प्रयागराज : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से ट्रस्ट बना दिया गया है. साथ ही ट्रस्ट के सदस्यों के नामों की घोषणा भी कर दी गई है. इस ट्रस्ट में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती को भी शामिल किया गया है.
स्वामी वासुदेवानंद शुरू से ही राम मंदिर निर्माण के लिए जुड़े रहे हैं. समय-समय पर होने वाले संत सम्मेलनों के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर इन्होंने प्रमुखता से आवाज उठाई है.
अयोध्या राम मंदिर के ट्रस्ट में अपना नाम शामिल किए जाने के बाद वासुदेवानंद ने कहा, 'अगर मुझे सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किया है तो मेरा यह प्रस्ताव प्राथमिकता में होगा कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और राम मंदिर न्यास के मॉडल के अनुरूप ही मंदिर का निर्माण हो.'
वासुदेवानंद ने कहा कि यह विवाद पिछले 500 सालों से चला आ रहा था, जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब निबट चुका है.
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शंकराचार्य ने कहा कि चंदे में लिए गए पैसों में से बची राशि अब राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी, ताकि जनता के पैसे से ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके.
वासुदेवानंद ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास की तिथि की घोषणा शुभ मुहूर्त देखकर जल्द की जाएगी. कम से कम दो साल में यह काम पूर्ण हो जाएगा. इसके निर्माण को लेकर करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है और सभी के अंदर इच्छा है कि वे इसके भव्य स्वरूप को कब देखेंगे.