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VHP को उम्मीद, राम जन्मभूमि न्यास के डिजाइन से होगा राम मंदिर निर्माण

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Published : Nov 10, 2019, 8:15 AM IST

Updated : Nov 10, 2019, 9:27 AM IST

उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने अयोध्या मामले पर फैसला सुना दिया है. इसके अंतर्गत सरकार को अयोध्या में रामजन्मभूमि से संबंधित स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित करना है. वीएचपी को उम्मीद है कि मंदिर निर्माण उनकी डिजाइन पर होगा. पढ़ें विस्तार से...

राम जन्मभूमि न्यास के डिजाइन से होगा मंदिर निर्माण

इंदौर/अहमदाबाद : अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने उम्मीद जताई है कि कानूनी आदेश पर बनने वाला ट्रस्ट रामजन्मभूमि न्यास के डिजाइन के मुताबिक भव्य मंदिर का निर्माण करेगा. उन्होंने बाद में गुजरात के अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2024 तक उस स्थान पर एक भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने शनिवार को फैसला दिया कि अयोध्या में रामजन्मभूमि से संबंधित स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित किया जाए.

गौरतलब है कि विहिप ने राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में 1990 में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिये पत्थरों को तराशना शुरू किया था.

राम जन्मभूमि न्यास विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों का स्थापित ट्रस्ट है. इस ट्रस्ट की स्थापना अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के उद्देश्य से 18 दिसंबर 1985 को की गई थी.

कोकजे ने कहा, 'अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अब किसी भी पक्ष की हार या जीत का सवाल नहीं है, क्योंकि अदालत ने संतुलित फैसला सुनाते हुए सदियों पुराने मसले को अच्छी तरह हल कर दिया है. यह फैसला स्वागतयोग्य है, क्योंकि इसके तहत न्याय किया गया है.'

राम जन्मभूमि न्यास के डिजाइन से हो सकता है मंदिर निर्माण

अयोध्या भूमि विवाद : संक्षेप में समझें फैसले के अहम बिंदु

कोकजे ने कहा, 'इस फैसले की रोशनी में हम समझ रहे हैं कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये जरूरी फैसले शीर्ष अदालत के आदेश पर सरकार द्वारा गठित किये जाने वाले ट्रस्ट की निगरानी में ही होने हैं.

हालांकि, हम उम्मीद कर रहे हैं कि राम जन्मभूमि पर उसी डिजाइन के मुताबिक भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा, जो राम जन्मभूमि न्यास ने पहले से तैयार कर रखा है. इस डिजाइन को अपनाया जाना (प्रस्तावित) ट्रस्ट के लिये सुविधाजनक भी होगा.'

उन्होंने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा, ' अब जैसा कि अदालत ने अपना फैसला दिया है, उसके अनुसार अयोध्या में उसी स्थान पर एक भव्य राममंदिर बन जाएगा.
जिस तरह जमीन हासिल करना एक चुनौती थी उसी प्रकार मंदिर बनाना और उसे चलाना चुनौती होगी.

यह भारत का एक महत्वपूर्ण तीर्थाटन स्थल होगा. मेरा विश्वास है कि मंदिर 2024 तक उस स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा.'

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, 'इस समय ट्रस्ट के कामकाज के बारे में आशंका प्रकट करने का कोई कारण नहीं है. आज हम क्यों यह मानकर चलें कि ट्रस्ट हमारे विरूद्ध जाएगा? मुझे पक्का यकीन है कि ट्रस्ट मंदिर के निर्माण के लिए रामजन्मभूमि न्यास के साथ काम करेगा.'

विवादित जमीन ट्रस्ट को, मस्जिद के लिए पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन

कोकजे ने कहा, ' इसके अलावा, यह मानने का कोई कारण नहीं है कि मंदिर के विरूद्ध रहने वाले लोग ट्रस्टी के रूप में शामिल किये जाएंगे. मैं मानता हूं कि उसमें केवल रामभक्त होंगे.

जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि राजनीतिक नेता इस फैसले का श्रेय लेने का प्रयास करेंगे तो उस पर विहिप की क्या राय है, इस पर उन्होंने कहा कि लोग सभी चीज समझते हैं.

उससे पूर्व इंदौर में काशी और मथुरा के विवादित धार्मिक स्थलों को लेकर विहिप की आगामी योजना के बारे में पूछे जाने पर कोकजे ने कहा था, 'फिलहाल हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. बाकी विषयों पर समाज के रुख को राम मंदिर निर्माण के बाद देखा जायेगा.'

मध्यप्रदेश और राजस्थान के उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, 'राम जन्मभूमि न्यास ने मंदिर निर्माण के लिये काफी तैयारी कर रखी है. मंदिर का डिजाइन तैयार है और इसके मुताबिक बड़े पैमाने पर पत्थर भी तराश लिये गये हैं. '

इंदौर/अहमदाबाद : अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने उम्मीद जताई है कि कानूनी आदेश पर बनने वाला ट्रस्ट रामजन्मभूमि न्यास के डिजाइन के मुताबिक भव्य मंदिर का निर्माण करेगा. उन्होंने बाद में गुजरात के अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2024 तक उस स्थान पर एक भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने शनिवार को फैसला दिया कि अयोध्या में रामजन्मभूमि से संबंधित स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित किया जाए.

गौरतलब है कि विहिप ने राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में 1990 में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिये पत्थरों को तराशना शुरू किया था.

राम जन्मभूमि न्यास विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों का स्थापित ट्रस्ट है. इस ट्रस्ट की स्थापना अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के उद्देश्य से 18 दिसंबर 1985 को की गई थी.

कोकजे ने कहा, 'अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अब किसी भी पक्ष की हार या जीत का सवाल नहीं है, क्योंकि अदालत ने संतुलित फैसला सुनाते हुए सदियों पुराने मसले को अच्छी तरह हल कर दिया है. यह फैसला स्वागतयोग्य है, क्योंकि इसके तहत न्याय किया गया है.'

राम जन्मभूमि न्यास के डिजाइन से हो सकता है मंदिर निर्माण

अयोध्या भूमि विवाद : संक्षेप में समझें फैसले के अहम बिंदु

कोकजे ने कहा, 'इस फैसले की रोशनी में हम समझ रहे हैं कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये जरूरी फैसले शीर्ष अदालत के आदेश पर सरकार द्वारा गठित किये जाने वाले ट्रस्ट की निगरानी में ही होने हैं.

हालांकि, हम उम्मीद कर रहे हैं कि राम जन्मभूमि पर उसी डिजाइन के मुताबिक भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा, जो राम जन्मभूमि न्यास ने पहले से तैयार कर रखा है. इस डिजाइन को अपनाया जाना (प्रस्तावित) ट्रस्ट के लिये सुविधाजनक भी होगा.'

उन्होंने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा, ' अब जैसा कि अदालत ने अपना फैसला दिया है, उसके अनुसार अयोध्या में उसी स्थान पर एक भव्य राममंदिर बन जाएगा.
जिस तरह जमीन हासिल करना एक चुनौती थी उसी प्रकार मंदिर बनाना और उसे चलाना चुनौती होगी.

यह भारत का एक महत्वपूर्ण तीर्थाटन स्थल होगा. मेरा विश्वास है कि मंदिर 2024 तक उस स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा.'

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, 'इस समय ट्रस्ट के कामकाज के बारे में आशंका प्रकट करने का कोई कारण नहीं है. आज हम क्यों यह मानकर चलें कि ट्रस्ट हमारे विरूद्ध जाएगा? मुझे पक्का यकीन है कि ट्रस्ट मंदिर के निर्माण के लिए रामजन्मभूमि न्यास के साथ काम करेगा.'

विवादित जमीन ट्रस्ट को, मस्जिद के लिए पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन

कोकजे ने कहा, ' इसके अलावा, यह मानने का कोई कारण नहीं है कि मंदिर के विरूद्ध रहने वाले लोग ट्रस्टी के रूप में शामिल किये जाएंगे. मैं मानता हूं कि उसमें केवल रामभक्त होंगे.

जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि राजनीतिक नेता इस फैसले का श्रेय लेने का प्रयास करेंगे तो उस पर विहिप की क्या राय है, इस पर उन्होंने कहा कि लोग सभी चीज समझते हैं.

उससे पूर्व इंदौर में काशी और मथुरा के विवादित धार्मिक स्थलों को लेकर विहिप की आगामी योजना के बारे में पूछे जाने पर कोकजे ने कहा था, 'फिलहाल हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. बाकी विषयों पर समाज के रुख को राम मंदिर निर्माण के बाद देखा जायेगा.'

मध्यप्रदेश और राजस्थान के उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, 'राम जन्मभूमि न्यास ने मंदिर निर्माण के लिये काफी तैयारी कर रखी है. मंदिर का डिजाइन तैयार है और इसके मुताबिक बड़े पैमाने पर पत्थर भी तराश लिये गये हैं. '

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AYODHYA-MP-2ND LD VHP
VHP chief says temple to come up by 2024, favors design by Ram
Janmabhoomi Nyas
         (EDS: Adding quotes)
         Indore/ Ahmedabad, Nov 9 (PTI) Welcoming the Supreme
Court verdict in the Ayodhya case, VHP international president
Vishnu Sadashiv Kokje on Saturday hoped that a grand temple
will be built at the site as per a design prepared by the Ram
Janmabhoomi Nyas.
         He was confident that the temple will be built by the
trust -- which is to be formed as per the court's order --
before 2024, he said.
         The Supreme Court in a unanimous verdict on Saturday
cleared the way for the construction of a Ram Temple at the
disputed site at Ayodhya, and directed the Centre to allot a
5-acre plot to the Sunni Waqf Board for building a mosque.
         Ram Janmabhoomi Nyas was formed by the members of the
VHP on December 18, 1985, with the aim of constructing a grand
temple at Ram Janmabhoomi in Ayodhya.
         "There is no question of loss or victory of any of the
parties concerned after the Supreme Court's verdict in Ayodhya
case because the apex court has resolved centuries' old issue
by delivering a balanced judgment. This is a welcome decision
because justice has been done," Kokje told PTI.
         "In the light of Supreme Court decision, we understand
that necessary decisions for the construction of Ram temple in
Ayodhya are to be taken under the supervision of the trust to
be formed by the government," he added.
         He said the VHP was expecting a grand temple to be
built according to the design prepared by Ram Janmabhoomi
Nyas, claiming that the Nyas had done a lot of preparatory
work, including carving a large quantity of stones.
         "The adoption of this design would be convenient to
the (proposed) trust," Kokje, a former judge of the high
courts of Madhya Pradesh and Rajasthan, said.
         Talking to reporters later in Gujarat, Kokje expressed
confidence that a grand temple would be built by 2024.
         "Now as the court has given its verdict, a grand Ram
temple will be built at the same spot in Ayodhya. Just like
getting the land was a challenge, it will also be a challenge
to build and run the temple. It will become an important
pilgrimage place of India. I believe that the temple would be
built before 2024," Kokje said.
         He added that stone carving work for two floors has
already been completed.
         "There is no reason to have apprehensions at this
stage about the functioning of the trust. Why should we assume
today that the trust would go against us? I am sure the trust
will work with Ram Janmabhoomi Nyas to construct the temple,"
he said.
         "Moreover, there is no reason to believe that people
who are against the temple will be inducted as trustees. There
will be only Ram bhakts, I think," he added.
         When asked about VHP's views on political leaders who
would try to take credit for this verdict, Kokje said people
understand everything.
         "There is a saying that success has many fathers while
failure is orphan. So, it is obvious that some people will try
to take credit. That will happen. But people understand
everything. Our work is before them. People know what we have
done for this," he said. PTI HWP ADU PJT PD BNM NSK
KRK
KRK
11091856
NNNN
Last Updated : Nov 10, 2019, 9:27 AM IST
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