हैदराबाद : ब्रिटेन की एक दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) ने सीईपीआई (CEPI), गवी, द वैक्सीन एलायंस (Gavi) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की सहमति के बाद ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में बन रही कोविड-19 वैक्सीन के व्यापक और वैश्विक उपयोग और उत्पादन के लिए मदद करने कदम बढ़ाया है.
कंपनी ने सीईपीआई (CEPI) और गवी (Gavi) के साथ कोरोना वायरस की वैक्सीन के 30 करोड़ खुराक (डोज) बनाने और बेचने के लिए 75 करोड़ डॉलर का समझौता किया है.
बताया जा रहा है कि वैक्सीन का वितरण साल के आखिर तक शुरू हो जाएगा. वहीं एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के साथ एक लाइसेंस एग्रीमेंट किया है. जिसके तहत कंपनी एक अरब वैक्सीन के डोज की आपूर्ति निम्न और मध्यम आय वाले देशों को करेगी.
इस समझौते के जरिए वैक्सीन निम्न और मध्यम आय वाले देशों के साथ पूरे विश्व में उपलब्ध कराई जाएंगी. कंपनी पूरे विश्व में सप्लाई चेन भी बना रही है, जिससे कोरोना वायरस महामारी के दौर में वैक्सीन जल्द से जल्द उपलब्ध हो सके. वहीं कंपनी ने दो अरब खुराक के लिए विनिर्माण क्षमता सुरक्षित कर ली है.
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एस्ट्राजेनेका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पास्कल सोरियट ने कहा, 'हम ऑक्सफोर्ड में बनाई जा रही वैक्सीन की दुनियाभर में व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किसी लाभ के बारे में सोचे बिना अथक प्रयास कर रहे हैं. यह दुनियाभर में करोड़ों लोगों की मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें कम साधन वाले देश भी शामिल हैं'.
सीईपीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रिचर्ड हैचेट ने कहा, 'एस्ट्राजेनेका और हमारे अन्य उद्योग कोरोना वायरस को खत्म करने और तेजी से सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें हैं. एस्ट्राजेनेका इस वैक्सीन की वैश्विक उपलब्धता के लिए प्रतिबद्ध है. यह साझेदारी बताती है कि कैसे कोविड-19 वैक्सीन ग्लोबल एक्सेस फेसिलिटी निजी, सार्वजनिक और तीसरे क्षेत्रों को वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए एक साथ लाएगी.'