नई दिल्ली : संसद में बजट सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने नियम 267 के तहत नोटिस दिया. विपक्ष नियम 267 के तहत दिल्ली हिंसा पर चर्चा करने की मांग कर रहा है. आज तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने दिल्ली हिंसा पर नियम 267 के तहत कार्यस्थगन नोटिस राज्यसभा को सौंपा है.
वहीं इसके पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा समेत समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव और जावेद अली खान भी यह प्रस्ताव सभा को दे चुके हैं.
बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और मणिका टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था. वहीं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा समेत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सांसद केके रागेश और बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद मिश्रा ने दिल्ली में हिंसा को लेकर राज्यसभा में नोटिस दिआ था.
दरअसल, सोमवार को बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन था. पहले ही दिन दिल्ली हिंसा को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस की अगुआई वाला विपक्ष दिल्ली हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगने लगा था.
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बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में फैली हुई हिंसा में करीब 48 लोग मारे गए हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत 41 मामलों सहित 254 एफआईआर दर्ज की है.
इसके अलावा करीब 903 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के तहत दो विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है.