नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर आतंकवाद का मुद्दा उठाया है. इस बार, उन्होंने ब्रिक्स के नेताओं के बीच अनौपचारिक बैठक का इस्तेमाल किया, जो इस मुद्दे को उठाने के लिए जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुआ था.
ब्रिक्स के नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक में अपनी टिप्पणी के दौरान, प्रधानमंत्री ने कहा थी कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है. आतंकवाद में न केवल निर्दोषों की जान जाती है बल्कि बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बाधित करता है.
पीएम मोदी की टिप्पणी पर ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनुसंधान प्रो हर्ष पंत ने ईटीवी भारत से कहा, 'पीएम मोदी आतंकवाद के मुद्दे के बारे में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे हैं.'
पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की कमियों के कारण, G20 जैसे प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण
जी 20 में भारत के ( JAI & RIC)का हिस्सा होने के सवाल पर पंत ने कहा 'यह भारत के बढ़ते वैश्विक कद को दर्शाता है. यह भारत के रिश्तों के दो प्रतिस्पर्धी सेटों का हिस्सा बनने की क्षमता भी दिखाता है जहां दोनों पक्ष चाहते हैं कि भारत एक प्रतिभागी बने.'
बता दें कि ब्रिक्स देशों के समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.