कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने फैसला किया है कि कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के शवों को उनके परिवार के सदस्यों को देखने की अनुमति होगी. यह बात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कही. बनर्जी ने कहा कि फैसला मानवीय आधार पर लिया गया है.
उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविड-19 के (पॉजिटिव रिपोर्ट वाले) मरीजों और इसके संदिग्ध मरीजों के शवों के अंतिम संस्कार के प्रोटोकॉल में कोई अंतर नहीं है.
उन्होंने कहा कि दिक्कत यह है कि अगर संदेह है कि मरीज की मौत कोविड-19 के कारण हुई है, तो जांच रिपोर्ट आने में 10 से 12 घंटे लगते हैं. परिवार के सदस्यों को तब तक इंतजार करना पड़ता है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उन्हें इंतजार नहीं करना होगा. हम उन्हें शव को देखने के लिए आंधे घंटे का वक्त देंगे, लेकिन यह कवर के अंदर होगा. अंतिम संस्कार आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के मुताबिक होगा.