नई दिल्ली : राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान 'मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मैं माफी नहीं मांगूगा' पर बवाल मच गया है. इसे लेकर कई लोगों की राहुल के प्रति कड़ी आलोचनाएं सामने आ रही हैं.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान पर कहा, पहले राहुल गांधी यह बताएं कि उनकी दादी बड़ी है या फिर वह बड़े हैं. पात्रा ने इंदिरा गांधी द्वारा दिए गए वक्तव्य और उनकी सरकार में जारी डाक टिकट का हवाला देते हुए कहा की उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यह भी माना था कि सावरकर धरती पुत्र थे और महान देशभक्त थे.
उन्होंने कहा, यहां तक कि इंदिरा गांधी ने अपनी वेतन में से वीर सावरकर ट्रस्ट को ₹11000 भी दान दिए थे, और आज राहुल गांधी जब उस महान देशभक्त का उपहास उड़ाते हैं तब वह अपने गंभीर ना होने का परिचय देते हैं.
राहुल गांधी के सावरकर पर की गई टिप्पणी पर विश्व हिन्दू परिषद ने भी कड़ी आपत्ति जताई है. विहिप के महामंत्री मिलिंद परांदे ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सावरकर जैसे महान देशभक्त पर इस तरह की टिप्पणी का वह विरोध करते हैं.
उन्होंने कहा कि जहां तक माफी मांगने का सवाल है, राहुल गांधी लगातार पिछ्ले दिनों अलग अलग कोर्ट में माफी मांगते ही देखे गए हैं. विहिप महामंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा की सावरकर जितनी महान हस्ती के रत्तीभर भी गुण राहुल गांधी के अंदर नहीं हो सकते.
नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद जोधपुर के पाक विस्थापित हिन्दुओं ने रविवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का अभिनंदन किया. विस्थापित संघ के सदस्य ढोल, थाली, बैंड बाजे बजाते हुए अपनी खुशी का इजहार कर रहे थे. शेखावत के रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के बाद खुली जीप में जुलूस के रूप में स्काउट गाइड भवन तक लेकर गए. शेखावत की विस्थापितों के लिए काम करने वाली संस्था निमिकेत्त के भागचंद ने अपने सदस्यों के साथ स्वागत किया.
इस दौरान शेखावत ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने वर्षों से नागरिकता की आस लगाए बैठे हजारों लाखों लोगों को भारतीय बनने का मार्ग खोल दिया है. मीडिया से बातचीत में शेखावत ने कहा, 'पाकिस्तान, अफगानिस्तान बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दू, ईसाई, पारसी, बौद्ध जिन्हें अपनी बहू बेटियों की अस्मत की रक्षा करने के लिए अपने घर छोड़ने पड़े उनको वर्षों तक नागरिकता के लिए लटकाए रखा था. यह स्वप्न हमारी सरकार ने पूरा किया है.'
वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कहा कि किसी को भी वीर सावरकर के लिए इस तरह की बातें नहीं कहनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करनी चाहिए.
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार से यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र में सावरकर का मुद्दा 'महाविकास अघाडी' (राकांपा-कांग्रेस-शिवसेना) गठबंधन को प्रभावित करेगा, उन्होंने कहा, उद्धव जी, सोनिया जी, और पवार साहब समझदार लोग हैं, वह सही फैसला करेंगे.
इसी क्रम में रांकपा नेता छगन भुजबल ने राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हर कोई हर बात पर सहमत नहीं होता है. सावरकर के बारे में राहुल जी के अपने विचार हैं.
उन्होंने आगे कहा, सावरकर ने कहा था कि गाय हमारी मां नहीं है, लेकिन भाजपा कहती है कि गाय हमारी मां है. सावरकर की सोच 'ज्ञानवादी' थी लेकिन भाजपा इसे स्वीकार नहीं कर सकती है.
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राहुल के बयान पर RSS नेता इंद्रेश कुमार का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सावरकर के निकट कभी न हो सकते हैं और न हो सकेंगे.
उन्होंने कहा कि सावरकर से ब्रिटिश हुकूमत इतना थरथारती थी कि उन्हों दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.