श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) का शीर्ष कमांडर आजाद ललहारी मारा गया. पुलिस ने बताया, 'शुरुआती गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए. घायलों में से एक ने श्रीनगर में सेना के बेस अस्पताल में दम तोड़ दिया.'
पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने कमराजीपोरा गांव में संयुक्त अभियान चलाकर आतंकी को मार गिराया. मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए शव की पहचान ललहारी के रूप में हुई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मारे गए आतंकी के पास से ग्रेनेड के साथ एक एके-47 राइफल बरामद की गई है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ललहारी, रियाज नाइकू के बाद एचएम का मुख्य कमांडर बना था और वह कश्मीर में मोस्ट वांटेड स्थानीय आतंकवादी कमांडर था.
रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने ईटीवी भारत को बताया कि कमराजीपोरा में अभियान के दौरान एक आंतकी मारा गया है, जबकि सेना के जवान सोवर जिलाजीत सिंह यादव शहीद हो गए. उन्होंने बताया कि गोलीबारी के दौरान गोली लगने से यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. जिलाजीत सिंह यादव उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के रहने वाले थे.
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि ललहारी के खिलाफ छह प्राथमिकी दर्ज थीं. उन्होंने आगे कहा, 'वह 22 मई को पुलवामा शहर में हेड कांस्टेबल अनूप सिंह की हत्या में भी शामिल था.'
पुलिस प्रमुख ने कहा कि ललहारी ने हिजबुल के एक ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में शुरुआत की थी, जिसके लिए उसे सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया था. पीएसए नजरबंदी खत्म करने के बाद वह हिजबुल रैंक में शामिल हो गया था.
एक जवान घायल
इधर एक दूसरी घटनाक्रम में बारामूला में सेना की पेट्रोलिंग पार्टी पर आतंकी हमला होने की खबर है. हमले में एक जवान घायल हुआ है.
शुरुआती जानकारी के मुताबिक हमला बारामूला से श्रीनगर जाने वाले हाईवे पर हुआ है. हमले के बाद आतंकी मौके से भागने में सफल रहे. सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च अभियान शुरू कर दिया है.