नई दिल्ली/ठाणे : स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिर्फ सफेद टोपी और हिजाब दिखाई देता है, लेकिन लाखों लोगों के हाथों में राष्ट्रीय ध्वज दिखाई नहीं देता.
यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के कुछ फैसलों के खिलाफ देश भर में जारी विरोध प्रदर्शन लोगों के लिए अपनी घुटन दिखाने का एक तरीका है.
राजनेता-कार्यकर्ता शनिवार रात यहां के भिवंडी शहर में सीएए, प्रस्तावित देशव्यापी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे.
महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड, जद(एस) के राष्ट्रीय महासचिव और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी जी कोलसे-पाटिल और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता उमर खालिद ने भी सभा को संबोधित किया.
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यादव ने कहा, मोदी को केवल सफेद टोपी और हिजाब दिखता है, लाखों लोगों के हाथों में तिरंगा नहीं दिखता, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. देश में लोगों को जो घुटन महसूस हो रही थी, वह इन आंदोलन के जरिए बाहर निकल रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के शाहीन बाग में जारी आंदोलन ने नारी शक्ति को साबित किया है.