कोलकाता : सौमित्र चटर्जी की सेहत के संबंध में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने चिंता जाहिर की है. सौमित्र को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है. इस बारे में डॉक्टरों ने कहा, 'हमें खेद है कि सौमित्र के ऊपर इलाज का असर नहीं हो रहा है. हम अंतिम प्रयास कर रहे हैं यहां तक कि उनके परिवार ने भी इसे स्वीकार कर लिया है.'
डॉक्टरों के मुताबिक सौमित्र की सेहत ऐसी है जहां से किसी सुधार की गुंजाइश न के बराबर है. उनकी रिकवरी की संभावनाएं नगण्य हैं.
दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित सौमित्र चटर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों में से एक ने कहा कि लाइफ सपोर्ट से अब और मदद नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा, 'हमारे सभी प्रयासों के बावजूद उनकी शारीरिक प्रणाली ठीक से काम नहीं कर रही है. यह (चटर्जी की हालत) पहले से बदतर है. उन्हें हर तरीके की चिकित्सकीय मदद दी जा रही है, सौमित्र जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं.
डॉक्टर ने कहा कि सौमित्र के तंत्रिका तंत्र में कोविड एन्सेफैलोपैथी स्थापित किया था, इसके कारण सारे प्रयास बेकार हो गए.