नई दिल्ली : कोरोना संकट में देश में अनाज की कमी ना हो इसलिए लगातार राज्यों में खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. संकट के दौर में लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत राहत दी जा रही है. आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत प्रवासी मजदूरों व ऐसे लोग जिनके पास कोई राशन कार्ड नहीं है, उनको फायदा दिया जा रहा है.
उक्त जानकारी केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने दी.
केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत राज्यों को 8 लाख टन अनाज व 39000 टन चना आवंटित हो चुका है, इसमें से राज्यों ने 4.95 लाख टन अनाज व 21094 टन चना का उठाव कर लिया है. 'आत्मनिर्भर भारत पैकेज' के तहत मई-जून के लिए पांच किलो गेहूं या चावल तथा एक किलो चना दाल मुफ्त में दिया जा रहा है.
वहीं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को अप्रैल, मई, जून महीने के लिए पांच किलो चावल या गेहूं तथा एक किलो दाल मुफ्त में अलग से दिया जा रहा है. रामविलास पासवान ने कहा कि इस योजना के तहत राज्यों को 120 लाख टन अनाज आवंटित हो चुका है, जिसमें से राज्यों ने 107.27 लाख टन अनाज का उठाव सभी राज्यों ने कर लिया है. इस योजना के तहत सभी राज्यों को 5.42 लाख टन दाल भेज दिया गया है, जिसमें से राज्यों ने 4.81 लाख टन दाल का उठाव कर लिया है.
वहीं सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अप्रैल महीने में 74 करोड़ राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अतिरिक्त खाद्यान्न दिया गया है. मई में 71 करोड़ राशन कार्ड धारकों व जून में अब तक 8 लाख राशन कार्ड धारकों को दिया गया है.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना व आत्म निर्भर भारत पैकेज की अवधि 30 जून को समाप्त हो रही है, लेकिन राज्यों के तरफ से मांग उठने लगी है कि जून के बाद भी इन दोनों योजनाओं को चालू रखा जाए. कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने रामविलास पासवान को चिट्ठी लिखा है और आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को जून महीने के बाद भी जारी रखा जाए.
सूत्रों के अनुसार इन दोनों योजनाओं को अगले महीने से जारी रखना है या नहीं इस पर निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय करेगा. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को पीएमओ के आदेश का इंतजार है.