नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव जारी है. भारत-चीन सीमा पर सेना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में लेह का दौरा करेंगे. लद्दाख यात्रा के दौरान सिंह सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर सकते हैं.
भारत और चीन की सेनाओं के बीच पिछले सात सप्ताह से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में कई जगहों पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है.
गत 15 जून को गलवान घाटी में हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद तनाव और बढ़ गया.
दरअसल, चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में एलएसी के साथ लगभग दो डिवीजन यानी 20 हजार सैनिकों की तैनाती की है. साथ ही एक डिवीजन सैनिकों (10,000 सैनिक) को उत्तरी शिनजियांग प्रांत में तैनात किया गया है, जो भारतीय मोर्चे से लगभग 1,000 किलोमीटर की दूरी पर है.
बता दें, गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर पर वार्ता हुई है. इसमें दोनों देशों ने चरणबद्ध तरीके से सीमा गतिरोध कम करने पर जोर दिया है.