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जम्मू कश्मीर में पाबंदी हटाई गई, आम जन-जीवन प्रभावित

शुक्रावार को लगाई पाबंदियों को एक बार फिर हटा लिया गया है. लेकिन इसके बावजूद आम जन-जीवन प्रभावित रहा. इस दौरान अधिकतर बाजार और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे.

जम्मू कश्मीर में जन-जीवन प्रभावित
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Published : Sep 7, 2019, 8:05 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 7:47 PM IST

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में ऐहतियाती तौर पर लगाईं गईं पाबंदियां शनिवार को हटा ली गईं, फिर भी आम जन-जीवन प्रभावित रहा. हालांकि शुक्रवार को पांबदिया लगा दिया जाती हैं ताकि जुमे के दिन नमाज के लिए एकत्रित होने वाली भीड़ का निहित स्वार्थी तत्व फायदा न उठा सकें.

पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई.

जम्मू कश्मीर में जन-जीवन प्रभावित

अधिकारी ने कहा कि हालांकि पाबंदियों में ढील दी गई है, फिर भी अधिकतर बाजार और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शनिवार को बंद रहे, जबकि पूरी घाटी में सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहा.

उन्होंने कहा कि शहर के कुछ हिस्सों में निजी वाहन चलते हुए दिखाई दिए.

अधिकारी ने कहा कि सरकारी दफ्तर खुले लेकिन सार्वजनिक परिवहन नहीं होने के चलते उनमें लोगों की मौजूदगी बेहद कम रही.

सरकारी स्कूलों को फिर से खोलने के प्रयास नाकाम रहे क्योंकि बच्चों के माता-पिता सुरक्षा चिंताओं के चलते उन्हें स्कूल नहीं भेज पा रहे.

पढ़ें- जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमला, 4 लोग घायल

अधिकारी ने कहा कि पूरी घाटी में लैंडलाइन फोन सेवाएं बहाल कर दी गईं लेकिन टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं 34 दिन से निलंबित हैं.

शीर्ष और दूसरी पंक्ति के अलगाववादी नेता ऐहतियातन हिरासत में हैं, जबकि तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों - फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित मुख्यधारा के नेताओं को भी हिरासत में या नजरबंद रखा गया है.

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में ऐहतियाती तौर पर लगाईं गईं पाबंदियां शनिवार को हटा ली गईं, फिर भी आम जन-जीवन प्रभावित रहा. हालांकि शुक्रवार को पांबदिया लगा दिया जाती हैं ताकि जुमे के दिन नमाज के लिए एकत्रित होने वाली भीड़ का निहित स्वार्थी तत्व फायदा न उठा सकें.

पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई.

जम्मू कश्मीर में जन-जीवन प्रभावित

अधिकारी ने कहा कि हालांकि पाबंदियों में ढील दी गई है, फिर भी अधिकतर बाजार और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शनिवार को बंद रहे, जबकि पूरी घाटी में सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहा.

उन्होंने कहा कि शहर के कुछ हिस्सों में निजी वाहन चलते हुए दिखाई दिए.

अधिकारी ने कहा कि सरकारी दफ्तर खुले लेकिन सार्वजनिक परिवहन नहीं होने के चलते उनमें लोगों की मौजूदगी बेहद कम रही.

सरकारी स्कूलों को फिर से खोलने के प्रयास नाकाम रहे क्योंकि बच्चों के माता-पिता सुरक्षा चिंताओं के चलते उन्हें स्कूल नहीं भेज पा रहे.

पढ़ें- जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमला, 4 लोग घायल

अधिकारी ने कहा कि पूरी घाटी में लैंडलाइन फोन सेवाएं बहाल कर दी गईं लेकिन टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं 34 दिन से निलंबित हैं.

शीर्ष और दूसरी पंक्ति के अलगाववादी नेता ऐहतियातन हिरासत में हैं, जबकि तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों - फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित मुख्यधारा के नेताओं को भी हिरासत में या नजरबंद रखा गया है.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 18:6 HRS IST




             
  • कश्मीर में आम जन-जीवन प्रभावित रहा



श्रीनगर, सात सितंबर (भाषा) कश्मीर में ऐहतियाती तौर पर लगाईं गईं पाबंदियां शनिवार को हटा ली गईं, फिर भी आम जन-जीवन प्रभावित रहा।



जुमे की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों में एकत्रित होते हैं और कहीं निहित स्वार्थी तत्व इसका फायदा न उठायें इसलिए कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में हर शुक्रवार को पाबंदियां लगा दी जाती है ।



पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई।



अधिकारी ने कहा कि हालांकि पाबंदियों में ढील दी गई है, फिर भी अधिकतर बाजार और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शनिवार को बंद रहे, जबकि पूरी घाटी में सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहा। उन्होंने कहा कि शहर के कुछ हिस्सों में निजी वाहन चलते हुए दिखाई दिये।



अधिकारी ने कहा कि सरकारी दफ्तर खुले लेकिन सार्वजनिक परिवहन नहीं होने के चलते उनमें लोगों की मौजूदगी बेहद कम रही।



सरकारी स्कूलों को फिर से खोलने के प्रयास नाकाम रहे क्योंकि बच्चों के माता-पिता सुरक्षा चिंताओं के चलते उन्हें स्कूल नहीं भेज पा रहे।



अधिकारी ने कहा कि पूरी घाटी में लैंडलाइन फोन सेवाएं बहाल कर दी गईं लेकिन टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं 34 दिन से निलंबित हैं।



शीर्ष और दूसरी पंक्ति के अलगाववादी नेता ऐहतियातन हिरासत में हैं, जबकि तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों - फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित मुख्यधारा के नेताओं को भी हिरासत में या नजरबंद रखा गया है।


Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 7:47 PM IST
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