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विहिप और राम मंदिर न्यास के मॉडल पर हो मंदिर का निर्माण : वासुदेवानंद सरस्वती - राम मंदिर ट्रस्ट

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट का गठन कर दिया गया है. इस पर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि ट्रस्ट का गठन कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही शुभ मुहूर्त देखकर मंदिर निर्माण शुरू कर दिया जाएगा.

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वासुदेवानंद सरस्वती
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Published : Feb 6, 2020, 8:18 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 10:54 AM IST

प्रयागराज : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से ट्रस्ट बना दिया गया है. साथ ही ट्रस्ट के सदस्यों के नामों की घोषणा भी कर दी गई है. इस ट्रस्ट में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती को भी शामिल किया गया है.

स्वामी वासुदेवानंद शुरू से ही राम मंदिर निर्माण के लिए जुड़े रहे हैं. समय-समय पर होने वाले संत सम्मेलनों के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर इन्होंने प्रमुखता से आवाज उठाई है.

मीडिया से बात करते वासुदेवानंद सरस्वती.

अयोध्या राम मंदिर के ट्रस्ट में अपना नाम शामिल किए जाने के बाद वासुदेवानंद ने कहा, 'अगर मुझे सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किया है तो मेरा यह प्रस्ताव प्राथमिकता में होगा कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और राम मंदिर न्यास के मॉडल के अनुरूप ही मंदिर का निर्माण हो.'

वासुदेवानंद ने कहा कि यह विवाद पिछले 500 सालों से चला आ रहा था, जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब निबट चुका है.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर ट्रस्ट में नाम न होने से नृत्य गोपाल दास नाराज, बोले - यह संतों का अपमान

शंकराचार्य ने कहा कि चंदे में लिए गए पैसों में से बची राशि अब राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी, ताकि जनता के पैसे से ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके.

वासुदेवानंद ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास की तिथि की घोषणा शुभ मुहूर्त देखकर जल्द की जाएगी. कम से कम दो साल में यह काम पूर्ण हो जाएगा. इसके निर्माण को लेकर करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है और सभी के अंदर इच्छा है कि वे इसके भव्य स्वरूप को कब देखेंगे.

प्रयागराज : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से ट्रस्ट बना दिया गया है. साथ ही ट्रस्ट के सदस्यों के नामों की घोषणा भी कर दी गई है. इस ट्रस्ट में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती को भी शामिल किया गया है.

स्वामी वासुदेवानंद शुरू से ही राम मंदिर निर्माण के लिए जुड़े रहे हैं. समय-समय पर होने वाले संत सम्मेलनों के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर इन्होंने प्रमुखता से आवाज उठाई है.

मीडिया से बात करते वासुदेवानंद सरस्वती.

अयोध्या राम मंदिर के ट्रस्ट में अपना नाम शामिल किए जाने के बाद वासुदेवानंद ने कहा, 'अगर मुझे सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किया है तो मेरा यह प्रस्ताव प्राथमिकता में होगा कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और राम मंदिर न्यास के मॉडल के अनुरूप ही मंदिर का निर्माण हो.'

वासुदेवानंद ने कहा कि यह विवाद पिछले 500 सालों से चला आ रहा था, जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब निबट चुका है.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर ट्रस्ट में नाम न होने से नृत्य गोपाल दास नाराज, बोले - यह संतों का अपमान

शंकराचार्य ने कहा कि चंदे में लिए गए पैसों में से बची राशि अब राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी, ताकि जनता के पैसे से ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके.

वासुदेवानंद ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास की तिथि की घोषणा शुभ मुहूर्त देखकर जल्द की जाएगी. कम से कम दो साल में यह काम पूर्ण हो जाएगा. इसके निर्माण को लेकर करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है और सभी के अंदर इच्छा है कि वे इसके भव्य स्वरूप को कब देखेंगे.

Intro:सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए अब ट्रस्ट बना दिया गया है साथ ही ट्रस्ट के मानिक सदस्यों के नाम की घोषणा भी हो गई है इस ट्रस्ट में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती को भी शामिल किया गया है यह शुरू से ही राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले आंदोलनों में जुड़े रहे हैं और समय-समय पर होने वाले संत सम्मेलनों के दौरान अयोध्या में राम मंदिर बनने को लेकर आवाज प्रमुखता से उठाई है।


Body:अयोध्या राम मंदिर के टेस्ट में उनका नाम शामिल किए जाने के बाद खुद वासुदेवानंद सरस्वती जी ने खुशी जताते हुए कहा है कि अगर मुझे सरकार राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किया है तो मेरा यह प्रस्ताव प्राथमिकता में होगा कि विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर न्यास के मॉडल के स्वरूप पर ही मंदिर का निर्माण हो। उनका कहना है कि यह विवाद पिछले 500 सालों से चला आ रहा था जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब निपट चुका है उन्होंने कहा कि भारत के लाखों गांव में सवार सो रुपए चंदे लिए गए थे जिसमें से 30 करोड़ मंदिरों के पत्थरों पर खर्च हुए हैं बाकी बचे पैसे को भी अब राम मंदिर न्यास ट्रस्ट को सौंप दिया जाएगा ताकि जनता के पैसे से ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके।


Conclusion:वासुदेवा नन्द जी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास की तिथि की घोषणा शुभ मुहूर्त देखकर जल्द की जाएगी। और कम से कम दो साल में यह काम पूर्ण हो जाएगा। इसके निर्माण को लेकर करोड़ो लोगो की आस्था जुड़ी है और सभी के अंदर इच्छा है कि वह इसके भव्य स्वरूप को कब देखेंगे।

बाईट:ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
9044173173
Last Updated : Feb 29, 2020, 10:54 AM IST
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