पुरुलिया/नई दिल्ली : चुनाव के इस दौर में पुरुलिया के गांवों में भले ही गर्मी के इन दिनों में पलाश के फूल छाये हुए हैं लेकिन भाजपा के कमल चुनाव निशान एवं तृणमूल कांग्रेस के घास और दो फूल के निशान भी लोगों को ध्यान खींच रहे हैं.
रविवार को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में मतदान है. मिट्टी के कच्चे मकानों की दीवारों पर भाजपा का कमल निशान नजर आ रहा है और साथ ही तृणमूल का चुनाव चिह्न भी हैं. यह दर्शाता है कि भाजपा एक ताकत के रूप में उभरी है.
कुछ स्थानों पर ऑल इंडिया फारवार्ड ब्लॉक (एआईएफबी) का निशान बाघ भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है.
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पुरुलिया में 2018 के पंचायत चुनाव में अपने प्रभावी प्रदर्शन के बाद भाजपा तृणमूल कांग्रेस से यह लोकसभा सीट छीनने के लिए उत्साहित है. वाममोर्चा का घटक एआईएफबी 1977 से 2011 तक इस पर काबिज था और वह अपना पुराना वैभव हासिल करने को लेकर सकारात्मक है.
लेकिन तृणमूल उम्मीदवार मृगांका महतो को पक्का विश्वास है कि वह पुरुलिया से दूसरी बार भी जीतेंगी. उनका भाजपा के ज्योतिर्मय सिंह महतो, एआईएफबी के चार बार के सांसद बी सिंह महतो और कांग्रेस के नेपाल महतो से से मुकाबला है.
मृगांका महतो ने कहा, 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सड़कों, बिजली कनेक्शन और कई कल्याणकारी योजनाओं समेत किये गये कई विकास कार्य सभी को नजर आते हैं.'