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'आतंकवाद के खिलाफ PM मोदी कर रहे विभिन्न प्लेटफार्म का इस्तेमाल'

ईटीवी भारत से बात करते हुए ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनुसंधान प्रो हर्ष पंत ने कहा कि पीएम मोदी आतंकवाद के मुद्दे के बारे में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे हैं.

पीएम मोदी की फाइल फोटो
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Published : Jun 28, 2019, 11:45 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर आतंकवाद का मुद्दा उठाया है. इस बार, उन्होंने ब्रिक्स के नेताओं के बीच अनौपचारिक बैठक का इस्तेमाल किया, जो इस मुद्दे को उठाने के लिए जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुआ था.

ब्रिक्स के नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक में अपनी टिप्पणी के दौरान, प्रधानमंत्री ने कहा थी कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है. आतंकवाद में न केवल निर्दोषों की जान जाती है बल्कि बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बाधित करता है.

जी-20 में पीएम मोदी की बैठकों पर विशेषज्ञ की राय

पीएम मोदी की टिप्पणी पर ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनुसंधान प्रो हर्ष पंत ने ईटीवी भारत से कहा, 'पीएम मोदी आतंकवाद के मुद्दे के बारे में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे हैं.'

पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की कमियों के कारण, G20 जैसे प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण

जी 20 में भारत के ( JAI & RIC)का हिस्सा होने के सवाल पर पंत ने कहा 'यह भारत के बढ़ते वैश्विक कद को दर्शाता है. यह भारत के रिश्तों के दो प्रतिस्पर्धी सेटों का हिस्सा बनने की क्षमता भी दिखाता है जहां दोनों पक्ष चाहते हैं कि भारत एक प्रतिभागी बने.'

बता दें कि ब्रिक्स देशों के समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर आतंकवाद का मुद्दा उठाया है. इस बार, उन्होंने ब्रिक्स के नेताओं के बीच अनौपचारिक बैठक का इस्तेमाल किया, जो इस मुद्दे को उठाने के लिए जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुआ था.

ब्रिक्स के नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक में अपनी टिप्पणी के दौरान, प्रधानमंत्री ने कहा थी कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है. आतंकवाद में न केवल निर्दोषों की जान जाती है बल्कि बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बाधित करता है.

जी-20 में पीएम मोदी की बैठकों पर विशेषज्ञ की राय

पीएम मोदी की टिप्पणी पर ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनुसंधान प्रो हर्ष पंत ने ईटीवी भारत से कहा, 'पीएम मोदी आतंकवाद के मुद्दे के बारे में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे हैं.'

पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की कमियों के कारण, G20 जैसे प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण

जी 20 में भारत के ( JAI & RIC)का हिस्सा होने के सवाल पर पंत ने कहा 'यह भारत के बढ़ते वैश्विक कद को दर्शाता है. यह भारत के रिश्तों के दो प्रतिस्पर्धी सेटों का हिस्सा बनने की क्षमता भी दिखाता है जहां दोनों पक्ष चाहते हैं कि भारत एक प्रतिभागी बने.'

बता दें कि ब्रिक्स देशों के समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.

Intro:Once again Prime Minister Narendra Modi has raised the issue of terrorism at the global platform. This time, he used the informal meet between leaders of the BRICS which took place on the sidelines of the G20 summit to raise the issue.


Body:During his remarks at the informal meet with leaders of the BRICS, Prime Minister said the terrorism is the biggest threat to humanity which not only kill innocents but also hampers economic development and social stability.

Speaking on PM Modi's remarks, Observer Research Foundation's Director Research Prof Harsh Pant said, 'PM Modi has been using various platforms to bring awareness about the issue of terrorism.'

On why did he choose the informal BRICS meet to raise the 'terrorism' issue? Prof. Pant who has also penned 'India's Evolving National Security Agenda Modi and Beyond' said, 'I think, he wants BRICS to address fundamental problem which India is facing right now. He doesn't want it to remain a platform for China led initiatives.'




Conclusion:On question of India being part of two trilaterals (JAI & RIC) at the G20, the ORF's Director Research said, ' it showcases, India's rising global stature. It also showcases India's ability to be part of two competing set of relationships where both sides want India to be a participant.'
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