है, लेकिन यहां उल्टा हो रहा है. जब से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा निकली है, तब से ये लोग घबरा गए हैं, बौखला गए हैं, इसलिए ऐसी हरकतें कर रहे हैं.
किरोड़ी लाल मीणा ने वीरांगनाओं को गुमराह कियाः जीतराम गुर्जर के नाम पर नगर के राजकीय महाविद्यालय का नामकरण करने और वीरांगना सुंदरी देवी द्वारा मुख्यमंत्री का आभार जताने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस समय कारगिल का पैकेज बनाया गया था. उस समय हमने देश में सबसे अच्छा पैकेज शहीद के परिजनों को दिया था. लेकिन भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा इन लोगों को गुमराह करके जयपुर ले आए और धरना प्रदर्शन कर रहे थे. यह चुनावी साल है और ये लोग इस तरह की हरकतें आगे भी करते रहेंगे. किरोड़ी लाल मीणा खाली पब्लिसिटी लेने के लिए और अपने हाईकमान को खुश करने के लिए वहां धरने पर बैठ गए.
100 जॉब फेयर आयोजित किए जाएंगेः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर जॉब फेयर का उद्घाटन किया और पहले ही दिन अच्छे पैकेज पर नौकरी पाने वाले युवाओं को बधाई देकर प्रोत्साहित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जॉब फेयर का अवलोकन किया और युवाओं से बात भी की. अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे प्रदेश भर में युवाओं के लिए ऐसे 100 जॉब फेयर आयोजित किए जाएंगे. जिसमें लाखों युवाओं को नौकरी मिल सकेगी. जॉब फेयर के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के छोटे भाई राजेंद्र गर्ग का निधन होने पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग और मृतक के परिजनों को ढांढ़स बंधाया.