नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव गुरुवार को शुरु हो रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां हर वर्ग और हर ग्रुप को अपनी ओर मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि व्यापारी वर्ग की क्या राय है. वे इस चुनाव को लेकर क्या सोचते हैं.
यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने कॉन्फेडेरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल से बातचीत की.
दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के घोषणा पत्र पर बात करते हुए उन्होंनें व्यापारियों के लिए भाजपा के संकल्प पत्र को ज्यादा बेहतर बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा जारी किये गए घोषणा पत्र में व्यापारियों के बुनियादी मुद्दों को स्थान दिया गया है. चाहे वह ट्रेड वेलफेयर बोर्ड बनाने की बात हो या फिर व्यापारी क्रेडिट कार्ड देने की बात. उनके अनुसार भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में व्यापारी वर्ग का ख्याल रखा है.
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कांग्रेस के घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार बनने के बाद एक नई जीएसटी लाएगी, तो कारोबारियों को एक बार फिर इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
खंडेलवाल ने कांग्रेस द्वारा ई-वे बिल खत्म किए जाने के वादे पर कहा कि यदि कांग्रेस इसे लागू कर देती है, तो दो राज्यों के बीच होने वाले अवैध कारोबार को रोकना मुश्किल हो जाएगा.
कैट ने आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा तीन अप्रेल के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की न्याय योजना के लिए धन 'चोर व्यापारियों' से वसूलेंगे.
खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारी वर्ग को चोर कह कर, राहुल गांधी ने देश के व्यापारियों का बड़ा अपमान किया है, जिससे देश भर के व्यापारी राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से बहुत नाराज़ है.
उन्होंने कहा कि व्यापारियों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल आज तक किसी भी राजनेता ने नहीं किया, लेकिन जिन शब्दों का इस्तेमाल राहुल गांधी ने किया है, वो बेहद निंदनीय है और आने वाले चुनावों में कांग्रेस को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.