तिरुवनंतपुरम : केरल के वंजारामूडू में दो डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीन मुख्य आरोपी अंसार, उन्नी और एक महिला जो फरार थे पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, हत्या में सीधे तौर पर शामिल और हत्या की साजिश में शामिल लोगों में से कई कांग्रेस कार्यकर्ता हैं और किसी न किसी तरीके से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं.
उन्नी, जिसे मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC) का स्थानीय नेता है. हत्याकांड के आरोपी संजीव की संभावित मदद करने वाली महिला से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने कहा कि मामले में महिला की भूमिका पूरी पूछताछ के बाद ही पता चलेगी.
पुलिस ने शजीथ, सती, अजित और नजीब को भी गिरफ्तार किया है. इन लोगों पर कथित तौर पर हत्या की साजिश रचने और दोहरे हत्याकांड में मुख्य आरोपी की मदद करने का आरोप है.
एक स्थानीय अदालत में पेश पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में कहा गया कि दोहरे हत्याकांड का मकसद राजनीतिक दुश्मनी है, जो 2019 में लोकसभा चुनाव के समय सामने आई थी. तिरुवनंतपुरम ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक बी.अशोकन ने बताया कि नेतृत्व में एक विशेष पुलिस जांच टीम बनाई गई है.
रिमांड रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों का डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं के साथ 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आपस में झगड़ा हुआ था, जिसके चलते अब इनकी हत्या की साजिश रची गई.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनकी छाती पर वार के गहरे जख्म मिले हैं जिससे उनकी मौत हुई. एक महिला सहित पांच लोग पुलिस की हिरासत में हैं.
गौरतलब है कि माकपा की युवा इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के कार्यकर्ता मिथिलाज (30) और हक मोहम्मद (24) की 30 अगस्त को हत्या कर दी गई थी. वारदात को कथित तौर पर कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने तिरुवंनतपुरम के करीब अंजाम दिया था.