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बेसिन मैनेजमेंट बिल : राजेंद्र सिंह ने खड़े किए सवाल, जनभागीदारी का आह्वान - रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल

भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने कहा कि जल शक्ति का ठीक से उपयोग करने के लिए जनशक्ति को जुड़ना बहुत ही जरुरी है. जब तक जन नहीं जुड़ेगा जल शक्ति का ठीक तरीके से उपयोग नही हो पाएगा. जानें उन्होंने जल को लेकर और क्या कुछ कहा है....

भारत के जल पुरुष कहे जानें वाले राजेंद्र सिंह
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Published : Aug 7, 2019, 10:50 PM IST

नई दिल्ली: भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने कहा कि जल शक्ति का ठीक से उपयोग करने के लिए जनशक्ति को जुड़ना बहुत ही जरुरी है. शिवा सरकार जो रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है वो सब एक दिखावा है. इसमें पानी को निजी कंपनियों के हाथ में सौंप दिया जाएगा

भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने बाढ़ सूखे की स्थिति जो बनी हुई है उससे निपटने के लिए सबको साथ मिलकर काम करना होगा.

उन्होंने कहा कि 2019 का जो साल है वह बाढ़ और सुखाड़ का साल है. सिंह ने कहा कि अब तक आधा से ज्यादा भाग सूखाड़ में था और बाढ़ में है. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात तब आते हैं जब पानी के साथ मिट्टी बह जाती है और वह मिट्टी नदी में जम जाती है इस वजह से नदी का कद ऊंचा ऊठ जाता है फिर नदी में पानी की जगह रेत बहती है और पानी गांवो और शहरों में भर जाता है. इस वजह से बाढ़ आ जाती है.

राजेंद्र सिंह से खास बातचीत

पढ़ें: शुरु हुई बारिश की फुहारें, हैदराबाद में बीमारी पांव पसारे

राजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के लोगों से मिलकर ऐसा काम किया जिसमें राजस्थान के कई गांवों में पानी नहीं था और जिन गांवों में पानी था उसे लेकर उन गांव में पानी पहुंचाया गया जहां पानी नहीं पहुंच पा रहा था. लोगों को भी वैंसा ही काम करना चाहिए.

राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया सरकार जो रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है इसमें पानी का मालिकाना हक निजी कंपनियों को दिया जा सकता है मगर उससे पहले ही 18 गांव में फ्रांस की दो निजी कंपनियों ने पानी का मालिकाना हक लेकर वहां पर पानी का निजीकरण की शुरुआत कर दी है जो एक तरह से देश के लिए बहुत ही खतरनाक स्थिति है अगर इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए तो पानी भी निजी कंपनियों के हाथ में चला जाएगा.

नई दिल्ली: भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने कहा कि जल शक्ति का ठीक से उपयोग करने के लिए जनशक्ति को जुड़ना बहुत ही जरुरी है. शिवा सरकार जो रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है वो सब एक दिखावा है. इसमें पानी को निजी कंपनियों के हाथ में सौंप दिया जाएगा

भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने बाढ़ सूखे की स्थिति जो बनी हुई है उससे निपटने के लिए सबको साथ मिलकर काम करना होगा.

उन्होंने कहा कि 2019 का जो साल है वह बाढ़ और सुखाड़ का साल है. सिंह ने कहा कि अब तक आधा से ज्यादा भाग सूखाड़ में था और बाढ़ में है. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात तब आते हैं जब पानी के साथ मिट्टी बह जाती है और वह मिट्टी नदी में जम जाती है इस वजह से नदी का कद ऊंचा ऊठ जाता है फिर नदी में पानी की जगह रेत बहती है और पानी गांवो और शहरों में भर जाता है. इस वजह से बाढ़ आ जाती है.

राजेंद्र सिंह से खास बातचीत

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राजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के लोगों से मिलकर ऐसा काम किया जिसमें राजस्थान के कई गांवों में पानी नहीं था और जिन गांवों में पानी था उसे लेकर उन गांव में पानी पहुंचाया गया जहां पानी नहीं पहुंच पा रहा था. लोगों को भी वैंसा ही काम करना चाहिए.

राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया सरकार जो रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है इसमें पानी का मालिकाना हक निजी कंपनियों को दिया जा सकता है मगर उससे पहले ही 18 गांव में फ्रांस की दो निजी कंपनियों ने पानी का मालिकाना हक लेकर वहां पर पानी का निजीकरण की शुरुआत कर दी है जो एक तरह से देश के लिए बहुत ही खतरनाक स्थिति है अगर इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए तो पानी भी निजी कंपनियों के हाथ में चला जाएगा.

Intro:भारत के जल पुरुष कहे जाने वाले राजेंद्र सिंह विधायक भारत सरकार पर आरोप लगाया है शिवा सरकार जो रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है उसमें पानी को निजी कंपनियों के हाथ में सौंप दिया जाएगा जो आने वाले दिनों में एक उसी तरह हो सकती है जिस तरह ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों कभी भारत बिक गया था भारत के जल पुरुष से नवाजे गए रमन मैग्सेसे अवार्ड के विनर राजेंद्र सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया है कि कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति जो देश में बनी हुई है उसके लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार है पानी की को लेकर सरकार हर घर में जल हर घर में नल प्रचारित कर रही है मगर सरकार नल तो लगा देगी लेकिन उसमें जल कभी नहीं आएगा


Body: रमन मैग्सेसे अवार्ड विजेता और भारत के जल पुरुष कहे जाने वाले राजेंद्र सिंह ने कहा कि देश में जो बाढ़ की स्थिति बनी हुई है उसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार भारत सरकार है उन्होंने कहा कि उन्होंने राजस्थान के लोगों से मिलकर ऐसा काम किया जिसमें राजस्थान के दिन गांव में पानी नहीं था और जिन गांवों में पानी था उसे लेकर उन गांव में पानी पहुंचाया गया जहां पानी नहीं पहुंच पा रहा था मगर सरकार आकाश यह पानी का रेस्टोरेशन ठीक से नहीं कर पा रही ना है उसकी स्टोरेज की स्थिति ठीक है देश में जहां से मिट्टी कटकर बाढ़ में बह जा रही है वहां पर सूखा पड़ रहा है और अब ऊपर से रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल में सरकार निजी कंपनियों को पानी का मालिक ना मालिकाना हक देने जा रही है जो भारत में भयावह स्थिति ला सकती है जिस तरह ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों देश में किया था यह दोनों फ्रांस की कंपनी अभी पानी का मालिकाना हक लेकर कुछ ऐसा ही कर सकती है क्योंकि पानी लोगों की बुनियादी सुविधा है उन्होंने कहा के सरकार घर घर में जल और घर में घर में नल की योजना लेकर आ रही है अगर मुझे पूरी उम्मीद है कि केंद्र की मोदी सरकार घर घर में नल तो लगा देगी मगर उसमें पानी या जल नहीं दे पाएगी क्योंकि भूजल का स्तर बहुत ज्यादा घट चुका है और सरकार ने अगर कोई कदम नहीं उठाया तो देश में पानी की स्थिति भयावह हो सकती है


Conclusion:राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया रिवर बेसिन मैनेजमेंट बिल लेकर आ रही है जिसमें मा पानी का मालिकाना हक निजी कंपनियों को दिया जा सकता है मगर उससे पहले ही 18 गांव में फ्रांस की दो निजी कंपनियों ने पानी का मालिकाना हक लेकर वहां पर पानी का निजीकरण की शुरुआत कर दी है जो एक तरह से देश के लिए बहुत ही खतरनाक स्थिति है अगर इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए तो पानी भी निजी कंपनियों के हाथ में चला जाएग
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