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सावन का पहला सोमवार आज- शिवालयों में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु - उज्जैन समाचार

आज सावन महीने का पहला सोमवार है. मन में श्रद्धा, कंधों पर गंगाजल और कंठ में बोल बम का स्वर लिए कांवरिए शिव की शरण में पहुंच रहे हैं. देश भर के शिवालयों में महाकाल का जयकारा गूंज रहा है. जानने के लिए आगे पढ़ें...

महाकाल मन्दिर में भस्म आरती होते हुए
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Published : Jul 22, 2019, 1:36 PM IST

Updated : Jul 22, 2019, 7:03 PM IST

नई दिल्ली: सावन में पूरे महीने भर लोग भगवान शिव की आराधना करते हैं. आज सावन का पहला सोमवार है. देश भर में अलग-अलग जगहों पर श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन को पहुंच रहे हैं. कहीं भगवान की मंगल आरती हो रही तो कहीं भस्म आरती. काशी केसरिया रंग में रंग गया है. उज्जैन में भस्म आरती के बाद शाम को महाकाल शहर में निकलेंगे. जानें अन्य जगहों पर कैसी तैयारी की गई है.

पहला सोमवार


उज्जैन
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए रात 11 बजे से भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी. सोमवार तड़के 2.30 बजे मंदिर में भस्म आरती शुरू हुई जिसमें दूध, दही, घी, शहद, फूल, इत्र आदि से भगवान को स्नान कराया गया. भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से उज्जैन पहुंचे थे. मंदिर का नंदी हाल, गणेश मंडपम, और कार्तिकेय मंडपम पूरी तरह भक्तों से भरा हुआ था.

उज्जैन के महाकाल मन्दिर में संपन्न हुई भस्म आरती
आज शाम 4 बजे महाकाल की सवारी भी शहर के भ्रमण पर निकलेगी . इसमें मन महेश के रूप में भगवान शिव श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे.

वाराणसी

विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को जाते श्रद्धालु

शिव नगरी काशी बम बम बोल रही है, जहां पर दूर-दूर से आए शिव भक्तों और कांवरियों का तांता लगा हुआ है.

सुबह मंगला आरती होने के बाद बाबा विश्वनाथ के मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोले गए जिसके बाद लगातार दर्शन का क्रम चल रहा है और अब 24 घंटे बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा.


काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार नई व्यवस्था लागू करते हुए मंदिर प्रशासन ने लोगों को गर्भ गृह में जाने से रोक दिया है. विशेष पात्र की मदद से गर्भ गृह के बाहर से ही लोगों का लाया गया जल और दूध भोलेनाथ को अर्पित कराया जा रहा है.

पढ़ें-MissionMoon: उड़ान भरते ही भारत रच देगा इतिहास, कुछ घंटों में रवाना होगा चंद्रयान-2
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी कांवरियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. इस मौके पर कावरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की तस्वीर वाली कमीज पहने भी दिखे.

क्या है मान्यता
सावन में हर कोई अपनी मुराद लेकर बाबा के पास जाता है. मान्यता है की सावन सोमवार को व्रत रखने वाले श्रद्धालु आज के दिन महाकाल मंदिर में पूजन अभिषेक करते हैं तो उनकी सभी मुरादें भगवन शिव पूरी करते हैं.

नई दिल्ली: सावन में पूरे महीने भर लोग भगवान शिव की आराधना करते हैं. आज सावन का पहला सोमवार है. देश भर में अलग-अलग जगहों पर श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन को पहुंच रहे हैं. कहीं भगवान की मंगल आरती हो रही तो कहीं भस्म आरती. काशी केसरिया रंग में रंग गया है. उज्जैन में भस्म आरती के बाद शाम को महाकाल शहर में निकलेंगे. जानें अन्य जगहों पर कैसी तैयारी की गई है.

पहला सोमवार


उज्जैन
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए रात 11 बजे से भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी. सोमवार तड़के 2.30 बजे मंदिर में भस्म आरती शुरू हुई जिसमें दूध, दही, घी, शहद, फूल, इत्र आदि से भगवान को स्नान कराया गया. भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से उज्जैन पहुंचे थे. मंदिर का नंदी हाल, गणेश मंडपम, और कार्तिकेय मंडपम पूरी तरह भक्तों से भरा हुआ था.

उज्जैन के महाकाल मन्दिर में संपन्न हुई भस्म आरती
आज शाम 4 बजे महाकाल की सवारी भी शहर के भ्रमण पर निकलेगी . इसमें मन महेश के रूप में भगवान शिव श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे.

वाराणसी

विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को जाते श्रद्धालु

शिव नगरी काशी बम बम बोल रही है, जहां पर दूर-दूर से आए शिव भक्तों और कांवरियों का तांता लगा हुआ है.

सुबह मंगला आरती होने के बाद बाबा विश्वनाथ के मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोले गए जिसके बाद लगातार दर्शन का क्रम चल रहा है और अब 24 घंटे बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा.


काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार नई व्यवस्था लागू करते हुए मंदिर प्रशासन ने लोगों को गर्भ गृह में जाने से रोक दिया है. विशेष पात्र की मदद से गर्भ गृह के बाहर से ही लोगों का लाया गया जल और दूध भोलेनाथ को अर्पित कराया जा रहा है.

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उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी कांवरियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. इस मौके पर कावरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की तस्वीर वाली कमीज पहने भी दिखे.

क्या है मान्यता
सावन में हर कोई अपनी मुराद लेकर बाबा के पास जाता है. मान्यता है की सावन सोमवार को व्रत रखने वाले श्रद्धालु आज के दिन महाकाल मंदिर में पूजन अभिषेक करते हैं तो उनकी सभी मुरादें भगवन शिव पूरी करते हैं.

Intro:सावन का पहला सोमवार आज , भस्म आरती के दर्शन कर भक्त हुए निहाल , शाम 4 बजे निकलेगी महाकाल की सवारी भी Body:आज सावन का पहला सोमवार है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मन्दिर में भस्म आरती के लिए रात 11 बजे से भक्तो की भीड़ लगना शुरू हो गयी थी . बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल होने के लिए उज्जैन के महाकाल मंदिर पंहुचे थे . अल सुबह 2.30 बजे मंदिर में भस्म आरती शुरू हुई जिसमे दूध दही घी शहद फुल इत्र आदि से भगवान को स्नानं कराया गया . मान्यता है की सावन में सोमवार को शिव के दर्शन से जो मांगो वो फल मिलता है . शहर में अपने भक्तो को दर्शन देने के लिए आज शाम 4 बजे महाकाल मंदिर की सवारी भी निकलेगी .

Conclusion:बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन का महाकाल मंदिर में आज भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु दूर दूर से उज्जैन पंहुचे थे . मंदिर का नंदी हाल , गणेश मंडपम , और कार्तिकेय मंडपम पूरी तरह भक्तो से भरा हुआ था . आज सावन के पहले सोमवार की भस्म आरती में श्रधालुओ ने बाबा महाकाल को जल अर्पित किया , जिसके बाद महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया . श्रद्धालु महाकाल की झलक पाने को आतुर दिखाई दिए . । भस्म आरती के दौरान महाकाल का अद्दभुत श्रंगार किया गया . बाबा महाकाल को कंकू और फूलो से बाबा के श्रंगार के बाद बाबा की आरती शुरू हुई ढोल नगाडो और मंदिर के घंटियों के बिच झांज मंजीरो के साथ बाबा महाकाल की आरती हुई। जिसमे बड़ी संख्या में भक्तो ने हिस्सा लिया . सावन में हर कोई अपनी मुराद लेकर बाबा के पास आया था मान्यता है की सावन सोमवार को वृत रखने वाले श्रद्धालु आज के दिन महाकाल मंदिर में पूजन अभिषेक करते है तो उनकी सभी मुरादे भगवन शिव पूरी करते है . आज शाम 4 बजे महाकाल की सवारी भी शहर के भ्रमण पर निकलेगी . जिसमे मन महेश के रूप में भगवन शिव श्राधालुओ को दर्शन देंगे .



बाइट --- आशीष पुजारी ( महाकाल मंदिर )

बाइट---सारिका(श्रद्धालु)

बाइट--- दीप्ति(श्रद्धालु)

Ptc ajay patwa
Last Updated : Jul 22, 2019, 7:03 PM IST
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