पटना: लोजपा नेता और सांसद रामचंद्र पासवान की आकस्मिक मृत्यु से पार्टी में शोक का माहौल है. लोक जनशक्ति पार्टी के पटना कार्यालय में सन्नाटा पसर गया है. पार्टी के तमाम कार्यकर्ता और नेता कार्यालय में पहुंचने लगे हैं. पार्टी कार्यालय में इस शोक खबर को लेकर झंडा उल्टा कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामचंद्र पासवान के निधन के बाद ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि रामचंद्र जी हमेशा गरीबों और दबे कुचले तबके की आवाज उठाने का काम किया करते थे.
इससे पहले लोजपा सांसद चिराग पासवान ने अपने ट्विटर अकांउट पर ट्वीट करते हुए अपने चाचा के निधन की जानकारी दी.
चिराग पासवान ने दी जानाकारी
ट्वीट करते हुए चिराग पासवान ने लिखा, 'आप सभी को बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि मेरे चाचा जी, आदरणीय श्री रामचंद्र पासवान जी अब नहीं रहे. आज 1:24 बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल नई दिल्ली में उन्होंने आखिरी सांस ली. आज शाम 5 बजे से उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए नई दिल्ली 18 राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित उनके आवास पर रखा जाएगा. सोमवार की सुबह 11 बजे से 3 बजे तक पटना में लोक जनशक्ति पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. साथ ही शाम 4 बजे दाह संस्कार पटना में होगा.'
लोजपा प्रमुख ने जताया गहरा दुख
राम विलास पासवान ने भी ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा, 'अत्यंत दुख के साथ सूचित कर रहा हूं कि मेरा सबसे छोटा प्यारा भाई रामचंद्र सांसद का निधन हो गया है. ह्रदयाघात के बाद पिछले कई दिनों से आरएमएल अस्पताल में भर्ती था. आज दोपहर 1.24 पर अंतिम सांस ली. ईश्वर उसकी आत्मा को शांति प्रदान करें.'
रालोसपा प्रमुख ने जताया दुख
वहीं, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामचंद्र पासवान के निधन की खबर बेहद दुःखद है. वे सरल व मृदुभाषी स्वभाव के व्यक्ति थे. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को संबल की कामना करता हूं.
'उनकी मौत पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति'
लोजपा कार्यालय में पहुंचे वरिष्ठ नेता सुनील पांडे ने कहा कि रामचंद्र पासवान सांसद ही नहीं बल्कि दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. उन्होंने कहा कि दलितों को संगठित करने का हुनर रामचंद्र पासवान में था. उनका जाना लोजपा के लिए अपूरणीय क्षति है.
कार्यकर्ताओं के करीबी थे रामचंद्र पासवान
पूर्व विधायक सुनील पांडे ने यह भी कहा कि रामचंद्र पासवान कार्यकर्ताओं के करीबी नेता थे. कार्यकर्ता उनसे काफी लगाव महसूस करते थे. हालांकि, बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें आदर्श मानते थे. लोजपा और उसके नेता वे कार्यकर्ता रामचंद्र पासवान के बताए रास्ते पर चलकर ही दलितों का उत्थान करेंगे.