टोक्यो : जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण ओलंपिक खेलों को स्थगित करने की मांग की. समाचार एजेंसी एएफपी ने जापानी पीएम के हवाले से बताया कि COVID-19 के कारण पीएम शिंजो आबे ने 2020 में होने वाले ओलंपिक खेलों को एक साल के लिए स्थगित करने की मांग की.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने कहा कि ओलंपिक जापान में ही होंगे और ओलंपिक और पैरालम्पिक खेलों का नाम टोक्यो 2020 ही रखा जाएगा. IOC के अध्यक्ष और जापान के पीएम ने निष्कर्ष निकाला है कि टोक्यो में XXXII ओलंपियाड के खेलों को 2020 से आगे की तारीख पर पुनर्निर्धारित किया जाना चाहिए.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थामस बाक ने कहा कि जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ बातचीत के दौरान तोक्यो ओलंपिक 2020 की तिथियों पर चर्चा नहीं की गयी.
एक विकल्प 23 जुलाई से आठ अगस्त 2021 के बीच इनका आयोजन करना होगा जो कि इस साल के लिये पूर्व में निर्धारित की गयी तिथियों 24 जुलाई से नौ अगस्त के समान होगा.
खेल मंत्री कीरेन रिजिजू ने कोरोना वायरस महामारी के कारण तोक्यो ओलंपिक को स्थगित करने के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के फैसले का स्वागत किया और कहा कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य के लिहाज से यह जरूरी था.
रिजिजू ने ट्वीट किया, 'मैं वैश्विक महामारी के चलते तोक्यो 2020 को स्थगित करने के आईओसी के फैसले का स्वागत करता हूं. यह दुनिया भर के खिलाड़ियों की भलाई के लिये जरूरी था.'
उन्होंने कहा, 'मैं सभी खिलाड़ियों से अपील करता हूं कि वे अपना दिल छोटा न करें. हम बेहतर अवसर पैदा करेंगे ताकि भारत 2021 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करे.'
आईओसी अध्यक्ष बाक ने कहा कि नई तिथियों पर फैसला तोक्यो आयोजन समिति और तैयारियों से जुड़ा आईओसी पैनल करेगा. तैराकी और ट्रैक एवं फील्ड की हर दो साल में होने वाली विश्व चैंपियनिशप जुलाई या अगस्त 2021 में शुरू होंगी.
बाक ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर पिछले कुछ दिनों के चौंकाने वाले आंकड़े तोक्यो ओलंपिक खेलों को स्थगित करने के फैसले के लिये अहम रहे. उन्होंने कहा कि आईओसी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सलाह दी कि यह महामारी लगातार बढ़ रही है.
विश्व फुटबाल की संचालन संस्था फीफा ने कोरोना वायरस को रोकने के बचावों के बीच तोक्यो ओलंपिक 2020 को स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया है.
फीफा ने बयान में कहा, 'फीफा का दृढ़ विश्वास है कि खेल गतिविधियों में शामिल सभी लोगों का स्वास्थ्य और कल्याण हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और इसलिए हम आईओसी (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति) के फैसले का स्वागत करते हैं. '
इसमें आगे कहा गया है, 'आईओसी के फैसले के बाद फीफा इस नये कार्यक्रम से जुड़े सभी मसलों पर योजना बनाने के लिये संबंधित हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगा. '