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इस महिला ने बॉडी बिल्डर बन पढ़ाया नारी सशक्तीकरण का पाठ

देशभर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार और उनके आंकड़े वाकई डरा देने वाले हैं. ऐसे में राजस्थान की महिला बॉडी बिल्डर नारियों के लिए प्रेरणा बनकर सामने आई हैं. जानें ईटीवी भारत के जरिये महिलाओं को प्रिया सिंह का संदेश...

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Published : Jan 1, 2020, 6:49 PM IST

Updated : Jan 1, 2020, 8:44 PM IST

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देश भर की महिलाओं को महिला बॉडी बिल्डर का संदेश

जयपुर : जहां एक ओर देश में बेटियों के घर से बाहर कदम रखने पर तमाम पाबंदियां लगाई जाती हैं और इस कारण कइयों के सपने अधूरे रह जाते हैं. ऐसे में राजस्थान की एक बॉडी बिल्डर उन सभी महिलाओं के लिए मिसाल बनकर सामने आई हैं, जो अपने सपनों को पूरा नहीं कर पातीं.

गौरतलब है कि बीकानेर की पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर सामने आई हैं.

राजस्थान की इस बॉडी बिल्डर पर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

प्रिया सिंह की ईटीवी भारत से बातचीत
आज के समय में प्रिया सिंह उन तमाम लोगों के मुंह पर तमाचा मारती हुईं नजर आ रही हैं, जो अपनी बेटियों के सपनों को कुचल कर रख देते हैं.

प्रिया सिंह ने बताया कि आज महिलाओं को कहीं पर भी डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बेटियां मजबूत होती हैं.

उन्होंने कहा कि मुझे गर्व के साथ खुशी है कि मैं ऐसी जगह से हूं, जहां महिलाओं का नाम आते ही पर्दा प्रथा, घूंघट प्रथा और लड़कियों के लिए तमाम तरह की पाबंदियां ही दिखाई देती हैं.

दंगल फिल्म से मिली प्रेरणा
उन्होंने बताया कि मैं स्कूल समय में कबड्डी खिलाड़ी थी, इसके बाद जिम इंस्ट्रक्टर थी. इस बीच लोगों को ट्रेनिंग देते देते मैंने बॉडी बिल्डिंग की एक प्रतियोगिता में भाग लिया. जब मैंने अन्य लड़कियों को इसमें भाग लेते देखा तो मेरे अंदर और भी साहस आ गया.

वह बताती हैं कि मुझे दंगल फिल्म देखकर बहुत प्रेरणा मिली. मैंने सोच लिया था कि जिंदगी में कुछ कर के दिखाना है.

पढ़ें : 'सुषमा स्वराज के आदर्श, महिला राजनीतिज्ञों के लिए प्रेरणा'

महिलाओं को करनी पड़ती है ज्यादा मेहनत
उन्होंने बताया कि अगर कसरत की बात करें तो महिलाओं को पुरुषों से पांच गुना ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इसके साथ ही खान-पान में भी बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है.

देश में बलात्कार की घटनाओं पर प्रिया ने कहा कि शुरुआत हमेशा घर से होती है, लेकिन मेरा मानना है कि हर घर में एक बेटी पहलवान जरूर होनी चाहिए.

देश की महिलाओं को प्रिया का संदेश
ईटीवी भारत के जरिये प्रिया सिंह ने देशभर की महिलाओं को यह संदेश दिया है कि अगर कोई आपको छेड़ने की कोशिश करे तो आप अपना बचाव स्वयं करें.

राजस्थान के बीकानेर की प्रिया सिंह आज महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं. महिलाओं को अपनी रक्षा स्वयं करने की नसीहत देने वाली इस महिला बॉडी बिल्डर से महिलाओं को अवश्य ही कुछ सीखना चाहिए.

जयपुर : जहां एक ओर देश में बेटियों के घर से बाहर कदम रखने पर तमाम पाबंदियां लगाई जाती हैं और इस कारण कइयों के सपने अधूरे रह जाते हैं. ऐसे में राजस्थान की एक बॉडी बिल्डर उन सभी महिलाओं के लिए मिसाल बनकर सामने आई हैं, जो अपने सपनों को पूरा नहीं कर पातीं.

गौरतलब है कि बीकानेर की पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर सामने आई हैं.

राजस्थान की इस बॉडी बिल्डर पर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

प्रिया सिंह की ईटीवी भारत से बातचीत
आज के समय में प्रिया सिंह उन तमाम लोगों के मुंह पर तमाचा मारती हुईं नजर आ रही हैं, जो अपनी बेटियों के सपनों को कुचल कर रख देते हैं.

प्रिया सिंह ने बताया कि आज महिलाओं को कहीं पर भी डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बेटियां मजबूत होती हैं.

उन्होंने कहा कि मुझे गर्व के साथ खुशी है कि मैं ऐसी जगह से हूं, जहां महिलाओं का नाम आते ही पर्दा प्रथा, घूंघट प्रथा और लड़कियों के लिए तमाम तरह की पाबंदियां ही दिखाई देती हैं.

दंगल फिल्म से मिली प्रेरणा
उन्होंने बताया कि मैं स्कूल समय में कबड्डी खिलाड़ी थी, इसके बाद जिम इंस्ट्रक्टर थी. इस बीच लोगों को ट्रेनिंग देते देते मैंने बॉडी बिल्डिंग की एक प्रतियोगिता में भाग लिया. जब मैंने अन्य लड़कियों को इसमें भाग लेते देखा तो मेरे अंदर और भी साहस आ गया.

वह बताती हैं कि मुझे दंगल फिल्म देखकर बहुत प्रेरणा मिली. मैंने सोच लिया था कि जिंदगी में कुछ कर के दिखाना है.

पढ़ें : 'सुषमा स्वराज के आदर्श, महिला राजनीतिज्ञों के लिए प्रेरणा'

महिलाओं को करनी पड़ती है ज्यादा मेहनत
उन्होंने बताया कि अगर कसरत की बात करें तो महिलाओं को पुरुषों से पांच गुना ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इसके साथ ही खान-पान में भी बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है.

देश में बलात्कार की घटनाओं पर प्रिया ने कहा कि शुरुआत हमेशा घर से होती है, लेकिन मेरा मानना है कि हर घर में एक बेटी पहलवान जरूर होनी चाहिए.

देश की महिलाओं को प्रिया का संदेश
ईटीवी भारत के जरिये प्रिया सिंह ने देशभर की महिलाओं को यह संदेश दिया है कि अगर कोई आपको छेड़ने की कोशिश करे तो आप अपना बचाव स्वयं करें.

राजस्थान के बीकानेर की प्रिया सिंह आज महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं. महिलाओं को अपनी रक्षा स्वयं करने की नसीहत देने वाली इस महिला बॉडी बिल्डर से महिलाओं को अवश्य ही कुछ सीखना चाहिए.

Intro:راجستھان کی پہلی خاتون پہلوان ہے پیریا سنگھ


Body:جے پور. نئے سال 2020 کا آغاز ہوچکا ہے.. اس آغاز کے ساتھ ہی آپ کی ملاقات کرواتے ہیں راجستھان کی ایک ایسی شخصیت سے جو خواتین کے لئے موٹیویشن کا کام کرتی ہوئی نظر آرہی ہے... جی ہاں ہم بات کر رہے ہیں ریاست راجھستان کی پہلی خاتون پہلوان پیریا سنگھ کی.. پیریا سنگھ ایسا نام جو آج بیکانیر ہی نہیں بلکہ راجستھان کے کونے کونے سے گونجتا ہوا نظر آرہا ہے... جس کے پیچھے وجہ ہے پیریا سنگھ کے نام سے قبل پہلوان لقب.. آج پیریا سنگھ ان تمام لوگوں کے منہ پر تماچہ مارتی بھی نظر آرہی ہے جو اپنی بیٹیوں کو محبت اور عزت نہیں دیتے اور انہیں وہ جو بننا چاہتی ہیں وہ بننے نہیں دیتے... انڈیا سے نمائندے میں خاص بات چیت کی تو انہوں نے اپنی زندگی کے بارے میں تفصیل سے بتایا...


Conclusion:کبڈی سے بن گئی پہلوان

پیریا سنگھ نے بتایا کی وہ اسکول میں کبڈی کی ایک پلیر تھی.. جب انہوں نے کبڈی میں بہترین کارکردگی کب ظاہر کیا تو تو ان کے اساتذہ کا کہنا تھا کہ تمہیں پہلوان بننا چاہیے اور اس کے بعد انہوں نے جن میں جاکر پہلوان بننا شروع کیا اور قومی سطح پر ایک پروگرام میں حصہ لیا اور اس میں کامیابی حاصل کرتے ہوئے راجستھان کی بیٹیوں کے لئے وہ مثال بن گئی... پیریا کا کہنا ہے کی کافی زیادہ خوشی ہوتی ہے جب راجستھان میں پیریا کا نام پکارا جاتا ہے کیوں کہ راجستھان پورے ملک ہندوستان میں نقاب کی وجہ سے جانا اور پہچانا جاتا ہے... میں راجستھان سے تعلق رکھتی ہیں اس بات کا مجھے کافی زیادہ فخر ہے.. پیریا کا کہنا ہے کی جو عامر خان کی دنگل فلم عیدی اسفین سے بھی مجھے کافی کچھ سیکھنے کو ملا تھا اور وہ فلم بھی کافی زیادہ بہترین ہے... پیریا کا کہنا ہے کہ مرد کے مقابلے دے خواتین پہلوان کو ہر جگہ زیادہ محنت اور مشقت کرنی پڑتی ہے... پانچ فیصد زیادہ ایکسرسائز کرنی پڑتی ہیں... پیریا کاکے نہیں کیمیائی ٹی وی بھارت کے ذریعے ان بیٹیوں کو یہی پیغام دینا چاہتے ہیں کہ وہ کسی بھی علاقے میں اپنے آپ کو کمزور نہیں سمجھے اگر کوئی بھی آپ پر حملہ کرتا ہے تو اس کو اتنے برے طریقے سے مارو کی وہ اپنی اوقات بھول جائے اور بیٹیوں کو کسی بھی جگہ پر ڈرنے کی ضرورت نہیں ہے... انہوں نے کہا کہ جس طریقے سے خواتین اور بچیوں پر گزشتہ ایک برس میں مسلسل حملے اور زیادتی کے معاملوں میں اضافہ ہوا ہے اس سے صاف ظاہر ہوتا ہے کہ نہیں دے رہی ہیں... ہم حکومت سے درخواست کرتے ہیں کہ خواتین اور بچیوں کی طرف توجہ دی جائے...

ون ٹو ون پیریا سنگھ, پہلی خاتون پہلوان

محمد رضاءاللہ

جے پور

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Last Updated : Jan 1, 2020, 8:44 PM IST
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