नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजनीति के पितामह लालकृष्ण आडवाणी का आज जन्मदिवस है. उन्होंने अपने जीवन के 92 वर्ष पूरे कर लिए. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आडवाणी से उनके आवास पर मुलाकात कर जन्मदिन की बधाई दी. इस दौरान उनके साथ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उपस्थित रहे.
इसके साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के 92वें जन्मदिन पर उन्हें 'हार्दिक शुभकामनाएं' दीं.
बनर्जी ने ट्वीट करके पूर्व उपप्रधानमंत्री के अच्छे स्वास्थ्य एवं खुशहाल जीवन की कामना की.
उन्होंने ट्वीट किया, 'लाल कृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं. मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करती हूं.'
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया
आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने भाजपा को आकार देने और मजबूत बनाने के लिए कई दशकों तक कठिन संघर्ष किया.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, 'विद्वान, कुशल राजनेता और सर्वाधिक सम्मानित नेताओं में से एक, नागरिकों को सशक्त बनाने में लाल कृष्ण आडवाणी जी के विशिष्ट योगदान को भारत हमेशा याद रखेगा.'
मोदी ने कहा, 'बीते वर्षों में हमारी पार्टी भारतीय राजनीति के एक प्रभावशाली स्तंभ के तौर पर उभरी है तो इसका श्रेय आडवाणी जी जैसे नेताओं और उनके द्वारा दशकों तक तैयार किए गए नि:स्वार्थ भाव से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को जाता है.'
उन्होंने कहा, 'आडवाणी ने बुनियादी विचारधारा से कभी कोई समझौता नहीं किया. जब भी लोकतंत्र की रक्षा की बात आई तो वह सबसे आगे रहे. मंत्री के तौर पर उनके प्रशासनिक कौशल को वैश्विक स्तर पर सराहा गया.
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गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर बधाई दी
गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्र के प्रति आडवाणी के समर्पण की प्रशंसा की और कहा कि उनके नेतृत्व, अथक काम करने की उनकी क्षमता और संगठनात्मक कौशल ने भाजपा को एक राष्ट्रीय दल बनाया.
उन्होंने ट्वीट किया, 'अपने अथक परिश्रम और संगठन कुशलता से भाजपा को एक राष्ट्रीय पार्टी का स्वरूप देने वाले, हम सबके आदरणीय और भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ. ईश्वर आपको स्वस्थ जीवन व दीर्घायु प्रदान करे, ऐसी कामना करता हूँ.'
उन्होंने आगे लिखा, 'आडवाणी जी का पूरा जीवन राष्ट्र के विकास और कल्याण के लिए समर्पित है. अपनी अद्भुत नेतृत्व क्षमता से उन्होंने न सिर्फ पार्टी की एक मजबूत नींव रखी बल्कि लाखों कार्यकर्ताओं को भी प्रेरित किया. सरकार में रहते हुए आडवाणी जी ने राष्ट्रहित सर्वोपरि मान कर भारत को नयी गति देने का काम किया.'
लालकृष्ण आडवाणी का भारतीय राजनीति में योगदान
भाजपा के सह-संस्थापकों में शामिल आडवाणी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में 2002 से 2004 तक उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवाएं दी थीं.
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उन्हें 2015 में देश से दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी का जन्म अविभाजित भारत के सिंध प्रांत में 8 नवंबर 1927 को हुआ था. उनेक पिता का नाम था कृष्णचंद डी आडवाणी और माता का नाम ज्ञानी देवी था.
पाकिस्तान के कराची में स्कूल में पढ़े और सिंध में कॉलेज में दाखिला लिया. जब देश का विभाजन हुआ तो उनका परिवार मुंबई आ गया. यहां पर उन्होंने कानून की शिक्षा ली. आडवाणी जब 14 साल के थे तभी संघ से जुड़ गए थे.