पटना : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए शुक्रवार को सवाल किया कि हिन्दुस्तान की जमीन से चीन को कब भगाया जाएगा. राहुल ने बिहार के नवादा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए हाल में बनाए गए कृषि संबंधी तीन कानूनों, जीएसटी, लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के पलायन और नोटबंदी सहित कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया.
रैली के दौरान गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में बेरोजगार के मुद्दे को उठाया. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में लोगों से पूछा, 'नीतीश जी की सरकार कैसी लगी आप लोगों को? मोदी जी के भाषण कैसे लगे?'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'मोदी जी ने कहा है कि बिहार के हमारे जो सैनिक शहीद हुए, उनके सामने प्रधानमंत्री अपना सिर झुकाते हैं...... पूरा देश बिहार के शहीदों के सामने झुकाता है.'
उन्होंने कहा, 'मगर सवाल ये है कि जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या किया और क्या कहा?' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारी जमीन पर चीन का कोई सैनिक नहीं है .
राहुल ने जनता से प्रश्न किया कि नीतीश सरकार कैसी लगी, पीएम के भाषण कैसे लगे. राहुल ने कहा कि पूरा देश बिहार के शहीदों के सामने सिर झुकाता है मगर सवाल सिर झुकाने का नहीं, बल्कि दूसरा है. जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के पीएम ने क्या कहा और क्या किया.
मैं लद्दाख गया हूं. लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा है और उसपे बिहार, यूपी और बाकी प्रदेशों के युवा अपना खून-पसीना देकर हिंदुस्तान की जमीन की रक्षा करते हैं. लद्दाख में ऐसी जगहें हैं, जहां पोस्ट तक पहुंचने के लिए जवानों को लंबा चलना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि चीन की सेना हिंदुस्तान के अंदर है. जब चीन हमारी जमीन में आया, तो हमारे पीएम ने सेना का अपमान करते हुए यह क्यों कहा कि हमारी सीमा में कोई नहीं आया. हिंदुस्तान में बैठे चीनी सैनिकों को बाहर कब निकालोगे, सवाल यह है.
गांधी ने कहा कि पिछले चुनावों में 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. किसी को मिला?
इससे पहले राहुल ने ट्वीट कर कहा, तुम्हारे दावों में बिहार का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है. कोरोना हो या बेरोज़गारी, झूठे आंकड़ों से पूरा देश परेशान है. आज बिहार में आपके बीच रहूंगा. आइए, इस झूठ और कुशासन से पीछा छुड़ाएं.
महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव हिसुआ में गांधी के साथ मौजूद रहे. हिसुआ में कांग्रेस प्रत्याशी नीतू सिंह का मुकाबला भाजपा के निवर्तमान विधायक अनिल सिंह से है. कहलगांव में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ शक्तिसिंह गोहिल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता होंगे.
विपक्षी खेमे में राजद नेता तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद की गैरमौजूदगी में चुनावी समर में उतरे हैं. तेजस्वी रोजाना आठ-नौ रैलियों को संबोधित कर अपनी पार्टी और कांग्रेस तथा गठबंधन के अन्य दलों के लिए समर्थन मांग रहे हैं.
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चुनावी रण में ताल ठोक रहे सभी दल
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में होने वाले चुनाव के लिए मतदान 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी. पहले चरण में 28 नवंबर को 71 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में तीन नवंबर को 94 सीटों के लिए और आखिरी चरण में सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान होगा. इस चुनाव में राजद जहां कांग्रेस और वामपंथी दलों के साथ चुनावी मैदान में है, वहीं भाजपा और जदयू सहित चार दल मिलकर चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं.