दावणगेरे : कर्नाटक के दावणगेरे जिले के होन्नाल्ली तालुक के ससावहल्ली में एक भैंस के लिए तीन गांवों के लोग आपस में भीड़ गए. एक चार साल की भैंस सासहुवल्ली गांव में आकर रुक गई और गांव वालों ने उसे अंजनेया मंदिर में भगवान की भैंस के रूप में छोड़ दिया.
अब शिवमोग्गा जिले के भद्रावती तालुक के जंबरागेट गांव के लोग दावा कर रहे हैं कि भैंस उनके गांव की देवी दुर्गा की है और यह भैंस उनकी है. यहां तक कि दावणगेरे जिले के न्यामथी तालुक के चेल्लुर गांव के ग्रामीण भी दावा कर रहे हैं कि भैंस उन्हीं की है. इसके चलते तीनों ग्रामीणों के बीच बहस शुरू हो गई.
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होन्नाल्ली पुलिस ने बातचीत की प्रक्रिया के बाद सबूत मांगे, इसके बाद उन्होंने भैंस को जंबरागटे के ग्रामीणों को रखने की अनुमति दी है.