कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में पार्टी कार्यकर्ता की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा 12 घंटे के बंद का आह्वान किया गया है. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया.
दरअसल, बंद के दौरान भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. इस दौरान पुलिस ने लाठचार्ज किया.
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है, 'टीएमसी द्वारा हमारे कार्यकर्ताओं को लगातार मारा जा रहा है लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है. इसलिए, आज का भारत बंद इस तरह की हत्याओं के खिलाफ हमारा विरोध है.
बता दें कि मृतक के परिजन ने बताया कि यह घटना तूफानगंज क्षेत्र में मां काली की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई. हालांकि, भाजपा ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है.
क्या है मामला
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा के बूथ सचिव कलाचंद कर्माकर (55) ने झगड़ा कर रहे दो क्लब के सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया, तो लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.
अधिकारी ने बताया कि इससे कर्माकर अचेत हो कर जमीन पर गिर पड़े. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
कर्माकर की पत्नी आरोप है कि उन्हें डंडे से मारा गया था. वहीं भाजपा की जिला इकाई ने घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस पर दोष मढ़ा है. भाजपा के स्थानीय नेता सौरभ दास ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने कूचबिहार जिले में अपना आधार खो दिया है और अब वह भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है.
वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींन्द्रनाथ घोष ने आरोपों को खारिज किया और उन्हें निराधार बताया. उन्होंने कहा कि स्थानीय झगड़े के कारण घटना हुई. पुलिस मामले की जांच कर रही है. भाजपा मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.
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बात दें कि बीते दिनों पश्चिम बंगाल दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है. बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याओं को भी अमित शाह ने अपने दौरे में भुनाया. कोलकाता पहुंचते ही उन्होंने पुलिस कस्टडी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के परिजनों से मुलाकात की. वहीं एक कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में भाजपा ने 'नबन्ना चलो' रैली भी निकाली थी.