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सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 अक्टूबर को मलिक को गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया था. सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली. बता दें कि इसके पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के तौर पर ऐतिहासिक कार्यकाल पूरा किया था. जानें विस्तार से...

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Published : Nov 3, 2019, 9:13 PM IST

सत्यपाल मलिक

पणजी : जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली. बम्बई हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नदंराजोग ने पणजी के नजदीक यहां राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई.

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 अक्टूबर को मलिक को गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया था. उन्होंने मृदुला सिन्हा का स्थान लिया है. सिन्हा का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो गया था.

पणजी में गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के बाद सत्य पाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक ऐसी जगह है, जो बहुत समस्याग्रस्त माना जाता है. वहां के मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटने के बाद अब मैं यहाँ एक शांतिपूर्ण और विकासरत जगह पर हूँ. इसलिए मुझे लगता है कि अब मैं काफी शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताऊंगा.

सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली

बता दें कि अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू एवं कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा लिए जाने से, उसका विभाजन कर दो केंद्रीय शासित प्रदेश (जम्मू कश्मीर और लद्दाख) बनाने के वक्त भी मलिक प्रदेश के राज्यपाल थे.

इसे भी पढ़ें- गोवा राजभवन भेजे जाने के एक दिन बाद पीएम मोदी से मिले सत्यपाल मलिक

गोवा सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मलिक स्वतंत्रता सेनानी दिवंगत राम मनोहर लोहिया की समाजवादी विचारधारा से प्रेरित होकर 1965 में राजनीति में आए थे. लोक दल की तरफ से 1980 में वह राज्यसभा के लिए पहली बार चुने गए. 1986 में वह कांग्रेस पार्टी की ओर से भी राज्यसभा के लिए चुने गए. बाद में मलिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए और 2005 में वह लोकसभा के लिए चुने गए.

पणजी : जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली. बम्बई हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नदंराजोग ने पणजी के नजदीक यहां राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई.

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 अक्टूबर को मलिक को गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया था. उन्होंने मृदुला सिन्हा का स्थान लिया है. सिन्हा का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो गया था.

पणजी में गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के बाद सत्य पाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक ऐसी जगह है, जो बहुत समस्याग्रस्त माना जाता है. वहां के मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटने के बाद अब मैं यहाँ एक शांतिपूर्ण और विकासरत जगह पर हूँ. इसलिए मुझे लगता है कि अब मैं काफी शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताऊंगा.

सत्यपाल मलिक ने गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली

बता दें कि अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू एवं कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा लिए जाने से, उसका विभाजन कर दो केंद्रीय शासित प्रदेश (जम्मू कश्मीर और लद्दाख) बनाने के वक्त भी मलिक प्रदेश के राज्यपाल थे.

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गोवा सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मलिक स्वतंत्रता सेनानी दिवंगत राम मनोहर लोहिया की समाजवादी विचारधारा से प्रेरित होकर 1965 में राजनीति में आए थे. लोक दल की तरफ से 1980 में वह राज्यसभा के लिए पहली बार चुने गए. 1986 में वह कांग्रेस पार्टी की ओर से भी राज्यसभा के लिए चुने गए. बाद में मलिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए और 2005 में वह लोकसभा के लिए चुने गए.

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PRI GEN NAT
.PANAJI BOM12
GA-GOVERNOR
Satya Pal Malik takes oath as Goa governor
         Panaji, Nov 3 (PTI) Satya Pal Malik was on Sunday
sworn in as the Governor of Goa.
         Chief Justice of the Bombay High Court Justice Pradeep
Nandrajog administered the oath of office to Malik at Raj
Bhavan.
         Malik had earlier served as the governor of Jammu and
Kashmir, which has been bifurcated into two union territories.
         Malik, 73, replaced Mridula Sinha who was holding the
Goa governor's post since August 2014.
         Chief Minister Pramod Sawant was amongst the prominent
dignitaries who attended the swearing-in ceremony.
         "I have come from Kashmir which is known to be a very
problematic place. I have dealt there successfully and handled
all issues. J&K is a peaceful and good place now which is on
the path of progress. The leadership there is non-
controversial. They are doing their work very well, so I feel
that I would be spending time here in much peaceful way.
         "People here are good. The CM is talking less but Goa
has a name across the world," Malik said on the occasion.
         Jammu and Kashmir ceased to be a state from October 31
after the Centre withdrew its special status under Article 370
on August 5 and bifurcated it into Union Territories of Jammu
and Kashmir and Ladakh.
         On Thursday, Radha Krishna Mathur and G C Murmu took
oath as the first Lt Governors of the Union Territories of
Ladakh and Jammu and Kashmir, respectively. PTI RPS
NSK
NSK
11031716
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