नई दिल्ली: नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में मौजूद एमपी थिएटर 2 में हर शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यकर्मों का आयोजना किया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार की लोक कला और संगीत अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही. अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार के चोटी के पांच लोकगीत गायकों ने भोजपुरी मैथिली, मगही और अंगिका लोकगीतों की झड़ी लगा दी. कलाकारों में नीतू कुमारी नवगीत, सत्येंद्र कुमार संगीत, अमर आनंद, नीतू कुमारी नूतन और उषा सिंह ने एक से बढ़कर एक लोकगीत गाए. सभी प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया.
प्रसिद्ध लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने दी मनमोहक प्रस्तुति : प्रसिद्ध लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने भगवान प्रभु श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर "गाए गए गीत बता द बबुआ लोगवा देत काहे गारी बता द बबुआ", "भिखारी ठाकुर रचित जतसारी गीत डगरिया जोहत ना हो बीतत बाटे अठपहरिया हो डगरिया जोहत ना", "पिया गइले कलकतवा ए सजनी", "पटना से बैदा बुलाई दा", "पनिया के जहाज से पलटनिया", "कोयल बिना बगिया ना शोभे राजा" और "कहे तोसे सजना तोहरी सजनिया" जैसे गीत गाकर धमाल मचाया.
IITF 2024 में बिहार मंडप का उद्घाटन : कार्यक्रम में भोला वर्मा ने तबला पर, शशि भूषण झा ने की बोर्ड पर, हरीभूषण झा ने ढोलक पर, मनोज कुमार यादव ने पैड पर और कुमार पारस ने बैंजो पर कलाकारों के साथ शानदार तरीके से संगत किया. मंच संचालन रूपम त्रिविक्रम ने किया. दरअसल, रविवार 24 नवंबर को बिहार के उद्योग और पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 में बिहार राज्य दिवस समारोह पर बिहार मंडप का उद्घाटन किया. इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह भी उपस्थित थे.
हॉल नंबर 2 बिहार पवेलियन में विरासत और औद्योगिक प्रगति का जीवंत प्रदर्शन : "विकसित भारत 2047" की थीम के तहत आयोजित इस मेले में बिहार साझेदार राज्य के रूप में भाग ले रहा है, और हॉल नंबर 2 में स्थित बिहार पवेलियन राज्य की सांस्कृतिक विरासत और औद्योगिक प्रगति का जीवंत प्रदर्शन कर रहा है. इस मौके पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग के निदेशक आलोक रंजन घोष, बिहार सरकार के हैंडलूम और रेशम उद्योग निदेशक निखिल धनराज निप्पणीकर, बिहार संग्रहालय अपर निदेशक अशोक कुमार सिंहा और बिहार सूचना केंद्र नई दिल्ली के उप निदेशक दिनेश कुमार भी मौजूद रहे.
75 स्टॉल्स पर बिहार के उत्पाद और उद्योगों का प्रदर्शन : बिहार पवेलियन में राज्य के 75 स्टॉल्स पर बिहार के उत्पाद और उद्योगों का प्रदर्शन किया गया है. यहां मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और स्टार्ट-अप बिहार जैसी योजनाओं के तहत उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के राज्य सरकार के प्रयासों को भी दर्शाया गया है. इसके साथ ही, प्रदर्शनी में पारंपरिक हस्तशिल्प, खादी और अन्य स्थानीय उद्योगों को प्रमुखता दी गई है, जिससे बिहार की आर्थिक प्रगति और आत्मनिर्भरता का परिचय मिलता है.
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