चेन्नई : तमिलनाडु विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के नेता और स्टार प्रचारक तैयारी में जुट गए है. फलस्वरूप राज्य में प्रचार करने के लिए हाईटेक वाहनों को तैयार किया जा रहा है. टैंपो ट्रेवलर और उसी की तरह अन्य वाहनों को मिनी मोबाइल होम्स में बदला जा रहा है. कस्टम द्वारा निर्मित यह वाहन उच्च तकनीक वाले गैजेट से लैस हैं, जिससे प्रचारकों को आसानी से मतदाताओं के परिवार और सदस्यों से जुड़ने में आसानी होगी.
हालांकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडाप्पडी के पलानीस्वामी, डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, डीएमके सांसद कनिमोझी और डीएमके यूथ विंग के नेता उदयनिधि डालिन, मक्कल नीती मय्यम के अध्यक्ष कमल हसन जैसे नेताओं ने हाइटेक वाहनों के साथ अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है.
राज्य निर्वाचन आयोग 234 सदस्यों वाली तमिलनाडु विधान सभा का चुनाव कराने के लिए जी तोड़ कोशिश मे जुटा है क्योंकि निवर्तमान 15 वीं विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त हो रहा है.
ऐसा पहली बार है किआम चुनाव दो धुरंधरों जे जयललिता (2016-AIADMK) और एम करुणानिधि (2018-DMK) के निधन के पश्चात हो रहा है. इसलिए चुनाव तो होंगे परंतु इन दोनों कद्दावर नेताओं की चर्चा होगी लेकिन उनकेभाषण नहीं होंगे.
उच्च तकनीक से लैस हैं वाहन
कस्टम द्वारा निर्मित यह वाहन उच्च तकनीक वाले गैजेट से लैस हैं, जिससे प्रचारकों को आसानी से मतदाताओं के परिवार और सदस्यों से जुड़ने में आसानी होगी.
इन वाहनों का इस्तेमाल इससे पहले भी दिवंगत सीएम स्वर्गीय जयललिता और एम करुणानिधि सहित कई राष्ट्रीय नेताओं ने अपने अभियान के दौरान किया है. कोयस एंटरप्राइजेज और इलाके की नामी गिनामी कंपनियां राजनीतिक दलों के नेताओं की आवश्यकता के अनुसार वाहनों को आरामदायक बनाने में लगी हुई है.इस कदम से बड़ी संख्या में लोगों को संबोधित करने में मदद मिलेगी.
कोयस एंटरप्राइजेज
कोयस एंटरप्राइजेज के पी वी मोहम्मद रियाज ने कहा, 'शुरू में हम कारों में सीटों को बदलने जैसे काम कर रहे थे. बाद में, हम चुनाव प्रचार के लिए नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कारों और वैन में छोटे बदलाव करने में लगे हुए हैं.'
इसके बाद, हमें अभियान के उद्देश्यों के लिए कस्टम मेड वाहन बनाने के आदेश मिले. जैसे ही हमने वाहनों को उनकी आवश्यकताओं के मद्देनजर मॉडिफाय किया, ऑर्डर आने शुरू हो गए. ग्राहकों ने हमें नए टेम्पो ट्रैवलर वैन को रीमॉडिफाय करने के लिए दिया है.
उन्होंने कहा कि ग्राहक हमारे काम से संतुष्ट हैं.
दो से तीन माह का लगता है समय
ग्राहक वाहन को एडवांस में ही दे देते हैं क्योंकि वाहन को मॉडिफाय करने में दो से तीन महीने लगते हैं. हमने विभिन्न नेताओं, वीवीआईपी, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में स्टार प्रचारकों को कस्टम मेड अभियान वाहन वितरित किए हैं. वर्तमान में हम तमिलनाडु में नेताओं के लिए वाहनों को बदलने में लगे हुए हैं.
बढ़ रही मांग
वैन से खड़े होकर लोगों को संबोधित करने के लिए एसी वाहनों को हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म से लैस किया जाता है. इसमें सोफा, सार्वजनिक पता प्रणाली, बिस्तर, रसोई. अलमारियां और माइक्रो ओवन, मिनी रेफ्रिजरेटर, मिनी टेबल, फोकस एलईडी लाइट, एक शॉवर और शौचालय जैसी सुविधाएं हैं. इतना ही नहीं, बैठक करने के लिए इसमें पर्याप्त जगह है.
चुनाव आयोग के अनुसार, लाउडस्पीकर की फिटिंग सहित वाहनों का बाहरी मॉडिफिकेशन मोटर वाहन अधिनियम / नियमों के साथ-साथ किसी अन्य स्थानीय अधिनियम / नियमों के प्रावधानों के अधीन होगा.