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लॉकडाउन के दौरान अपनी आंखों का ऐसे रखें ध्यान

कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाया हुआ है, लेकिन आधुनिक युग में रह रहे लोग आज दिनभर घर में रहने की वजह से ऊब महसूस कर रहे हैं और इसलिए वह अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, टीवी आदि का सहारा ले रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत देर तक इन उपकरणों का इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए कितना घातक साबित हो सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि आप अपनी आंखों का कैसे ख्याल रख सकते हैं....

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Published : Apr 11, 2020, 6:29 PM IST

Updated : Apr 11, 2020, 7:06 PM IST

हैदराबाद : कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाया हुआ है. इसके चलते लोग अपने घरों में ही कैद हैं, लेकिन आधुनिक युग में रह रहे लोग आज दिनभर घर में रहने की वजह से ऊबन महसूस कर रहे हैं. इसलिए वह अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, टीवी आदि का सहारा ले रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत देर तक इन उपकरणों का इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए कितना घातक साबित हो सकता है.

इस बारे में हैदराबाद, मीडिविजन आई सेंटर (Medivision Eye Centre) के नेत्र रोग विशेषज्ञ और चिकित्सा निदेशक प्रोफेसर रवि कुमार रेड्डी कहते हैं कि लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने के कारण और खासकर हमारे गैजेट्स (Gadgets) से निकलने वाली नीली रोशनी के कारण हमारी आंखों में कई तरह की समस्याएं हो सकतीं हैं. जैसे- आंखों का सूखना, थकान होना और यहां तक कि सिर दर्द भी हमें जकड़ सकता है.

उन्होंने कहा कि इसलिए अगर उचित सावधानी न बरती जाए तो यह गैजेट्स (Gadgets) हमारी आंखों को बहुत नुकसान पहुंचा सकते हैं.'

प्रोफेसर रेड्डी ने बताया कि हम औसतन, एकदिन में स्क्रीन पर ज्यादा से ज्यादा आठ घंटे देख सकते हैं, लेकिन इसमें भी हमें बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए. यानी हर दो घंटे में हमें दो मिनट के लिए अपनी आंखों को आराम देना चाहिए.

अपनी आंखों की देखभाल कैसे करें, इसके लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर रवि कुमार रेड्डी ने यह उपाय सुझाए हैं...

सिर्फ सामाजिक दूरी नहीं

प्रोफेसर रेड्डी कहते हैं, सिर्फ सामाजिक दूरी ही नहीं, बल्कि हमें अपने उपकरणों से भी दूरी बनाकर रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि व्यक्ति को टीवी स्क्रीन से कम से कम 15-20 फीट की दूरी और मोबाइल और टैबलेट स्क्रीन से कम से कम दो फीट की दूरी बनाए रखना चाहिए.

फॉन्ट साइज (Font Size) का रखें ध्यान

आंखों की थकान से बचने के लिए सही फॉन्ट साइज (Font Size) का उपयोग करना चाहिए. हमारे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट पर लिखा टेक्स्ट (Text) बहुत छोटा नहीं होना चाहिए, बल्कि इतने साइज का हो कि हम उसे आसानी से पढ़े सकें.

हमेशा याद रखें, जितना छोटा फॉन्ट साइज (Font Size), आंखों को उतनी ज्यादा थकान और जितना बड़ा फॉन्ट साइज (Font Size) आंखों को उतनी कम थकान होगी.

बीच-बीच में आंखों को दें आराम

काम या मनोरंजन के बीच-बीच में अपनी आंखों को आराम देना बेहद जरूरी है. इसलिए आप अपनी हथेलियों को गर्म होने तक आपस में रगड़ें और फिर उन्हें अपनी आंखों पर रखें. याद रहे कि ऐसा करते हुए आपको अपनी आंखों पर ज्यादा जोर नहीं डालना है.

बीच-बीच में अपने आस-पास की दूर की वस्तुओं को देखें. इतना ही नहीं, जिस जगह आप बैठे हों वहां का वातावरण नम रखें.

एयर कंडीशनर (AC) से भी वातावरण में सूखापन आ जाता है. इसलिए हमें ध्यान रखना चाहिए कि कमरे में थोड़ी तरावट रहे. इसके लिए हम ह्यूमिडीफायर (Humidifier) या फिर सही वेंटिलेशन (Ventilation) का उपयोग कर सकते हैं.

पानी से धोएं आंखें

अगर आप अपनी आंखों में सूखापन महसूस करते हैं, तो अपनी आंखों को बार-बार ठंडे पानी से धोना चाहिए.

आंखों का करें व्यायाम

तनाव और थकान को कम करने के लिए अपनी आंखों को बीच-बीच में घुमाते रहें. नेत्र व्यायाम के लिए आप अपनी आई बोल्स (Eyeballs) को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमा सकते हैं. ऐसा करने से आपकी आंखों की थकान दूर होगी.

खुद को रखें हाइड्रेटेड (Hydrated)

आप दिनभर खूब पानी पिएं. यह शरीर और आंखों को नम रखने में मदद करता है.

माहौल को रखें हल्का

अंधेरे माहौल में स्क्रीन पर देखना आंखों के लिए हानिकारक होता है. स्क्रीन की रोशनी (Brightness) को अपने माहौल के हिसाब से ही रखें.

इन सावधानियों के अलावा डॉ रेड्डी कहते हैं कि यदि किसी भी व्यक्ति की आंखों में कोई परेशानी हो तो उसे चश्मा जरूर पहनना चाहिए और बेहतर तरीके से अपनी आंखों की देखभाल करनी चाहिए.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को एंटी-ग्लेयर (Anti-Glare) या एंटी-रिफ्लेक्शन कोटिंग वाले चश्मे (Anti-Reflection Coating Glasses) का इस्तेमाल करना जरूरी है.

उन्होंने कहा कि जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens) का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए. कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens) लगाने से आंखों में सूखापन बढ़ता है. इसलिए इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

हैदराबाद : कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाया हुआ है. इसके चलते लोग अपने घरों में ही कैद हैं, लेकिन आधुनिक युग में रह रहे लोग आज दिनभर घर में रहने की वजह से ऊबन महसूस कर रहे हैं. इसलिए वह अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, टीवी आदि का सहारा ले रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत देर तक इन उपकरणों का इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए कितना घातक साबित हो सकता है.

इस बारे में हैदराबाद, मीडिविजन आई सेंटर (Medivision Eye Centre) के नेत्र रोग विशेषज्ञ और चिकित्सा निदेशक प्रोफेसर रवि कुमार रेड्डी कहते हैं कि लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने के कारण और खासकर हमारे गैजेट्स (Gadgets) से निकलने वाली नीली रोशनी के कारण हमारी आंखों में कई तरह की समस्याएं हो सकतीं हैं. जैसे- आंखों का सूखना, थकान होना और यहां तक कि सिर दर्द भी हमें जकड़ सकता है.

उन्होंने कहा कि इसलिए अगर उचित सावधानी न बरती जाए तो यह गैजेट्स (Gadgets) हमारी आंखों को बहुत नुकसान पहुंचा सकते हैं.'

प्रोफेसर रेड्डी ने बताया कि हम औसतन, एकदिन में स्क्रीन पर ज्यादा से ज्यादा आठ घंटे देख सकते हैं, लेकिन इसमें भी हमें बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए. यानी हर दो घंटे में हमें दो मिनट के लिए अपनी आंखों को आराम देना चाहिए.

अपनी आंखों की देखभाल कैसे करें, इसके लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर रवि कुमार रेड्डी ने यह उपाय सुझाए हैं...

सिर्फ सामाजिक दूरी नहीं

प्रोफेसर रेड्डी कहते हैं, सिर्फ सामाजिक दूरी ही नहीं, बल्कि हमें अपने उपकरणों से भी दूरी बनाकर रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि व्यक्ति को टीवी स्क्रीन से कम से कम 15-20 फीट की दूरी और मोबाइल और टैबलेट स्क्रीन से कम से कम दो फीट की दूरी बनाए रखना चाहिए.

फॉन्ट साइज (Font Size) का रखें ध्यान

आंखों की थकान से बचने के लिए सही फॉन्ट साइज (Font Size) का उपयोग करना चाहिए. हमारे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट पर लिखा टेक्स्ट (Text) बहुत छोटा नहीं होना चाहिए, बल्कि इतने साइज का हो कि हम उसे आसानी से पढ़े सकें.

हमेशा याद रखें, जितना छोटा फॉन्ट साइज (Font Size), आंखों को उतनी ज्यादा थकान और जितना बड़ा फॉन्ट साइज (Font Size) आंखों को उतनी कम थकान होगी.

बीच-बीच में आंखों को दें आराम

काम या मनोरंजन के बीच-बीच में अपनी आंखों को आराम देना बेहद जरूरी है. इसलिए आप अपनी हथेलियों को गर्म होने तक आपस में रगड़ें और फिर उन्हें अपनी आंखों पर रखें. याद रहे कि ऐसा करते हुए आपको अपनी आंखों पर ज्यादा जोर नहीं डालना है.

बीच-बीच में अपने आस-पास की दूर की वस्तुओं को देखें. इतना ही नहीं, जिस जगह आप बैठे हों वहां का वातावरण नम रखें.

एयर कंडीशनर (AC) से भी वातावरण में सूखापन आ जाता है. इसलिए हमें ध्यान रखना चाहिए कि कमरे में थोड़ी तरावट रहे. इसके लिए हम ह्यूमिडीफायर (Humidifier) या फिर सही वेंटिलेशन (Ventilation) का उपयोग कर सकते हैं.

पानी से धोएं आंखें

अगर आप अपनी आंखों में सूखापन महसूस करते हैं, तो अपनी आंखों को बार-बार ठंडे पानी से धोना चाहिए.

आंखों का करें व्यायाम

तनाव और थकान को कम करने के लिए अपनी आंखों को बीच-बीच में घुमाते रहें. नेत्र व्यायाम के लिए आप अपनी आई बोल्स (Eyeballs) को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमा सकते हैं. ऐसा करने से आपकी आंखों की थकान दूर होगी.

खुद को रखें हाइड्रेटेड (Hydrated)

आप दिनभर खूब पानी पिएं. यह शरीर और आंखों को नम रखने में मदद करता है.

माहौल को रखें हल्का

अंधेरे माहौल में स्क्रीन पर देखना आंखों के लिए हानिकारक होता है. स्क्रीन की रोशनी (Brightness) को अपने माहौल के हिसाब से ही रखें.

इन सावधानियों के अलावा डॉ रेड्डी कहते हैं कि यदि किसी भी व्यक्ति की आंखों में कोई परेशानी हो तो उसे चश्मा जरूर पहनना चाहिए और बेहतर तरीके से अपनी आंखों की देखभाल करनी चाहिए.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को एंटी-ग्लेयर (Anti-Glare) या एंटी-रिफ्लेक्शन कोटिंग वाले चश्मे (Anti-Reflection Coating Glasses) का इस्तेमाल करना जरूरी है.

उन्होंने कहा कि जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens) का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए. कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lens) लगाने से आंखों में सूखापन बढ़ता है. इसलिए इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

Last Updated : Apr 11, 2020, 7:06 PM IST
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