नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा विदेश में कथित अवैध संपत्तियां खरीदने से जुड़े एक धनशोधन मामले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए. वाड्रा पूर्वाह्न करीब पौने 11 बजे इंडिया गेट के पास एजेंसी के कार्यालय पहुंचे.
गौरतलब है कि, खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए वाड्रा ईडी के सामने 31 मई को पेश नहीं हुए थे.
इससे पहले बृहस्पतिवार को वाड्रा से पांच घंटे पूछताछ की गई थी और जांच अधिकारी ने धनशोधन रोकथाम कानून के तहत मामले में उनका बयान दर्ज किया था.
वाड्रा ने मंगलवार को एजेंसी के समक्ष पेश होने से पहले सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा कि वह 'प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष करीब 80 घंटों तक कई प्रश्नों का उत्तर देने के बाद' 13वीं बार पूछताछ के लिए पेश हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'आसपास अनावश्यक नाटक और सनसनी के बीच मैं खुद को शांत रखता हूं और अपना ध्यान नहीं भटकाता.'
पढ़ें: मायावती के बाद अखिलेश ने भी गठबंधन से हटने के दिए संकेत
उन्होंने कहा, 'मेरे स्वास्थ्य संबंधी खबरों को लापरवाही से प्रसारित करना सही नहीं है... लेकिन इससे भी बदतर समस्याओं को झेल रहे लोगों, बीमार, नेत्रहीन लोगों और अनाथ बच्चों को मुस्कुराते देख कर मुझे आगे बढ़ने की ताकत मिलती है.'
उन्होंने कहा, 'मेरा जीवन अनूठा है और मैंने निराधार आरोपों के खिलाफ करीब एक दशक तक लड़ाई लड़ी. शारीरिक हालात बदल सकते हैं, लेकिन ईमानदार दिमाग नहीं बदल सकता. मैं सच पर अडिग हूं. एक किताब पर काम चल रहा है जिसमें दुनिया मेरा पक्ष पढ़ सकेगी और स्पष्ट तरीके से जान सकेगी.'
वाड्रा का उनके स्वास्थ्य पर बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते छह सप्ताह के लिए विदेश जाने की सोमवार को अनुमति दे दी.
वाड्रा लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर क्षेत्र में 19 लाख पाउंड मूल्य की संपत्ति खरीदने को लेकर धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
इस मामले के अलावा वाड्रा राजस्थान के बीकानेर में जमीन आवंटन में हुई कथित अनियमितता से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में भी कई बार पूछताछ का सामना कर चुके हैं.