नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने सीधा निशाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र हमें किसी की आलोचना करने का अधिकार देता है. बावजूद इसके आलोचक को देशद्रोही की तरह देखना गलत है.
उन्होंने आलोचकों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात को गलत ठहराया है. उन्होंने ट्वीट कर ये बात जाहिर की है.
अपने लिखे हुए पत्र में शशि थरूर ने पीएम मोदी के एक भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि साल 2016 में पीएम मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस में संविधान को एक पवित्र किताब बताया था.
साथ ही थरूर ने बता कि इतना ही नहीं पीएम मोदी ने संविधान का विवरण देते हुए कहा कि हमारा संविधान भारत में रहने वाले सभी नागरिकों को स्वतंत्रता, अपनी बातें रखने और सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है.
शशि थरूर ने आगे लिखा कि भारत के नागरिक के तौर पर हम अपनी बाते स्पष्ट तरीके से रखना चाहते हैं. इतना ही नहीं हम ये भी चाहते हैं कि ये बाते आप तक पहुंचे और फिर आप उस पर कोई फैसला लें. आगे थरूर ने कहा कि अपनी बाते जाहिर करना जरूरी है, वरना मन की बात मौन की बात हो जाएगी.
आपको बता दें, इस संबंध में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि हम यहां अपने प्रधानमंत्री की भी आलोचना कर सकते हैं.
बता दें, इस साल जुलाई के महीने में कई जानी मानी हस्तियों ने पीएम मोदी को खुला खत लिखा था. इसमें 49 लोगों के नाम शामिल थे. ये पत्र मॉब लिंचिंग की लगातार हो रही घटनाओं के विषय पर लिखा गया था. सभी हस्तियों ने इस विषय पर चिंता जाहिर की थी. इस में अनुराग कश्यप समेत कई फिल्मी सितारे भी शामिल थे. इसके बाद बिहार में इन 49 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया.