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किसानों ने की महापंचायत, राकेश टिकैत ने कहा- किसानों को खत्म करना चाहता है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण - MAHAPANCHAYAT IN GREATER NOIDA

-27 नवंबर तक प्राधिकरण पर रहेगा 'महापड़ाव'. -2 दिसंबर को 'दिल्ली कूच' करने की भी कही बात.

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 25, 2024, 6:28 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सोमवार को किसानों ने महापंचायत की. इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और वरिष्ठ किसान नेता हन्नान मौला शामिल हुए. इसके साथ संयुक्त मोर्चा से जुड़े लगभग 12 संगठन के लोग व हजारों किसान भी महापंचायत में शामिल हुए.

संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7 प्रतिशत बढ़े हुए मुआवजा की मांग की गई. साथ ही 1 जनवरी, 2014 के बाद अधिग्रहण की गई भूमि पर बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट की मांग की भी की गई. किसानों ने कहा, जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है, उनके बच्चों को रोजगार व पुनर्वास का लाभ मिले. साथ ही हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए.

किसानों को मांगों को कराएंगे पूरा: महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण और सरकार, किसानों को बांटकर उनको खत्म करना चाहती है. लेकिन, अब यहां के किसानों ने सभी किसान यूनियनों ने एक साथ मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है. अब इस एक बैनर तले किसानों की सभी मांगों को पूरा कराया जाएगा. महापंचायत सभी संगठनों को एक साथ लाकर की जा रही है. इसके बाद जो निर्णय लिया जाएगा, उसके आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी.

2 दिसंबर को दिल्ली कूच: वहीं किसान नेता रूपेश वर्मा ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का आंदोलन अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है. आज की महापंचायत अनिश्चितकालीन महापड़ाव में बदल गई है. संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के अनुसार महापड़ाव 27 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर रहेगा. इसके बाद 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यह यमुना प्राधिकरण पर जारी रहेगा. आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण 2 दिसंबर को संसद सत्र के दौरान दिल्ली कूच के रूप में होगा.

5 हजार किसान हुए शामिल: गौरतलब है कि सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए किसान भारी संख्या में एकत्रित होकर पहुंचे. महापंचायत के लिए पुलिस ने तीन हजार किसानों को महापंचायत में शामिल होने की इजाजत दी थी, लेकिन पांच हजार से अधिक किसान इसमें शामिल हुए. किसानों के साथ महिलाएं और युवा भी महापंचायत में पहुंचे. सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया.

यह भी पढ़ें- डासना देवी महापंचायत में जाने से रोकने पर हंगामा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

यह भी पढ़ें- खुशखबरी! दिल्ली के बुजुर्गों को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपए, पेंशन फिर से शुरू; AAP सरकार का बड़ा फैसला

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सोमवार को किसानों ने महापंचायत की. इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और वरिष्ठ किसान नेता हन्नान मौला शामिल हुए. इसके साथ संयुक्त मोर्चा से जुड़े लगभग 12 संगठन के लोग व हजारों किसान भी महापंचायत में शामिल हुए.

संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7 प्रतिशत बढ़े हुए मुआवजा की मांग की गई. साथ ही 1 जनवरी, 2014 के बाद अधिग्रहण की गई भूमि पर बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट की मांग की भी की गई. किसानों ने कहा, जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है, उनके बच्चों को रोजगार व पुनर्वास का लाभ मिले. साथ ही हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए.

किसानों को मांगों को कराएंगे पूरा: महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण और सरकार, किसानों को बांटकर उनको खत्म करना चाहती है. लेकिन, अब यहां के किसानों ने सभी किसान यूनियनों ने एक साथ मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है. अब इस एक बैनर तले किसानों की सभी मांगों को पूरा कराया जाएगा. महापंचायत सभी संगठनों को एक साथ लाकर की जा रही है. इसके बाद जो निर्णय लिया जाएगा, उसके आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी.

2 दिसंबर को दिल्ली कूच: वहीं किसान नेता रूपेश वर्मा ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का आंदोलन अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है. आज की महापंचायत अनिश्चितकालीन महापड़ाव में बदल गई है. संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के अनुसार महापड़ाव 27 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर रहेगा. इसके बाद 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यह यमुना प्राधिकरण पर जारी रहेगा. आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण 2 दिसंबर को संसद सत्र के दौरान दिल्ली कूच के रूप में होगा.

5 हजार किसान हुए शामिल: गौरतलब है कि सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए किसान भारी संख्या में एकत्रित होकर पहुंचे. महापंचायत के लिए पुलिस ने तीन हजार किसानों को महापंचायत में शामिल होने की इजाजत दी थी, लेकिन पांच हजार से अधिक किसान इसमें शामिल हुए. किसानों के साथ महिलाएं और युवा भी महापंचायत में पहुंचे. सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया.

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