नई दिल्ली : पाकिस्तान के मुल्तान में जिला न्यायालय के मालखाने की खुदाई के दौरान हिन्दू देवी देवताओं की मूर्ति और खजाना मिलने की खबरें सामने आई हैं. पाकिस्तान मीडिया में ऐसी खबरें सामने आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने दिल्ली में पाक उच्चायुक्त से भेंट की. विहिप ने मांग की है कि सभी मूर्तियों को पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग को सुपुर्द कर दिया जाए.
जानकारी के मुताबिक विहिप प्रतिनिधिमंडल ने मुल्तान में मिली मूर्तियों के मुद्दे पर उच्चायुक्त से भेंट करने का समय मांगा था. हालांकि, कोरोना महामारी के खतरे के बीच विहिप प्रतिनिधिमंडल को सीधे उच्चायुक्त से मिलने का समय नहीं मिल सका. हालांकि विहिप के ज्ञापन को स्वीकार कर लिया गया है.
विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों ने उनके पत्र का जवाब मेल द्वारा देने की बात कही है.
कपिल खन्ना ने कहा कि विहिप चाहता है कि उन प्राचीन मूर्तियों को भारत लाया जाए और विधिवत पूजा पाठ के बाद मंदिर में स्थापित किया जाए. उन्होंने कहा कि खुदाई के दौरान सोने के सिक्के और कई एंटीक वस्तुएं भी बरामद हुई हैं, जो संभवतः ब्रिटिश काल की मानी जा रही हैं, लेकिन विश्व हिंदू परिषद द्वारा केवल देवी देवताओं की मूर्तियों की ही मांग की गई है.
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विहिप के तरफ से लिखे गए पत्र में पाकिस्तान उच्चायुक्त से अनुरोध किया गया है कि पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के किसी वरिष्ठ अधिकारी को खुदाई स्थल पर जाने की अनुमति दी जाए ताकि वह मूर्तियों की पहचान कर सकें. उसके बाद उन मूर्तियों को भारतीय उच्चायोग को सौंप दिया जाए.
विहिप का कहना है कि यदि पाकिस्तान इन मूर्तियों को भारत को सौंप देता है तो इस कदम से भारत पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार होगा. यह दोनों देशों के बीच मित्रता और सौहार्द के प्रति एक बड़ी पहल मानी जाएगी.