नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और पंजाब सरकार के मंत्रियों सुखजिंदर रंधावा और सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने सोमवार को संसद भवन में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से 'लापता' लोगों के बारे में पता लगाने का अनुरोध किया.
पंजाब के नेताओं और विधायक राज कुमार छब्बेवाल ने भी घटना से 'लापता' उन युवाओं को लेकर चिंता जतायी, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने निरुद्ध किया था. उन्होंने इनकी जल्द रिहा करने की मांग की.
पंजाब से राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दुल्लो ने भी गृह मंत्री शाह से से भेंट करके पंजाब के 'लापता युवाओं' का पता लगाने का अनुरोध किया और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा.
पंजाब सरकार ने बाद में राज्य के 120 लोगों की विस्तृत सूची जारी की है, जिन्हें ट्रैक्टर परेड के दौरान दर्ज विभिन्न मामलों में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
रंधावा और सरकारिया ने बाद में कहा, दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार लोगों की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए पंजाब सरकार ने 40 वकीलों की टीम बनायी है, जिसने काम शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि वकीन गिरफ्तार किए गए व्यक्ति और उनके परिजन से मिलेंगे और बिना फीस लिए उनकी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
पढ़ें : केंद्रीय बजट किसान विरोधी, गरीब विरोधी और आम आदमी विरोधी : सुखबीर बादल
मंत्रियों ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने केन्द्र सरकार से गिरफ्तार लोगों के साथ नरमी से पेश आने की अपील की है.
रंधावा ने कहा, बैठक में शाह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की सूची गह मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है और अगर राज्य सरकार अन्य लापता लोगों की कोई सूची देती है तो केन्द्र उनके बारे में पता लगाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेगा.
कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र और किसान यूनियनों के बीच गतिरोध को लेकर रंधावा ने कहा कि गृहमंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है और इस बारे में किसानों के जवाब का इंतजार है.