अमरावती : देश में लगातार विकसित हो रही टेक्नोलॉजी आज विनाश का कारण बनती जा रही है. लोग अपनी सुविधाओं के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी का विकास कर रहे हैं, जो अब प्रकृति के नाश का कारण बन रही है. जिसकी रोकथाम के लिए आंध्र प्रदेश में पूर्वी गोदावरी के ग्रामीण सामने आए हैं. यहां के ग्रामीण सेल टावर लगाने का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इससे प्रवास के लिए पहुंच रहे पक्षी आज विलुप्त होने की कगार पर आ गए हैं.
पूर्वी गोदावरी में हजारों मील की यात्रा कर कई पक्षी प्रवास के लिए आते हैं. जून से निकलकर वह दिसंबर में वापस जाते हैं. वहीं सेल टावर से इन पक्षियों को बहुत नुकसान होता है. सेल टावरों से होने वाले रेडिएशन की वजह से लगातार पक्षियों की संख्या में कमी आ रही है. कई प्रजातियों के पक्षी विलुप्त होने की कगार पर हैं.
पढ़ें - साइबेरियन पक्षियों के लिए ठिकाना बन रहा यह पक्षी अभ्यारण
इन पक्षियों की रक्षा के लिए पूर्वी गोदावरी जिले के ग्रामीण सामने आए हैं. उन्होंने अधिकारियों से मांग की है कि उनके इस क्षेत्र में टावर निर्माण पर रोक लगा दी जाए. ग्रामीणों का कहना है कि पक्षी हजारों मील की यात्रा कर पूर्वी गोदावरी जिले के राजनगरम मंडल में प्रवास करने आते हैं. बिजली के तारों से टकराने से कई पक्षियों की मौत हो जाती है, जिसके कारण इनकी संख्या में लगातार कमी आ रही है.