नई दिल्ली: प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने गुरुवार के पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक शोक सभा आयोजित की. उन्होंने हमले की निंदा की और कहा कि मीडिया एक ऐसा माहौल बनाने में एक महान भूमिका निभा सकता है जो देश में हिंसा को बढ़ावा ना दें और शांति कायम करने में मदद करें.
जम्मू और कश्मीर के पत्रकार ने कहा कि वहां के लोग भूल गए हैं कि शांति क्या है. उन्होंने कहा कि यह सोचने के अलावा कि क्या किया जाना चाहिए और सरकार क्या कर सकती है, यह सोचा जाना चाहिए कि वो क्या चीज है जो आदिल अहमद जैसे युवाओं को इन आतंकी संगठनों से जोड़ता है.
उन्होंने दुख व्यक्त किया और कहा कि सड़क के बीचों-बीच इतना बड़ा हमला हो गया, जो चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि हमें उस युवा लड़के, उस आतंकी के दृष्टिकोण से भी सोचना चाहिए जिसने हमले को अंजाम दिया ताकि भविष्य में हम ऐसी भयावह घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएं.
पत्रकारों ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि ये सीआरपीएफ व्यक्ति हमारे अपने गांव के हैं, गरीब किसानों के बच्चे हैं जो पैसे कमाने के लिए नहीं बल्कि देश की सेवा के लिए सेना में शामिल हुए थे.
बता दें कि गुरुवार को करीब 3:30 बजे, लगभग 350 किलोग्राम विस्फोटक से लदी एक कार ने CRPF से भरी बस को टक्कर मारी. इस हमले में 40 से अधिक सुरक्षाबल शहीद हो गए.