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प्रख्यात वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक - राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केन्द्र

91 वर्षीय प्रख्यात वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप का निधन हो गया है. एनसीआरए ने अपने एक बयान में उनके निधन की जानकारी दी. पीएम मोदी ने स्वरूप के निधन पर शोक जताया है. पढ़ें विस्तार से...

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प्रख्यात वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप का निधन
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Published : Sep 8, 2020, 6:32 AM IST

Updated : Sep 8, 2020, 2:15 PM IST

पुणे : प्रख्यात वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप का सोमवार की रात को महाराष्ट्र के पुणे में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केन्द्र (एनसीआरए) ने एक बयान में यह जानकारी दी.

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वरूप के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है. पीएम ने कहा कि प्रोफेसर गोविंद स्वरूप एक असाधारण वैज्ञानिक थे. रेडियो खगोल विज्ञान में उनके अग्रणी कार्यों ने वैश्विक प्रशंसा प्राप्त की है. उनके निधन से दुखी हूं. मेरे विचार उनके निकट और प्रिय लोगों के साथ हैं.

  • Professor Govind Swarup was an exceptional scientist. His pioneering works in radio astronomy have attained global commendation. Anguished by his passing away. My thoughts are with his near and dear ones. This thread gives a glimpse of Professor Swarup’s brilliance. Do read. https://t.co/S0PAsdWp8A

    — Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनसीआरए ने कहा कि हम बेहद भारी मन से यह घोषणा करते हैं कि हमारे विख्यात वैज्ञानिक एवं महान रेडियो खगोलशास्त्री प्रोफेसर गोविंद स्वरूप का सोमवार की रात नौ बजे निधन हो गया.

पढ़ें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मां का निधन, किया भावनात्मक पोस्ट

उसने कहा कि 1929 में जन्मे, स्वरुप भारत में रेडियो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में मार्गदर्शकों में से एक थे.

वह न केवल अपने महत्वपूर्ण अनुसंधान योगदान के लिए बल्कि अत्यधिक नवीन, विश्व स्तरीय रेडियो दूरबीन जैसे ऊटी रेडियो टेलीस्कोप और विशालकाय मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप (जीएमआरटी) के निर्माण में भी अपने नेतृत्व के लिए जाने जाते थे.

स्वरूप ने 1950 में अपनी एमएससी की डिग्री अलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की. और अपनी पीएचडी साल 1961 में अमेरिका के स्टैंडफोर्ड विश्वविद्यालय से पूरी की.

वे 1963 में भारत लौट आए और होमी भाभा के निमंत्रण पर टीआईएफआर में शामिल हो गए.

अपने पूरे करियर में पद्म श्री, भटनागर पुरस्कार और ग्रोट रेबर पदक जैसे कई पुरस्कार प्राप्त किए.

पुणे : प्रख्यात वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप का सोमवार की रात को महाराष्ट्र के पुणे में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केन्द्र (एनसीआरए) ने एक बयान में यह जानकारी दी.

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वरूप के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है. पीएम ने कहा कि प्रोफेसर गोविंद स्वरूप एक असाधारण वैज्ञानिक थे. रेडियो खगोल विज्ञान में उनके अग्रणी कार्यों ने वैश्विक प्रशंसा प्राप्त की है. उनके निधन से दुखी हूं. मेरे विचार उनके निकट और प्रिय लोगों के साथ हैं.

  • Professor Govind Swarup was an exceptional scientist. His pioneering works in radio astronomy have attained global commendation. Anguished by his passing away. My thoughts are with his near and dear ones. This thread gives a glimpse of Professor Swarup’s brilliance. Do read. https://t.co/S0PAsdWp8A

    — Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनसीआरए ने कहा कि हम बेहद भारी मन से यह घोषणा करते हैं कि हमारे विख्यात वैज्ञानिक एवं महान रेडियो खगोलशास्त्री प्रोफेसर गोविंद स्वरूप का सोमवार की रात नौ बजे निधन हो गया.

पढ़ें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मां का निधन, किया भावनात्मक पोस्ट

उसने कहा कि 1929 में जन्मे, स्वरुप भारत में रेडियो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में मार्गदर्शकों में से एक थे.

वह न केवल अपने महत्वपूर्ण अनुसंधान योगदान के लिए बल्कि अत्यधिक नवीन, विश्व स्तरीय रेडियो दूरबीन जैसे ऊटी रेडियो टेलीस्कोप और विशालकाय मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप (जीएमआरटी) के निर्माण में भी अपने नेतृत्व के लिए जाने जाते थे.

स्वरूप ने 1950 में अपनी एमएससी की डिग्री अलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की. और अपनी पीएचडी साल 1961 में अमेरिका के स्टैंडफोर्ड विश्वविद्यालय से पूरी की.

वे 1963 में भारत लौट आए और होमी भाभा के निमंत्रण पर टीआईएफआर में शामिल हो गए.

अपने पूरे करियर में पद्म श्री, भटनागर पुरस्कार और ग्रोट रेबर पदक जैसे कई पुरस्कार प्राप्त किए.

Last Updated : Sep 8, 2020, 2:15 PM IST
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